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]]>इस लेख में जानेंगे कि किस तरह से स्टॉक मार्केट में आप अकाउंट खोल सकते है और साथ ही कुछ प्रमुख स्टॉकब्रोकर की चर्चा करेंगे जो अपनी सेवाओं के लिए काफी जानें जाते है।
शेयर बाजार में ट्रेड करने के लिए दो तरह के अकाउंट की ज़रुरत होती है:
साथ में ज़रूरी होता है बैंक अकाउंट, जिससे आप आसानी से अपने ट्रेडिंग अकाउंट में फण्ड ट्रांसफर कर सके। क्या ये सब आपको कंफ्यूज कर रहा है तो आइये एक सरल उदाहरण से समझे की शेयर मार्केट में trading और demat account kya hai?
मान लेते है कि आप किसी शॉपिंग मॉल में जैकेट खरीदने गए, अब वह पर आपने 1000 रुपये में एक जैकेट खरीदी, जिसके लिए आपने अपने वॉलेट से 1000 रुपए निकाल कर दिए और बदले में सेल्स मैन ने आपको एक पैकेट में जैकेट दी।
यहाँ पर अगर स्टॉक मार्केट से तुलना की जाए तो आपका वॉलेट एक ट्रेडिंग अकाउंट है जिसमे आप पैसे डालते है, जैकेट आपका ख़रीदा हुआ शेयर और वो पैकेट आपका डीमैट अकाउंट।
लेकिन जिस तरह से वह पैसे आपके वॉलेट में आपके बैंक अकाउंट से आये, उसी तरह से ट्रेडिंग अकाउंट में फण्ड डालने के लिए आपको बैंक अकाउंट की ज़रुरत पड़ती है।
शेयर मार्केट ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए मुख्य रूप से दो तरह के अकाउंट होते है, जिसके बारे में ऊपर जानकारी दी गयी है, लेकिन अलग-अलग तरह के ट्रेडिंग टाइप के अनुसार शेयर मार्केट अकाउंट 2 प्रकार के होते है, जिनका विवरण नीचे दिया गया है:
1. इक्विटी ट्रेडिंग अकाउंट: इक्विटी ट्रेडिंग में अंतर्गत आप शेयर्स में लॉन्ग-टर्म डिलीवरी ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेड कर सकते है, जिसके लिए इक्विटी ट्रेडिंग अकाउंट खोलना अनिवार्य होता है। साथ ही इक्विटी ट्रेडिंग अकाउंट में डेरीवेटिव सेगमेंट अपडेट करने पर आप फ्यूचर और ऑप्शन में भी ट्रेड कर सकते है।
यहाँ पर सबसे महत्वपूर्ण बात है कि अगर आप इक्विटी में लॉन्ग-टर्म के निवेश कर रहे है तो उसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है, अन्यथा आप फ्यूचर-ऑप्शन और इंट्राडे के लिए सिर्फ ट्रेडिंग अकाउंट खोल कर भी शेयर मार्केट में ट्रेड कर सकते है।
2. कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट: इक्विटी के साथ आप कुछ agri और non-agri एसेट में कमोडिटी ट्रेडिंग भी कर सकते है जिसके लिए आपको कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होगा।
अब कुछ स्टॉकब्रोकर इक्विटी और कमोडिटी अकाउंट एक साथ खोल देते है, लेकिन Zerodha के साथ ट्रेड करने के लिए आपको दो अलग तरह के अकाउंट खोलने होते है, जिसके लिए ब्रोकर अलग से फीस भी चार्ज करता है।
अब जैसे की ऊपर चर्चा की गई है कि शेयर बाजार में तीन तरह के अकाउंट का इस्तेमाल होता है, और उसके आधार पर दो तरह के अकाउंट खोल सकते है:
इस तरह से आप एक सही अकाउंट टाइप को चुन बहुत ही आसानी से स्टॉक मार्केट में एक सही स्टॉकब्रोकर का चयन कर निवेश का सफर आसान बना सकते है।
तो यहाँ तक ये आप डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट के मतलब को समझ पाए, अब जानते है की ये अकाउंट किस तरह से खोला जाता है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है और क्या हर किसी तरह के ट्रेडर को इन तीनो अकाउंट की ज़रूरत होती है?
अभी तक हमने स्टॉक मार्केट के अकाउंट और उनके प्रकार की बात की है अब सवाल आता है कि एक स्टॉकब्रोकर के साथ आप शेयर मार्केट अकाउंट कैसे खोलें, तो उसके लिए निचे दिए कुछ आसान स्टेप को फॉलो करे और शुरू करें अपने स्टॉक मार्केट के सफर को:
प्रक्रिया पूरी होने पर और आपके द्वारा दर्ज़ की हुए जानकारी का सत्यापन होने पर कुछ घंटो में आपका अकाउंट खुल जाता है।
अब आती है सबसे ज़रूरी बात, शुल्क की। यहाँ पर आपके मन में काफी सवाल उठ रहे होंगे की क्या शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने का कोई शुल्क होता है?
अगर हां! तो एक स्टॉकब्रोकर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने का कितना शुल्क लेता है?
आपके सभी सवालों के जवाब यहाँ पर है। तो सबसे पहले की शेयर मार्केट में अकाउंट खोलने के बहुत से स्टॉकब्रोकर कोई फीस नहीं लेते, लेकिन हां अकाउंट ओपनिंग के साथ कुछ मैंटेनस चार्ज भी होते है जो कुछ स्टॉकब्रोकर सालाना, तो कुछ महीने की अवधि पर चार्ज करते है।
एक रेंज देखी जाये तो स्टॉकब्रोकर ₹0-₹999 तक अकाउंट ओपनिंग फीस लेते है।
जब बात मेंटेनेंस कॉस्ट (AMC) की आती है तो यहाँ पर भी काफी टॉप स्टॉकब्रोकर ₹300-₹999 तक फीस अपने कस्टमर से प्राप्त करते है।
चलिए जानते है कि कौन-सा स्टॉकब्रोकर कितनी फीस चार्ज करता है। यहाँ पर आपको भारत के 5 बेहतरीन स्टॉकब्रोकर की जानकारी दी गई है जिनके साथ आप शेयर मार्केट अकाउंट को खोल सकते है।
जब बात शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए बेहतरीन स्टॉकब्रोकर को चुनने की आती है तो यहाँ पर आपको कही पहलूओं के आधार पर निर्णय लेना होता है, जिसके कि:
इसके आधार पर यहाँ पर कुछ स्टॉकब्रोकर के अकाउंट का विवरण दिया गया।
ज़ेरोधा मार्केट में सबसे पहला डिस्काउंट ब्रोकर, जो अपनी कम ब्रोकरेज के लिए काफी प्रचिलित है। 40 लाख से भी ज़्यादा क्लाइंट के साथ ये ब्रोकर अलग-अलग सर्विस के लिए जाना जाता है।
ऑनलाइन ट्रेडिंग में बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए ये ब्रोकर KITE वेब और मोबाइल एप प्रदान करता है जिसकी मदद से आप बहुत ही आसानी से इक्विटी, कमोडिटी और करेंसी अकाउंट में ट्रेड कर सकते है।
अब जानते है की इस ब्रोकर के साथ जुड़ने के लिए आपको कितना शुल्क देना पड़ेगा:
ज़ेरोधा डीमैट अकाउंट शुल्क | |
इक्विटी अकाउंट | ₹200 |
कमोडिटी अकाउंट | ₹300 |
एएमसी | ₹300/वर्ष |
अभी तक एंजेल ब्रोकिंग के नाम से प्रचिलित ये स्टॉकब्रोकर आपको हाइब्रिड सर्विस देता है, जिसके अंतर्गत आप डिस्काउंट ब्रोकरेज के साथ फ्री रिसर्च टिप्स पा सकते है। अपने क्लाइंट को बेहतर सर्विस देने के लिए ये मोबाइल के साथ, डेस्कटॉप और वेब एप्लिकेशन प्रदान करता है।
ब्रोकिंग से एक फिंतेच कंपनी की तरफ रुख लेते हुए ये ब्रोकर काफी पुराना है और साथ में स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड भी है जिसकी वजह से इस पर भरोसा और भी बढ़ जाता है।
आइये जानते है कि अकाउंट खोलने के लिए ये आपसे कितना शुल्क लेता है:
एंजेल वन डीमैट अकाउंट शुल्क | |
अकाउंट ओपनिंग शुल्क | ₹0 |
एएमसी | ₹20/महीने |
शेयरखान एक फुल-सर्विस स्टॉकब्रोकर अपनी एप ट्रेड टाइगर के लिए काफी प्रचिलित है।बेहतर और अपडेटेड रिसर्च रिपोर्ट प्रदान करने के साथ ये आपको इक्विटी के साथ कमोडिटी में ट्रेड करने का ऑप्शन भी प्रदान करता है।
साथ में ये नए ट्रेडर और निवेशकों के लिए नॉलेज सेण्टर (knowledge center) देता है जिससे स्टॉक मार्केट के बारे में जानकारी प्राप्त कर आप खुद ट्रेड करने में निपुर्ण हो सकते है।
यहाँ पर जाने की शेरखान शेयर मार्केट अकाउंट के लिए कितना शुल्क लेता है:
शेयरखान डीमैट अकाउंट शुल्क | |
अकाउंट ओपनिंग शुल्क | ₹0 |
एएमसी | ₹400/वर्ष |
फुल सर्विस स्टॉकब्रोकर की लिस्ट के एक दूसरा नाम जो काफी प्रचिलित है वह है मोतीलाल ओसवाल। इक्विटी, कमोडिटी जैसी ट्रेडिंग सेगमेंट के साथ-साथ स्टॉकब्रोकर डेडिकेटेड एडवाइजरी सर्विस देता है जिससे एक बिगिनर निवेशक या ट्रेडर एक सही स्टॉक में निवेश कर ज़्यादा मुनाफे और रिटर्न के तरफ देख सकता है।
इसके साथ स्टॉकब्रोकर MO Trader और MO Investor नाम की दो अलग एप लेकर आया है जो आप अपने ट्रेडिंग स्टाइल के अनुसार उपयोग कर सकते है।
हालांकि ये ब्रोकर दूसरे स्टॉकब्रोकर की तुलना पर ज़्यादा चार्ज करता है लेकिन ये आपके लिए अलग-अलग ब्रोकरेज प्लान लेकर आया। आप एक सही ऑप्शन को चुन कर अपनी ब्रोकरेज और अन्य शुल्क को कम कर ज़्यादा ट्रेड कर सकते है।
डीमैट अकाउंट से जुड़े शुल्क नीचे टेबल में दिए गए है:
शेयरखान डीमैट अकाउंट शुल्क | |
अकाउंट ओपनिंग शुल्क | ₹0 |
एएमसी | ₹400/वर्ष |
डिस्काउंट और फुल-सर्विस स्टॉकब्रोकर के साथ शेयर मार्केट में कोटक सिक्योरिटीज जैसे बैंक बेस्ड स्टॉकब्रोकर भी है जो आपको 3-इन-1 अकाउंट की सुविधा प्रदान करते है।
माना जाता है की बैंक बेस्ड स्टॉकब्रोकर काफी ज़्यादा ब्रोकरेज चार्ज करते है लेकिन कोटक सिक्योरिटीज हाल ही में ट्रेड फ्री प्लान (Kotak Trade Free Plan) लेकर आया है जिसके अंतर्गत अब ट्रेडर्स 0 ब्रोकरेज के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते है।
इसके साथ ये फ्री डीमैट अकाउंट की सुविधा भी प्रदान करता है। अकाउंट के साथ जुड़े अन्य शुल्क का विवरण टेबल में दी गयी है:
मोतीलाल ओसवाल डीमैट अकाउंट शुल्क | |
अकाउंट ओपनिंग शुल्क | ₹0 |
एएमसी | ₹0-₹999/वर्ष |
निष्कर्ष
इस प्रकार यदि आप शेयर मार्केट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ऊपर बताए गए स्टेप्स का पालन करें।
शेयर मार्केट में प्रवेश करने के लिए सबसे पहले एक ब्रोकर के माध्यम से डीमैट खाता या ट्रेडिंग खाता खोलें और इसी डीमैट खाते के माध्यम से आप ट्रेडिंग कर सकते हैं।
इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल के अंत तक आपको शेयर मार्केट अकॉउंट से जुड़ी पूरी जानकारी मिल गई होगी।
यदि आप ऊपर बताए गए किसी भी ब्रोकर के साथ डीमैट अकाउंट खोलना हैं या शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरें और आगे के कदम बढ़ाने में हमारी सहायता करें।
यहाँ अपना बुनियादी विवरण दर्ज करे और आपको शीघ्र ही एक कॉलबैक प्राप्त होगी।
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]]>इस लेख में हमने इन्वेस्टिंग, ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट में इस्तेमाल होने वाली अलग-अलग स्ट्रेटेजी पर प्रकाशित किताबो का उल्लेख किया है जिससे आप शेयर मार्केट को और अच्छे से समझ कर निवेश कर सकते है।
अगर आप जानना चाहते है कि share market me investment kaise kare तो उसके लिए शेयर बाजार से संबंधित बहुत सारी किताबें लिखी गई है, ऐसे में लोगों के लिए चयन करना बहुत मुश्किल हो जाता है कि वह कौन सी किताब का चयन करें।
और खास तौर पर नए निवेशकों के लिए चयन करना और अधिक मुश्किल हो जाता है कि है कि वह शेयर मार्किट बुक्स या इन्वेस्टमेंट से सम्बंधित किन किताबों का चयन करें जो उनको भविष्य में निवेश करने संबंधी सही जानकारी दे।
आपकी इस मुश्किल को कम करने के लिए यहाँ हम अलग-अलग ट्रेड के लिए बेहतरीन किताबो की एक सूची लेकर आये है जिससे आप अपने ट्रेडिंग या निवेश करने के लक्ष्य के अनुसार चुन सकते है और निवेश कर ज़्यादा लाभ कमा सकते है।
यहाँ आप शेयर बाजार में निवेश करने के शुरूआती चरण के बारे से लेकर निवेश करने के बाद वाली चुनौतियों का किस तरह से समझना है इसकी पूरी जानकारी आसान भाषा में समझ पाएंगे।
तो चलिए शुरू करते है।
शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए और वैल्यू इन्वेस्टिंग करने के लिए कई तरह की किताबे है जो निवेश करने के तरीके से आपको अवगत करवाती है। साथ ही इन किताबो से आप उन बातो को समझ सकते हो जो एक निवेशक के लिए नुकसान का कारण बन सकती है।
सही सोच और उद्देश्य के साथ शेयर मार्केट किस तरह से निवेश करना चाहिए ये सब बाते बहुत ही आसान भाषा में इन किताबो में समझाई गई है।
साथ ही इन किताबो में बेंजामिन ग्राह्म की किताब “द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर” भी शामिल है जो आपको वैल्यू इन्वेस्टिंग के फायदों के बारे में समझाती है। इन किताबो में निवेश करने के लिए शेयर मार्केट टिप्स (share market tips in hindi) और अन्य बातो की पूरी समझ और ज्ञान से आप आसानी से अपने लॉन्ग टर्म लक्ष्यों को पूरा कर सकते है।
शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट बुक्स | ||
द इंटेलीजेंट इन्वेस्टर | रेटिंग | ![]() |
लेखक | बेंजामिन ग्राहम | |
ट्रांसलेटर | नीतिन माथुर | |
प्रकाशन वर्ष | 2013 | |
वॉरेन बफे के निवेश के रहस्य | रेटिंग | ![]() |
लेखक | रॉबर्ट जी. हैगस्ट्रॉम | |
प्रकाशन वर्ष | 2020 | |
कैसे स्टॉक मार्केट में निवेश करें | रेटिंग | ![]() |
लेखक | टीवी 18 प्रसारण लिमिटेड | |
प्रकाशन वर्ष | 2017 |
एक सही स्टॉक का चयन करने के लिए सबसे आवश्यक क्या है? स्टॉक मार्केट की जानकारी के साथ ज़रूरी है स्टॉक की बारीकियों को समझना जिसके लिए स्टॉक का और मार्केट का किस तरह से विश्लेषण किया जाए ये बहुत ज़रूरी हो जाता है।
लेकिन आपको नहीं लगता की एक शुरूआती ट्रेडर और निवेशक के लिए ये काफी चुनौतीपूर्ण होता है?
इसमें कोई दूसरी राय नहीं है की ट्रेडर और निवेशक को मार्केट की अस्थिरता और गतिविधियों को समझना थोड़ा मुश्किल होता है, इसकी मुश्किल को आसान बनाने की लिए आप इससे जुड़ी किताबे पढ़ सकते है।
अब क्योकि एक निवेशक और ट्रेडर का विश्लेषण करने का तरीका और उद्देश्य अलग-अलग होता है और इसलिए इनके लिए किताबे भी अलग ही होती है, जिसे आगे दो भागो में बांटा गया है।
टेक्नीकल एनालिसिस या तकनीकी विश्लेषण जो एक शार्ट टर्म लिए काफी महत्वपूर्ण होती है, स्टॉक की अस्थिरता (volatility) से लेकर उसके आगे की मूवमेंट को समझने में ये काफी मदद करता है।
अब इसमें एक ट्रेडर को मार्केट के बेसिक से लेकर कैंडलस्टिक चार्ट अनॅालिसिस (candlestick chart analysis in hindi) , इंडीकेटर्स आदि की पूरी जानकारी होनी चाहिए। साथ ही स्टॉक मार्किट चार्ट कैसे पढ़े और उससे अपना ट्रेड करने का निर्णय ले, ये सभी बाते इन पुस्तकों में काफी आसान भाषा में समझाई गई है।
टेक्नीकल अनालिसिस बुक्स | ||
टेक्नीकल अनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
खुशबू गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2011 |
टेक्निकल विश्लेषण के साथ आता है मौलिक विश्लेषण। इसमें एक निवेशक किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उस कंपनी के पिछले प्रदर्शन देखता है और इसके साथ कंपनी के प्रॉफिट और लॉस की जानकारी लेता है।
जितना आसान ये लगता है, एक शुरूआती निवेशक के लिए ये काफी चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है।
इसके लिए फंडामेंटल एनालिसिस की किताबे है जो आपको कंपनी का वार्षिक विवरण (annual statement), बैलेंस शीट (balance sheet) को किस तरह से पढ़े और समझे इसकी पूरी जानकारी प्रदान करने में मदद करती है।
नीचे दिए गए टेबल में आप मौलिक विश्लेषण से जुड़ी किताबों जान सकते हैं:
टेक्नीकल अनालिसिस बुक्स | ||
टेक्नीकल अनालिसिस और कैंडलस्टिक की पहचान | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
खुशबू गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2011 |
इंट्राडे ट्रेडिंग आपको एक अच्छा लाभ कामने का मौका देता है लेकिन इसमें जोखिम ज़्यादा होता है। इसी जोखिमों से पूरी तरह से अवगत न होने के कारण काफी शुरूआती ट्रेडर्स को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है।
एक सही मार्गदर्शन और ज्ञान आपको सिर्फ नुकसान से ही नहीं बचता बल्कि सही स्ट्रेटेजी का उपयोग करना भी बताता है।
और जब सीखने की बात आती है तो यहाँ पर कुछ किताबो की सूची है जो आपको ट्रेडिंग से जुड़ी सभी बातो से अवगत करने में मदद करती है।
मौलिक विश्लेषण की किताबें | ||
शेयर का फंडामेंटल अनालिसिस | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
खुशबू गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2021 |
इंट्राडे ट्रेडिंग के जोखिमों को कम करने के लिए काफी ट्रेडर्स स्विंग ट्रेडिंग (swing trading in hindi) को चुनते है, जिसमे कुछ हफ्तों के लिए स्टॉक को ख़रीदा जाता है और सही समय में उसे बेचकर एक अच्छा मुनाफा कमाया जाता है।
टेक्निकल एनालिसिस के ज्ञान के साथ कुछ ऐसे स्ट्रेटेजी है जो आपको स्विंग ट्रेडिंग में सफलता प्राप्त करने में मदद करती है।
इन स्ट्रेटेजी को जानने के लिए यहाँ पर स्विंग ट्रेडिंग की पूरी जानकारी के साथ एक किताब दी गई है जो आपको इसके बेसिक से एडवांस सभी पेहलूओं को समझने में मदद करती है।
इंट्राडे ट्रेडिंग बुक्स | ||
इंट्राडे ट्रेडिंग की पहचान करें | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
जितेंद्र गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2009 |
ऑप्शन ट्रेडिंग (option trading in hindi) काफी ट्रेडर्स को आकर्षित करता है लेकिन एक अनुभवी ट्रेडर के लिए भी ऑप्शन ट्रेडिंग काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। पहले तो काफी ट्रेडर ऑप्शन ट्रेडिंग के मतलब को ही नहीं समझ पाते और दूसरा सिर्फ मतलब समझ जाना ही काफी नहीं होता।
ऑप्शन ट्रेडिंग में किस तरह से एक सही प्राइस का चयन किया जाये, और इससे जुड़ी टर्म जैसे ओपन इंटरेस्ट (open interest) आदि की जानकारी होना भी बहुत ज़रूरी है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए जिस तरह से तकनीकी विश्लेषण काफी महत्वपूर्ण होता है उसी तरह से ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए ऑप्शन चेन (option chain) को पढ़ना और समझना एक ऑप्शन ट्रेडर के लिए काफी ज़रूरी होता है।
साथ ही आती है ऑप्शन से जुड़ी कुछ स्ट्रेटेजी जिन्हे समझना एक आम ट्रेडर के लिए काफी मुश्किल होता है। अगर आप ऑप्शन ट्रेड कर रहे है तो आप इसे भलीभांति समझ भी रहे होंगे।
तो देर किस बात की अभी नीचे दी गए किताब को अपनी लाइब्रेरी का हिस्सा बनाए और ऑप्शन ट्रेडिंग के नियमों (option trading rules hindi) की सही समझ के साथ ट्रेड कर अपने मुनाफे को बढ़ाए।
ऑप्शन ट्रेडिंग बुक्स | ||
ऑप्शन ट्रेडिंग की पहचान | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
जितेंद्र गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2016 | |
फ्यूचर एंड ऑप्शन की पहचान | रेटिंग | ![]() |
लेखक | अंकित गाला | |
जितेंद्र गाला | ||
प्रकाशन वर्ष | 2008 |
अलग-अलग तरह ट्रेड के लिए अलग-अलग किताब, काफी बार एक ट्रेडर और निवेशक को और मुश्किलों में डाल देती है। कौन सी किताब उनकी ट्रेडिंग के लिए सही है ये काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
लेकिन क्यों न इतनी सारी किताबो को पढ़ना और अलग-अलग ट्रेडिंग के बारे में सीखने से क्यों न किसी एक किताब को चुना जाए जो आपको ट्रेडिंग की रणनीतियों को समझने में मदद करें।
इससे आप अपने समय को बचा सकते है और साथ ही सही मानसिकता के साथ स्टॉक मार्केट में ट्रेड या निवेश कर सफलता प्राप्त कर सकते है।
ट्रेडिंग सायकॉलजी बुक्स | ||
ट्रेडनीती | रेटिंग | ![]() |
लेखक | युवराज एस. कालशेट्टी | |
प्रकाशन वर्ष | 2020 |
यदि आप ट्रेडिंग के साथ शुरुआत करना चाहते हैं या किसी विशिष्ट सेगमेंट (जैसे इंट्राडे) में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो आप उपरोक्त शेयर मार्किट हिंदी बुक्स को पढ़ सकते हैं।
लेकिन, याद रखें शेयर बाजार में पैसा बनाना जादू या हैरी पॉटर की फिल्म नहीं है।
आपको कड़ी मेहनत करनी होगी। समय के साथ खुद को अपडेट रखना होगा। इसके बाद आप निश्चित रूप से अपने लिए ट्रेडिंग के जरिये बेहतर प्रॉफिट कमाएंगे।
लेकिन सुनिश्चित करें कि आपके अंदर पर्याप्त संयम हो और बाज़ार की गतिशीलता को समझने की जिज्ञासा है।
हालांकि, अगर आप विशिष्ट वरीयताओं के आधार पर एक ट्रेडिंग खाता खोलना चाहते हैं, तो आप नीचे दिए गए फॉर्म में अपना विवरण प्रदान कर सकते हैं।
यहां बुनियादी विवरण दर्ज करें और आपके लिए एक कॉलबैक की व्यवस्था की जाएगी!
The post Share Market Books in Hindi appeared first on अ डिजिटल ब्लॉगर.
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