Candlestick Chart Analysis in Hindi

ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के बारे में और भी

क्या आप जानने चाहते है कि कैंडलस्टिक चार्ट विश्लेषण (Candlestick Chart Analysis in Hindi) प्राइस लेवल (मूल्य स्तर) को समझने और स्मार्ट निवेश करने में कैसे सहायक होता है?

तो सबसे पहले ये समझे कि प्राइस लेवल (मूल्य स्तर) को समझने और स्मार्ट निवेश करने के लिए अपको चार्ट पढ़ना आना चाहिए।

यहां Candlestick Chart Analysis in Hindi और ट्रेडिंग में इसके महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है।


कैंडलस्टिक चार्ट एनालिसिस क्या है? (What is Candlestick Chart Analysis in Hindi)

कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग स्टॉक, इक्विटी, विदेशी मुद्रा और कमोडिटी ट्रेडिंग में किया जाता है जो मूल्य में उतार-चढान पर नज़र रखने में मदद करता है।

ये चार्ट सभी लाॅंग-टर्म निवेशकों और Day-Trader के लिए सहायक होते हैं।

हर बार Open, Close, High और Low वैल्यू वाले डेटा सेट का उपयोग करके चार्ट का निर्माण किया जा सकता है।

अंतिम परिणाम जो डिस्प्ले में आती है:

  • खोखला या ठोस भाग: बाॅडी
  • ऊपर की रेखा और बेलो बॉडी: लोअर और अपर शैडो
  • ऊपरी छाया के ऊपर: उच्चतम मूल्य को चिह्नित करें
  • सबसे कम छाया का निचला भाग: सबसे कम निवेश मूल्य को चिह्नित करें।

बाॅडी

सोलिड बाॅडी (Solid Body)

जब बिकावली का दबाब (बेयरिश प्रवृत्तियाँ) बढता है तो अपको सोलिड बाॅडी दिखाई देता है जब ओपनिंग प्राइस क्लोजिंग प्राइस से अधिक होता है।

होलो बाॅडी (Hollow Body)

खोखले शरीर खरीदने के दबाव (बुलिश प्रवृत्ति) के दौरान होता है जब समापन मूल्य उद्घाटन मूल्य से अधिक होता है।

रंग (Color)

इन चार्ट को विभिन्न रंगों का उपयोग करके दर्शाया जाता है, जो किसी विशेष दिन के लिए सिक्योरिटी की कीमत के बदलाव पर निर्भर करते हैं।

पूरा लाल रंग तब होता है जब क्लोजिंग प्राइस ओपनिंग प्राइस से नीचे होता है।

सामान्य तौर पर, किसी भी रंग का उपयोग कैंडलस्टिक चार्ट का दर्शाने के लिए किया जाता है। सफेद, नीला या हरा रंग पिछले एक की तुलना में अधिक ट्रेड को दर्शाता है। दूसरी ओर, काला या लाल रंग पिछले दिन की तुलना में कम ट्रेड को दर्शाता है।

इस प्रकार, एक विशेष समय पर उपकरण के ट्रेड पैटर्न को निर्धारित करने के लिए रंग प्रतिनिधित्व का उपयोग किया जाता है।

कुल मिलाकर, कैंडलस्टिक चार्ट विश्लेषण ट्रेडर को एक विशेष दिन पर स्टॉक के शुरुआती मूल्य (Opening Price), समापन मूल्य (Closing Price), उच्चतम ट्रेडिंग मूल्य (Highest Trading Price) और सबसे कम ट्रेडिंग मूल्य (Lowest Trading Price) को जानने में मदद करते हैं।

कोई भी ट्रेडर या निवेशक कैंडलस्टिक पैटर्न का उपयोग करके इन चार्ट की व्याख्या कर सकता है।


इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कैंडलस्टिक चार्ट विश्लेषण

यदि आप एक एक्टिव Day Trader हैं तो कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न का पालन करना हमेशा उपयोगी साबित होता है।

ये चार्ट तकनीकी विश्लेषण करने का सबसे अच्छा तरीका हैं।

प्रत्येक कैंडलस्टिक बाजार की गतिशीलता से संबंधित जानकारी को दर्शाता है, जैसे High, Low, Open और Close।

इसके साथ ही, यह मूल्यों में तेजी या मंदी को भी दर्शाता है।

कैंडलस्टिक चार्ट के उचित विश्लेषण के साथ, आप इंट्राडे ट्रेडिंग में लाभ बढ़ने की संभावना बढ़ा सकते हैं।

यहां Day Trader के लिए कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करने के दो प्रमुख कारण दिए गए हैं।

  1. Entry या Exit समय जानने में सहायता: कैंडलस्टिक चार्ट विश्लेषण मोमेंटम, ब्रेकआउट, या ट्रेंड  के आधार पर बाजार में प्रवेश करने या बाहर निकलने का सही समय निर्धारित करने में मदद करता है।
  2. ट्रेड प्रबंधन में मदद करता है: Day Trading करते समय, जोखिम को जानना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इन जापानी चार्ट के साथ, वर्तमान पोजीशन को रखने या बंद करने के जोखिम के साथ लाभ और नुकसान को प्रबंधित करना आसान हो जाता है।

Candlestick Pattern in Hindi

कैंडलस्टिक पैटर्न किसी भी स्टॉक या इंडेक्स के प्राइस को चार्ट पर रेखांकित करती है। ये टेक्निकल एनालिसिस और मार्केट के ट्रेंड और रेवेर्सल के काफी उपयोगी होते है।

मार्केट के ट्रेंड और इनके संकेतो के अनुसार ये अलग-अलग प्रकार के होते है, जैसे की बुलिश मार्केट की जानकारी निम्नलिखित कैंडलस्टिक पैटर्न से प्राप्त हो सकती है:

1. Three White Soldiers Candlestick Pattern in Hindi

3 वाइट सोल्जर एक रिवर्सल पैटर्न है जो स्ट्रांग डाउनट्रेंड के बाद मार्केट में बनता है और ट्रेडर को आने वाले रिवर्सल यानी की बुलिश मार्केट की जानकारी देता है

इसकी पहचान की बात की जाए तो ये 3 हरी कैंडलस्टिक्स से बनते है और आखिरी यानी की तीसरी कैंडल का ब्रेकआउट ट्रेडर को लॉन्ग पोजीशन लेने का संकेत देता है

2. Hammer Candlestick Pattern in Hindi

हैमर यानी की हथोड़े के आकर की ये कैंडल सपोर्ट यानी की स्ट्रांग डाउनट्रेंड में देखने को मिलती है। इस कैंडल की छोटे आकर में हरी बॉडी होती है और उसके नीचे की तरफ लॉन्ग टेल या विक होती है।

इस कैंडल से आने वाले बुलिश ट्रेंड की जानकारी मिलती है जिसकी पुष्टि एक ट्रेडर किसी भी एक शेयर मार्केट इंडिकेटर (share market indicator in hindi) से कर सकता है

3. Bullish Engulfing Pattern in Hindi

जब एक छोटी लाल कैंडल के बाद एक बड़ी हरी कैंडल सपोर्ट या स्ट्रांग डाउनट्रेंड में देखने को मिले तो उसे बुलिश एनगल्फिंग पैटर्न के नाम से जाना जाता है। 

ये पैटर्न भी अन्य दो कैंडल की तरह आने वाले बुलिश मार्केट की ओर संकेत देती है जिसमे एक ट्रेडर लॉन्ग पोजीशन ले मार्केट से मुनाफा कमा सकता है

4. On Neck Candlestick Pattern in Hindi

ये एक तरह का बेयरिश कैंडलस्टिक पैटर्न है जो डाउनट्रेंड की निरंतरता को पहचानने में मदद करता है। इस पैटर्न में एक लम्बी लाल कैंडल बनने के बाद गैप डाउन में एक छोटी हरी कैंडल बनती है जिसका हाई लाल कैंडल के लो से कम होता है।

ऐसे पैटर्न से जानकारी मिलती है कि नीची गिरती हुई मार्केट में बुल्स एक्टिव हुए थे लेकिन कम मोमेंटम के कारण वह मार्केट को ओपनिंग प्राइस से ज़्यादा ऊपर नहीं ले जा पाए और इसलिए मार्केट में डाउनट्रेंड बनने की सम्भावना ज़्यादा रहती है


सारांश 

यद्दपि, कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण करना कार्य है, लेकिन यह वर्तमान बाजार की स्थिति और कीमत की बाद की दिशा की पहचान करने में सहायक है।

एक निवेशक या ट्रेडर कीमतें किस दिशा में जाएगी, इस बात को वह कैंडलस्टिक चार्ट का विश्लेषण कर के अनुमान लगा सकता है। इसकी मदद से निवेशक एक अनुकूलित रणनीति तैयार कर सकता है, जो अच्छे लाभ प्राप्त करने में मदद करता है।

यदि आप स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग या सामान्य रूप से निवेश के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो बस बस नीचे दिए गए फॉर्म को भरें:

इस फॉर्म में अपनी बुनियादी दर्ज करें, जिसके बाद आपको एक अच्छे ब्रोकर के तरफ से कॉल प्राप्त होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

seventeen − 13 =