अन्य मार्जिन कैलकुलेटर
‘ट्रेडजीनी मार्जिन‘ इक्विटी, कमोडिटी ट्रेडिंग, करेंसी ट्रेडिंग और डेरिवेटिव ट्रेडिंग सहित सभी प्रमुख ट्रेडिंग सेगमेंट में उपलब्ध है। हालांकि, इसमें प्राप्त होने वाला मार्जिन वैल्यू सामान्य है। इस प्रकार, ‘डिस्काउंट ब्रोकर‘ आपको ‘ट्रेडिंग सेगमेंट‘ में अलग-अलग मार्जिन का प्रयोग करने की अनुमति देता है। परन्तु, यह प्रारंभ में प्रयोग किए गए ‘लिवरेज मनी‘ तक ही सीमित रहता है।
आम तौर पर ट्रेडजीनी नीचे दी गयी मार्जिन प्रस्तुत करता है:
ट्रेडजीनी मार्जिन की इस विस्तृत रिव्यू (समीक्षा) मे हम को जानेंगे जो ट्रेडजीनी द्वारा प्रदान किए जाने वाले मार्जिन के सही मूल्यों को जानेंगे। इस प्रकार, आप अपने ट्रेड से प्राप्त होने वाले लाभ के बारे में संपूर्ण (360 डिग्री) जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ट्रेडजीनी मार्जिन कैलकुलेटर
‘ट्रेडजीनी मार्जिन कैलकुलेटर‘ ‘डिजिटल ब्लॉगर‘ पर उपलब्ध है, और नियमित आधार पर इसमें हमारे उपयोगकर्ताओं के लिए सुधार किया जाता रहता है।
शुरुआती स्तर के उपयोगकर्ताओं को यह जान लेना जरूरी है, की मार्जिन ट्रेडिंग कुछ रिस्क (जोखिम) के साथ आता है। यह तुरंत ही आपकी प्रॉफिट को बढ़ा सकता है, लेकिन ठीक समय पर आपकी लॉस को (नुकसान) भी बढ़ा सकता है। इस प्रकार, आप ‘मार्जिन ट्रेड‘ का प्रयोग करने से पहले इन बाधाओं के बारे में किसी ब्रोकर से समझ लें।
वैसे भी, जहां तक ‘ट्रेडजीनी मार्जिन‘ का सवाल है तो यहां आप ‘इक्विटी सेगमेंट‘ के साथ ट्रेड शुरू कर सकते हैं।
‘इंट्राडे‘ के लिए प्रयोग होने वाला ‘ट्रेडजीनी मार्जिन‘
इक्विटी के अंतर्गत आप ‘डिलीवरी ट्रेड‘ या ‘इंट्राडे ट्रेडिंग‘ प्लेस कर सकते हैं, दोनों तरीके का ट्रेड के लिए मार्जिन वैल्यू अलग-अलग होता है। ज्यादातर ब्रोकर ‘इंट्राडे ट्रेड‘ के लिए ‘अधिक मार्जिन‘ प्रदान करते हैं, जबकि डिलीवरी सेगमेंट के लिए बहुत ही कम मार्जिन की पेशकश की जाती है।
‘इंट्राडे ट्रेडिंग‘ के लिए ‘इंट्राडे स्क्वायर ऑफ‘ के बराबर ‘एम आई एस मार्जिन‘ प्रदान किया जाता है। इस तरह के ट्रेड के लिए आपको अपने पोजीशन को ‘स्क्वायर ऑफ‘ करने की जरूरत नहीं पड़ती है। किसी भी तरह यह ट्रेडिंग सेशन खत्म होने से 15 मिनट पहले ही अपने-आप बंद हो जाता है।
हालांकि, आपके पास अपने ‘इंट्राडे आर्डर‘ को ‘डिलीवरी ऑर्डर‘ में बदलने का विकल्प मौजूद है। फिर भी, इसके लिए आपको सबसे पहले अपने जेब से मार्जिन की कीमत चुकानी पड़ती है।
आपको मिलने वाला मार्जिन ‘स्क्रैप‘ के आधार पर बदलता रहता है, और यह ‘1x’ के रूप में कम हो सकता है और 10 गुने के बराबर बढ़ भी सकता है। यह शुरुआत में ‘ट्रेड एक्सक्लूजन‘ (ट्रेड से बाहर निकलने) के लिए रखा गया मार्जिन होता है।
अपडेट करने की तारीख: 2nd April 2025
यहां ‘इंट्राडे सेगमेंट‘ के लिए ट्रेडजीनी मार्जिन की वैल्यू दी गई है:
ट्रेडजीनी एफ&ओ मार्जिन
यदि आप ‘कन्वेंशनल डिलीवरी ट्रेड‘ की तुलना में रिस्क लेना चाहते हैं, तब आप ‘फ्यूचर‘ और ‘ऑप्शन ट्रेड‘ में अपना आर्डर प्लेस कर सकते हैं। ‘डेरिवेटिव्स‘ के लिए ट्रेडजीनी मार्जिन ‘एक्सपायरी डेट‘ (‘समाप्ति तिथि‘) पर निर्भर करता है, यह मार्जिन ‘ट्रेडिंग‘ और ‘एक्सपायरी‘ डेट के आसपास ऊपर और नीचे होता रहता है।
डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग करते समय आपको मार्जिन, ‘स्पैन‘ और ‘एक्स्पोज़र लेबल‘ के लगभग बराबर ही मिलती है और उस स्क्रिप के लिए कुल मार्जिन ‘स्पैन‘ और ‘एक्सपोजर मार्जिन‘ का जोड होता है।
इसके अलावा कूल मार्जिन स्क्रीप पर निर्भर करती है, यहां कुछ ‘स्टॉक्स‘ और ‘सूचकांक‘ दिए हुए हैं जो आपको वास्तव में उच्च मार्जिन वैल्यू प्रदान करते हैं, और कुछ ‘फाइनेंसियल प्रोडक्ट्स‘ भी दिए हुए हैं जिसमें तुलनात्मक रूप से रिस्क (जोखिम) ज्यादा हैं। और इस प्रकार के ‘स्टॉक्स‘ में ‘ब्रोकर‘ मार्जिन प्रदान नहीं कराते हैं।
यहां ‘डेरिवेटिव सेगमेंट‘ के लिए प्रदान किए जाने वाले ट्रेडजीनी मार्जिन का विवरण इस प्रकार है:
ट्रेडजीनी कमोडिटी मार्जिन
ट्रेडजीनी कमोडिटी मार्जिन इस तथ्य पर निर्भर करता है कि आप आपका ट्रेड कितने लंबी या कम समय की लिए है। अलग अलग सूचीबद्ध कमोडिटीज के लिए ब्रोकर अलग-अलग ‘कमोडिटी ट्रेडिंग मार्जिन‘ प्रदान करता हैं (हालांकि अधिकांशत: समय यह वैल्यू (मूल्य) समान ही रहते हैं)।
गोल्ड जैसे कमोडिटी के लिए ‘ट्रेडजीनी मार्जिन‘ का मान सबसे ज्यादा है जबकि, गोल्ड पटेल (गोल्ड कमोडिटी का दूसरा रूप) जैसे कमोडिटीज ऐसे हैं जहां आपको अपने ट्रेड में अधिक मार्जिन नहीं मिलता है।
आपने जोखिम के आधार पर आप ‘विशिष्ट कमोडिटी‘ का चुनाव कर सकते हैं, और तब लोकल और इंटरनेशनल (घरेलू और अंतरराष्ट्रीय) कारक के आधार पर आप ‘मार्जिन वैल्यू‘ का इस्तेमाल ट्रेड के लिए कर सकते हैं।
ट्रेडजीनी करेंसी मार्जिन
अंत में जहां तक ‘करेंसी ट्रेडिंग सेगमेंट‘ की बात है, तो आपको यह जान लेना चाहिए कि भारत में ‘चार करेंसी पेयर्स‘ पर ट्रेड करना करने की अनुमति है और इसके ऊपर इस ‘ट्रेडिंग सिग्मेंट‘ के लिए बहुत ही कम या नहीं के बराबर मार्जिन वैल्यू पेश किया जाता है।
इस प्रकार, आपको अपने ‘इन्वेस्टमेंट‘ से अधिक ‘रिटर्न‘ प्राप्त करने के लिए ‘वॉल्यूम बेस्ड ट्रेट्स‘ को प्लेस करना चाहिए। ‘ट्रेडजीनी मार्जिन‘ की वैल्यू को ‘करंसी सेगमेंट‘ के लिए, नीचे सूचीबद्ध किया गया है।
यदि आप स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग की शुरुआत करना चाहते हैं, तो हम आपको एक कदम आगे ले जाने में आपकी सहायता करेंगे। केवल नीचे दिए गए फार्म में बुनियादी विवरण दर्ज करें, हम आपको इसकी शुरुआत करने में आपकी मदद करेंगे।
यहां बुनियादी विवरण दर्ज करें और आपके लिए कॉल बैक की व्यवस्था की जाएगी:




