अन्य मार्जिन कैलकुलेटर
‘आर्डर प्लेस‘ करने से पहले मार्जिन की गणना करना बहुत महत्वपूर्ण है। वास्तव में जब एक अनुभवी इन्वेस्टर, अपने ट्रेड के लिए ‘स्क्रिप‘ की चुनाव करता है तब वह ‘मार्जिन ट्रेडिंग‘ को सबसे अधिक महत्वपूर्ण कारक के रूप में चुनता है। यदि आप ‘फायर्स‘ के ग्राहक हैं तब मार्जिन की गणना करने के लिए, मार्जिन केलकुलेटर बहुत ही महत्वपूर्ण टूल (यंत्र) है।
यह ‘इंट्राडे ट्रेडिंग‘ या फिर ‘डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग‘ की तलाश करने वाले ग्राहकों के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है।
मार्केट के उतार-चढ़ाव के आधार पर मार्जिन वैल्यू बदलती रहती है और तब साथ ही साथ ‘ट्रेडिंग‘ से संबंधित निर्णय भी बदलता है। इस विस्तृत समीक्षा में हम फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर के बारे में जानेंगे और इस डिस्काउंट ब्रोकर द्वारा ‘सभी ट्रेडिंग सिगमेंट‘ में अपने ग्राहकों को प्रदान की जाने वाली अलग-अलग प्रकार की मार्जिन वैल्यू के बारे में भी जानेंगे।
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर की समीक्षा
भारत में अधिकांशत डिस्काउंट ब्रोकर अपने ग्राहकों को बहुत अधिक मार्जिन वैल्यू की पेशकश नहीं करते हैं। लेकिन यहां आपको कुछ अपवाद देखने को मिलता है, जैसे कि एंगल ब्रोकिंग (जो कि हाल ही में फ्लैट ब्रोकरेज की ओर अपना रुख किया है) मुख्य रूप से मध्य स्तर पर मार्जिन वैल्यू प्रदान करता है।
जहा तक फायर्स मार्जिन की बात है, आप समझ लें कि इसमें व्यापार करना ‘डिस्काउंट ब्रोकर‘ के साथ व्यापार करने के लगभग समान होता है। यहां मिलने वाला मार्जिन वैल्यू ‘मध्यम स्तर‘ का होता है, इसलिए आपको अपने बुद्धिमता से मार्जिन का चुनाव करने की सलाह दी जाती है।
इस फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर में हम सबसे पहले इक्विटी सेगमेंट के बारे में जानेंगे
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर इक्विटी
जब इक्विटी की बात आती है, तब यहां दो प्रकार के व्यापार संभव है – ‘डिलीवरी‘ एंड ‘इंट्राडे‘
जहां तक इक्विटी डिलीवरी की बात है, ‘फायर्स‘ इस स्तर पर बहुत स्पष्ट रूप से बताता है कि यह किसी भी तरह का कोई ‘मार्जिन या लिवरेज‘ अपने ग्राहक को प्रदान नहीं करता है। इस प्रकार यह गुणांक आपके ट्रेडिंग अकाउंट बैलेंस के 1X या 1 गुने के अनुरूप रहता है।
हां, ‘इंट्राडे ट्रेडिंग‘ पूरी तरह से एक अलग खेल है जहां आपको ट्रेड करने पर उचित मार्जिन मिलता है और आप अपने ट्रेड पर उचित लाभ कमा सकते हैं।
यहां आपको सूचित किया जाता है कि यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए फायर्स से मार्जिन का प्रयोग करते हैं तब ट्रेडिंग सेशन (व्यापार सत्र) 9:15 सुबह से 3:15 शाम तक चलता हैं।
अपने पोजीशन को ‘खुद से‘ ट्रेडिंग का समय समाप्त होने से पहले मैनुअल रूप से बंद किया जा सकता है, नहीं तो सिस्टम आपके लिए या ऑटोमेटिक रुप से स्टॉक मार्केट के बंद होने से 15 मिनट पहले स्वतः ही कर देता है।
अपडेट करने की तारीख: 2nd April 2025
जहां तक इक्विटी सेगमेंट के लिए फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर की बात है तो उसके विवरण नीचे विस्तार से दिए गए हैं:
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर इक्विटी फ्यूचर्स
जब डेरिवेटिव ट्रेडिंग की बात आती है तो आप यह समझ ले की, मुख्य रूप से यहां बहुत अधिक उतार-चढ़ाव होता रहता है।
इस शेयर में पाए जाने वाले ट्रेडिंग प्रोडक्ट्स और स्क्रिप्ट पर ब्रोकर द्वारा पेश की जाने वाली मार्जिन एक्सपायरी डेट (समाप्ति तिथि) के साथ आता है।
जैसा कि नीचे की तालिका में दिखाया गया है की मार्जिन वैल्यू एक्सपायरी डेट के अनुरूप किस तारीख तक मान्य है जिसके अनुसार आप अपना ट्रेड कर सकते हैं:
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर करेंसी
करेंसी शेयर की तरफ आगे बढ़ते हुए यह जान लेना आवश्यक है कि भारतीय करेंसी बाजार में 4 करेंसी पेयर्स ऐसे है, जो कानूनी रूप से कारोबार करने की अनुमति देते हैं। जो नीचे दिए गए हैं:
- आई एन आर – यू एस डी
- आई एन आर – जी बी पी
- आई एन आर – जे पी वाई
- आई एन आर – ई यू आर
बाजार का यह रूप, मुख्य रूप से ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजार‘ और ‘उद्योग की गतिशीलता‘ पर निर्भर करता है। इस क्षेत्र में मार्जिन का प्रयोग करने से पहले आपको ‘अंतरराष्ट्रीय बाजार‘ के रुझान को समझने सुझाव दिया जाता है।
करेंसी सेगमेंट्स के लिए फायर्स मार्जिन केलकुलेटर से संबंधित मान यहां दिए गए हैं:
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर कमोडिटी
अंत में जहां तक कमोडिटी ट्रेडिंग की बात है, तो फायर मार्जिन केलकुलेटर ‘फायर्स डेरिवेटिव्स लेबल‘ और ‘इंट्राडे लेवल‘ पर उचित कमोडिटी मार्जिन प्रदान करता है।
हालांकि, जैसा की ‘करेंसी ट्रेडिंग‘ की तरह ही उसी कमोडिटी सेगमेंट भी अंतरराष्ट्रीय व्यापार से बहुत अधिक प्रभावित होता है। और यहां ‘कमोडिटी ट्रेडिंग‘ के ‘फाइनेंसियल क्लास‘ के अतिरिक्त बहुत सारे ‘क्लासेस‘ दिए गए हैं, जिसके अनुरूप बदलाव होते रहते हैं। इस प्रकार, यदि आप कमोडिटी ट्रेडिंग के दौरान मार्जिन के प्रयोग करते हैं तो ट्रेडिंग करते समय आपको कई सारे तथ्यों की जानकारी रखने की जरूरत है।
यदि आप स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग या सामान्य रूप से निवेश करना चाहते हैं, तो आइए हम आपकी सहायता कर आपको एक कदम आगे ले जाएंगे।
यहां अपना बुनियादी विवरण दर्ज करें और आपके लिए कॉल बैक की व्यवस्था की जाएगी:
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर के अंतर्गत अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
फायर्स मार्जिन कैलकुलेटर पर चर्चा बंद करने से पहले हम इस ‘डिस्काउंट ब्रोकर‘ के ‘ग्राहकों‘ द्वारा अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में जानेंगे:
प्रश्न: क्या होगा यदि बाजार सुचारू रूप से चलता रहे और मुझे अपने ‘फायर्स डिमैट अकाउंट‘ में उपलब्ध बैलेंस से अधिक का नुकसान उठाना पड़े?
उत्तर: ठीक है, निसंदेह ऐसी स्थिति हो सकती है हालांकि इसकी संभावना कम है और ऐसे मामलों में सबसे पहले आपको अपने सभी ‘बकाया राशि‘ की भुगतान करनी पड़ेगी। आपको ब्रोकर के द्वारा ईमेल, ‘एस एम एस‘ और नोटिफिकेशन के द्वारा आपके ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर सूचित किया जाएगा। यदि आप दिए गए समय पर भुगतान को खत्म नहीं करते हैं तो आपको जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
प्रश्न: क्या यह कोई एक विशिष्ट समय सीमा है जिसके अंतर्गत सभी पोजीशंस मैनुअल रूप से या सोता रूप से बंद किए जा सकते हैं?
उत्तर: हां, यह समय सीमा ट्रेडिंग सेगमेंट के आधार पर अलग-अलग होती है।
यहां सटीक जानकारी दी गई है:
- इक्विटी: 3:15 दोपहर तक
- करेंसी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस: 4:45 शाम तक
- इक्विटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस: दोपहर 3:15 तक
- कमोडिटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (सत्र 1): सायं 4:45 तक
- कमोडिटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (सत्र 2) दोपहर 11: 15 (11:40 शीतकालीन सत्र के दौरान)
कुछ विशेष परिस्थितियों में ‘स्क्वायर ऑफ टाइम‘ बदल भी सकता है।
प्रश्न: मैं अपना पोजीशन स्क्वायर ऑफ (बंद) करना नहीं चाहता। क्या या कोई ऐसा तरीका है जिसके द्वारा में यह मैनेज कर सकूं?
उत्तर: हां, बिल्कुल! यदि आप अपने ट्रेड के आउटकम से संतुष्ट नहीं हैं (स्टॉक मार्केट के संबंध में ज्यादा होता है), इसके लिए अतिरिक्त मार्जिन का उपयोग करना काफी अच्छा होगा जो आपके ‘होल्डिंग्स‘ में किसी भी प्रकार के नुकसान का ध्यान रखता है। इस प्रकार आपकी स्थिति ऑटोमेटिक (स्वचालित) रूप से ‘स्क्वायर ऑफ‘ होने से बच सकती है।




