आईसीआईसीआई डीपी शुल्क

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किसी भी ब्रोकर के साथ डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कुछ चार्जेज जैसे कि एएमसी, कस्टोडियन, और डीपी शुल्क एक मुख्य भूमिका निभाते हैं। इसलिए, आज इस आर्टिकल में हम आईसीआईसीआई डीपी शुल्क के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। 

आईसीआईसीआई डायरेक्ट, भारत के टॉप स्टॉक ब्रोकर्स में से एक है। जो आपको विभिन्न सेग्मेंट्स में ट्रेडिंग करने की अनुमति देता है। 

तो चलिए, शुरू करते हैं। 

ICICI DP Charges in Hindi

आपके आईसीआईसीआई डीमैट अकाउंट से होने वाली हर ट्रांजेक्शन के लिए डिपॉजिटरी के द्वारा लगाए जाने वाले शुल्क को डीपी शुल्क कहा जाता है।

यहाँ डीपी शुल्क से संबंधित कुछ पॉइंट्स दिए गए हैं जिनपर ध्यान देना जरुरी है:

  •  यह शुल्क प्रति दिन प्रति स्क्रिप पर लगाए जाते हैं। इस प्रकार यह फिक्स्ड हैं और ट्रेड की टर्नओवर वैल्यू पर निर्भर नहीं करते हैं। 
  • जब भी आप अपने डीमैट अकाउंट से शेयर डेबिट करते हैं यानी अपनी सिक्योरिटीज को बेचते हैं तो यह सिर्फ तभी लगाए जाते हैं। 

नीचे आपको एक टेबल दिया गया है जिसमें एनएसडीएल और सीडीएसएल डिपॉजिटरी द्वारा लगाए जाने वाले आईसीआईसीआई डीपी शुल्क को समझाया गया है। 

इस प्रकार, हम देख सकते हैं कि आईसीआईसीआई डायरेक्ट, सीडीएसएल और एनएसडीएल डीमैट अकाउंट के लिए ₹20 + 18% GST =₹23.6 डीपी शुल्क लगाता है।

चलिए, सही ढंग से समझने के लिए 3 अलग अलग उदाहरणों को देखते हैं। 


#1 उदाहरण 

मिस्टर X ने 100 शेयर इनफ़ोसिस के और 100 शेयर TCS के किसी विशेष ट्रेडिंग डे पर बेचे। चूँकि डीपी शुल्क प्रति स्क्रिप लगाए जाते हैं इसलिए इसलिए उनको दोनों ट्रांजेक्शन के अलग-अलग डीपी शुल्क का भुगतान करना पड़ा। 

ऊपर हुई ट्रांजेक्शन के आधार पर आईसीआईसीआई में कुल डीपी शुल्क इस प्रकार हुए:

इनफ़ोसिस के 100 डेबिट शेयर = ₹23.6 (₹20+3.6)

TCS के 100 डेबिट शेयर = ₹23.6 (₹20+3.6)


#2 उदाहरण 

चलिए, अब एक अलग उदाहरण देखते हैं। यहाँ मिस्टर X ने सुबह 10 बजे इंफोसिस के 50 शेयर और उसी दिन 3 बजे 50 शेयर ओर बेचे। 

इस प्रकार, यहाँ उन्होनें 2 बार शेयर डेबिट किये, फिर उन्होनें केवल एक बार ही ₹23.6 डीपी शुल्क का भुगतान किया। क्योंकि डीपी शुल्क दिन में केवल एक बार प्रति स्क्रिप पर लगाए हैं। 


#3 उदाहरण 

आखिरी उदाहरण में, मिस्टर X ने सोमवार को इंफोसिस के 50 शेयर बेचे और अगले दिन फिर उन्होनें मंगलवार को इंफोसिस के 50 शेयर की ट्रांजेक्शन की। 

चूँकि उन्होनें एक ही स्क्रिप की दो अलग अलग दिनों पर ट्रांजेक्शन की, जिस वजह से उन्हें दो बार डीपी शुल्क देना पड़ा। 

कुल डीपी शुल्क = ₹23.6+₹23.6 = ₹47.2 


निष्कर्ष 

डीपी शुल्क सामान्य रूप से हिडन चार्ज होते हैं जो किसी कॉन्ट्रैक्ट में नहीं लिखे होते। इसलिए आईसीआईसीआई डायरेक्ट डीमैट अकाउंट ओपनिंग से पहले इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए .

तो यदि आपको भी डीपी शुल्क से संबंधित कोई जानकारी चाहिए तो आप “अ डिजिटल ब्लॉगर” के माध्यम से 

अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं .


इसके अलावा, यदि आप फ्री में डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं या अकाउंट ओपनिंग की कोई जानकारी चाहते हैं तो नीचे दिए गए फॉर्म को भरें.

उसके बाद आपके लिए कॉलबैक की व्यवस्था की जाएगी. 

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