अन्य ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के बारे में
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस, एंजेल ब्रोकिंग के ग्राहकों के द्वारा सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली ऐप में से एक है।
इसका कारण यह है कि यह बहुत सारी जानकारी प्रदान करता है और कई बैक-एंड ऑपरेशन्स करने की अनुमति देता है जो निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण हैं। एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस के बारे में बात करने से पहले इस स्टॉकब्रोकर के बारे में संक्षिप्त में जानने की कोशिश करते हैं।
एंजेल ब्रोकिंग की स्थापना 1987 में हुई। यह भारत की टॉप स्टॉकब्रोकर फर्म में से एक है और पिछले 30+ वर्षों से पूरे भारत में इसका ट्रेडिंग बिज़नेस फैला हुआ है।
भारत में इसकी अनेक शाखायें उपलब्ध है। इस ब्रोकर के पास खुद की रिसर्च टीम हैं जो सभी एक्सचेंजों और विभिन्न सेग्मेंट्स में काम करता है।
अन्य फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर्स की तरह, इनके पास भी बैक-ऑफिस सॉफ्टवेयर है, जिसे एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस कहा जाता है, जो सभी निवेशकों के लिए सभी एक्सचेंजों और सेग्मेंट्स में उपलब्ध है।
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस का विश्लेषण
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस उपयोगकर्ताओं को उनके ट्रेडिंग खाते के बारे में सभी बैकएंड जानकारी प्रदान करता है।
यह सॉफ्टवेयर आपके ट्रेडिंग खाते में किए गए सभी प्रकार के लेनदेन की जाँच करता है और फिर उसका अध्ययन करता है।
आप एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस सॉफ्टवेयर को ऑनलाइन एक्सेस करके जानकारी प्राप्त करने के लिए लॉग इन भी कर सकते हैं।
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस को लॉगिन करने का तरीका
निम्नलिखित तरीकों से आप एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस सिस्टम में लॉगिन कर सकते हैं जो इस प्रकार हैं-
- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस के लिए होमपेज का एक लिंक है। जब आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपको ऊपर डिस्प्ले पेज दिखाई देता है।
- इसके बाद आपको एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस में लॉग इन करने के तीन विकल्प मिलते हैं।
- पहला विकल्प – एनबीएफसी बैक ऑफ़िस – नॉन-बैंकिंग फ़ाइनेंशियल कंपनियां बैकऑफ़िस में लॉग इन करें।
- दूसरा विकल्प- म्युचुअल फंड बैक ऑफिस में लॉग इन करें।
- तीसरा विकल्प – पीएमएस – पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सिस्टम बैकऑफिस लॉग इन ऑप्शन/विकल्प।
- एंजेल ब्रोकिंग के आधार पर आप इनमें से किसी भी विकल्प को चुन सकते हैं, फिर उसे चुनें और लॉग-इन करने के लिए अपना यूजर नेम और पासवर्ड लिखें।
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस सॉफ्टवेयर की सामान्य विशेषताएं:
असेसिबिलिटी– आप एंजेल ब्रोकिंग बैकऑफिस का 24X7 उपयोग कर सकते हैं। आप यहाँ किसी भी समय लॉग इन कर सकते हैं।
इंटरफ़ेस- आपको इस सॉफ़्टवेयर के इंटरफ़ेस और इसे नेविगेट करने के लिए तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है। हालांकि इसके स्टोर में मौजूद सभी विकल्पों की प्रक्रिया में थोड़ा समय लग सकता है।
टेक्नोलॉजी- एंजेल ब्रोकिंग की अन्य सभी वेबसाइटों की तरह, इंटरफ़ेस, एप्लिकेशन और सॉफ्टवेयर एडवांस टेक्नोलॉजी हैं, और एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस इसपर कोई छूट नहीं देता है।
सिक्योरिटी- यह बहुत ही सुरक्षित है।
फंड ऑप्शन- यह सभी ‘पे-इन’ और ‘पे-आउट’ लेनदेन विवरण जानकारी प्रदान करता है।
होल्डिंग ऑप्शन
ओपन पोजीशन- यह एफएंडओ (F&O), एमसीएक्स और एनसीडीईएक्स के लिए आपके शेयरों की पिछले दिन की स्थिति को प्रदर्शित करता है। यह नई स्टॉक पोजीशन को प्रदर्शित नहीं करता है। आज होने वाला कोई भी बदलाव एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस सॉफ्टवेयर में कल प्रदर्शित होता है।
सिक्योरिटीज होल्डिंग- यह डीपी खाते में NSE /BSE सिक्योरिटीज पोजीशन का विवरण दिखाता है। यह डिलीवरी सेट्लमेंन्ट का विवरण भी दिखाता है।
सिक्योरिटीज पेआउट- यह सभी NSE / BSE होल्डिंग्स,जो पेआउट मार्किंग के लिए हैं उनको प्रदर्शित करता है।
प्रॉफिट व्यू- यह आपके बैंक, पैनकार्ड, कॉरेस्पोंडेंस अड्रेस/दस्तावेज़ भेजने का पता आदि के विवरण को दिखाता है।
लास्ट ऑक्शन- यह आपके खाते में हुई अंतिम नीलामी का विवरण दिखाता है।
डीपी (डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट) ट्रांजेक्शन- यह आपके डीपी खाते में किए गए 10 नवीनतम लेनदेन को प्रदर्शित करता है।
ई-साइनर- यह आपको सभी ई-कॉन्ट्रैक्ट नोटों की सॉफ्ट कॉपी तक पहुँचने की अनुमति प्रदान करता है। अनुबंध नोट केवल ECN पंजीकृत ग्राहकों के लिए उपलब्ध हैं। एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस के द्वारा कॉन्ट्रैक्ट नोट एक्सेस करने के लिए आपको अपना क्लाइंट आईडी, पासवर्ड और 10 अंकों का पैन कार्ड नंबर देना होता है।
म्यूचुअल फंड, पीएमएस और एनबीएफसी बैकऑफिस की विशेषताएं उन सेगमेंट की जानकारी के साथ समान होंगे
रिपोर्ट्स- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस ग्राहक को अपने बैकएंड रिसर्च के आधार पर कई प्रकार की रिपोर्ट प्रदान करता है।
शेयर एकाउंटिंग रिपोर्ट्स:
- BSE की नई बेसिक रिपोर्ट- ये निम्नलिखित 3 प्रकार की रिपोर्ट्स प्रदान करता है जो इस प्रकार है-
- क्लाइंट पोजीशन- यह बीएसई के प्रॉफिट एंड लॉस( P&L), सारांश और ग्लोबल रिपोर्ट के बारे में है।
- बीएसई की लेविस रिपोर्ट
- टर्नओवर ब्रोकरेज- एक निश्चित अवधि के लिए कुल टर्नओवर और कुल ब्रोकरेज का सारांश।
- डिलीवरी रिपोर्ट- एंजेल ब्रोकिंग के पास दो प्रकार की डिलीवरी रिपोर्ट हैं। ये एनएसई/NSE डिलीवरी रिपोर्ट और बीएसई/BSE डिलीवरी रिपोर्ट हैं। प्रत्येक रिपोर्ट निम्नलिखित विवरण प्रदान करती है।
- ग्राहक आधारित रिपोर्ट- सभी ग्राहकों के लिए- यह एक विशेष सेटलमेंट नंबर के साथ सभी स्क्रिप को दिखाता है।
- ग्राहक आधारित रिपोर्ट- किसी भी ग्राहक के लिए- यह उस विशेष सेटलमेंट नंबर के लिए स्क्रिप सूची को दिखाता है।
- ग्राहक आधारित रिपोर्ट- सभी सेटलमेंट- यह उन सभी स्क्रिप को दिखाता है जो एनएसई/बीएसई के लिए एंजेल ब्रोकिंग के साथ सेटलमेंट किये गए हैं,और जो अब तक के सभी सेग्मेंट्स में हैं।
- स्क्रिप्स आधारित रिपोर्ट- यह उन सभी स्क्रिप को दिखाता है जो किसी विशेष सेटलमेंट नंबर के ट्रेड को करते हैं।
- शोर्टेज रिपोर्ट- यह पेआउट में प्राप्त सभी शेयरों को और पे-इन में बाहर भेजे गए शेयर को दिखता है
पोजीशन रिपोर्ट:
- ग्राहक आधारित स्थिति- ग्राहकों के अनुसार स्टॉक की डिलीवरी स्थिति पर रिपोर्ट।
- स्क्रिप आधारित रिपोर्ट- स्क्रिप के अनुसार शेयरों की डिलीवरी स्थिति पर रिपोर्ट।
- ISIN सर्च- ISIN कोड प्राप्त करने के लिए, स्क्रिप नंबर लिखें और यह ISIN प्राप्त करें।
- क्लाइंट आईडी सर्च- ये आपको DP आईडी ढूंढ कर देता है।
- स्टेटमेंट:
- स्टेटमेंट ऑफ़ होल्डिंग- यह पूल होल्डिंग पर एक स्टेटमेंट प्रदान करता है।
- पे इन रिकन्सीलेशन- यह शॉर्टेज रिपोर्ट प्रदान करता है।
- शेयर का भुगतान- यह पूल खाते से डीपी खाते में शेयर भुगतान के विवरण को दिखाता है।
ब्रांच आधारित रिपोर्ट
- ब्रांच को डिलीवर करना- यह उन स्क्रिप्स को दिखाता है जिन्हें शाखा में भेजा जाता है।
- ब्रांच से प्राप्त करना – यह ब्रांच से प्राप्त होने वाले स्क्रिप्स को दर्शाता है।
- ऑक्शन रिपोर्ट- ये नीलामी के बिल्स को दर्शाता है।
- डिस्प्ले- यह विकल्प नीचे दी गई रिपोर्ट और विवरण को दिखाता है।
- NSE /BSE /F&O ट्रेड कन्फर्मेशन रिपोर्ट- यह ट्रेड की पुष्टि से संबंधित सभी डेटा को प्रदान करता है।
- NSE/BSE/F&O ट्रेड सेटलमेंट अनुसूची रिपोर्ट- यह सेट्लमेंट नंबर्स और तारीख को दर्शाता है।
- कॉर्पोरेट एक्शन रिपोर्ट- यह राइट्स, बोनस, डिविडेंड, और स्टॉक स्प्लिट आदि से संबंधित कॉर्पोरेट कार्यों का विवरण दिखाता है।
- NSEFO की नई रिपोर्ट- यह नेट स्थिति, सौदा सारांश, टर्नओवर, बिल, ग्राहक सारांश, एक ग्राहक के M 2 M पर एक वार्षिक रिपोर्ट दिखाता है।
- NSE की नई बेसिक रिपोर्ट- यह एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस को एक्सेस करने के विकल्प उपलब्ध कराता है।
- क्लाइंट पोजीशन- ये सौदा सारांश प्रदान करता है।
- लेविस रिपोर्ट – ये प्रासंगिक रिपोर्ट को दर्शाता है।
- फाइनेंस एकाउंटिंग- वित्तीय लेखांकन के बही खाता विवरणों को देखने के लिए डिस्प्ले रिपोर्ट पर जाएं, फिर NSE पार्टी लैज या BSE पार्टी लैज पर क्लिक करें और फिर NSE FO पार्टी का चयन करें।
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस के लाभ
यहाँ एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस का उपयोग करने की कुछ सकारात्मक/पॉजिटिव बातें दी गई हैं:
- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस ट्रेडर्स को उन रिपोर्टों तक पहुंचने में मदद करता है जो गहन या डेप्थ रिसर्च और विश्लेषण का परिणाम हैं। ट्रेडर्स ट्रांजेक्शन और मार्केट की स्थिति का अध्ययन कर सकते हैं, और ऑनलाइन ट्रेडिंग के प्रत्येक सेगमेंट पर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस रिपोर्ट सही आकार में और विस्तृत है।
- यह ट्रेडर्स को अच्छी तरह से सूचना देता है और भरोसेमंद ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करता है।
एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस के नुकसान
इस समय, इस प्रणाली के साथ कुछ मुद्दे हैं जैसे:
- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस इंटरफेस एक नये ट्रेडर्स के लिए मुश्किल हो सकता है।
- एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस को प्रत्येक श्रेणी के तहत बहुत सारे ड्रॉप-डाउन मेनू, हिडन ऑप्शंस और अनेक विशेषताओं के साथ बनाया गया है जिससे कोई भी ट्रेडर आसानी से बिना सोचे इसपर विश्वास कर लेगा।
निष्कर्ष
हम यह कह सकते हैं कि एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस सॉफ्टवेयर मार्केट में अन्य स्टॉकब्रोकिंग फर्मों के सभी बैकऑफिस सॉफ्टवेयर से काफी अलग है।
यह भी स्पष्ट है कि एक ट्रेडर की आवश्यकताओं और रिपोर्टों की सप्लाई/आपूर्ति के बीच एक अंतर है।
अगर कंपनी एंजेल ब्रोकिंग बैक ऑफिस प्लेटफॉर्म पर अपने ग्राहक से फीडबैक मांगती है और ग्राहक की जरूरतों के अनुसार इसमें सुधार करती है तो यह मददगार होगा।
अगर आप किसी ट्रेडिंग खाते के सभी बैकेंड विवरण को जानना चाहते हैं, तो कुल मिलाकर यह उपयोग करने के लिए बेहतर विकल्प है।
यदि आप ट्रेडिंग और निवेश के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो हम आगे बढ़ने में आपकी सहायता करेंगे: