ट्रेडिंग कोई भी हो ब्रोकर अपनी कमीशन तो लेगा ही लेकिन क्या आपका ब्रोकर आपके प्रॉफिट से ज़्यादा ब्रोकरेज ले रहा है? क्या इंट्राडे चार्ज आपके प्रॉफिट को कम कर रहे है? नहीं पता! तो जाने कि Intraday trading me kitna charge lagta hai.
इंट्राडे ट्रेडिंग का चार्ज कितना है?
अब मार्केट में कई ब्रोकर है, उनमे से कुछ फुल-सर्विस तो कुछ डिस्काउंट ब्रोकर है। अब ब्रोकर अलग है तो इनके शुल्क भी अलग है जो इनके प्रोडक्ट और सर्विस पर निर्भर करते है।
उदाहरण के लिए अगर Zerodha की बात की जाए तो वह फ्लैट ब्रोकरेज लेता है और वही IIFL जो एक फुल सर्विस ब्रोकर है ट्रेडिंग टर्नओवर के अनुसार कमीशन चार्ज करता है।
आपका अकाउंट कौनसे ब्रोकर के साथ है और वह आपसे इंट्राडे ट्रेडिंग का कितना शुल्क लेता है, जानने के लिए ये ब्लॉग अंत तक पढ़े।
Zerodha इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Zerodha काफी समय से शीर्ष ब्रोकर में से एक है। डिस्काउंट ब्रोकर के मॉडल में Zerodha काफी अच्छा ब्रोकर है। अपनी टेक्नोलॉजी के लिए मशहूर ये ब्रोकर इंडिया का पहला डिस्काउंट ब्रोकर है। Zerodha में इंट्राडे ट्रेडिंग के चार्जेज (Zerodha Intraday Charges in Hindi) की सूची कुछ इस प्रकार है |
Equity intraday Charges | Flat ₹ 20 or 0.03% (whichever is lower) |
Future Intraday Charges | 0.03% or Rs. 20/executed order whichever is lower |
Option Intraday Charges | Flat Rs. 20 per executed order |
Groww इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Zerodha की तरह ही Groww भी डिस्काउंट ब्रोकर के मॉडल पर काम करता है। निचे Groww के इंट्राडे ब्रोकरेज के खर्चों की डिटेल्स दी हुई है।
Equity intraday Charges | ₹20 per executed order or 0.05% (whichever is lower) |
Future Intraday Charges | Flat Rs. 20 per executed order |
Option Intraday Charges | Flat Rs. 20 per executed order |
Upstox इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Upstox भी एक डिस्काउंट मॉडल पर चलने वाला ब्रोकर है। इसमें Zerodha और Groww की तरह ही ट्रेडिंग प्लान्स है। निचे Upstox के इंट्राडे ब्रोकेरज चार्जेज की जानकारी दी गई है।
Equity Intraday Charges | ₹20 per executed order or 0.05% (whichever is lower) |
Future Intraday Charges | ₹20 per executed order or 0.05% (whichever is lower) |
Option Intraday Charges | Flat ₹20 per executed order. |
Angel One इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Angel One जिसे पहले Angel Broking के नाम से जाना जाता था। जिसकी लगभग 1996 में शुरुआत हुई थी। पहले ये फुल सर्विस मॉडल पर काम किया करते थे अब इनका हाइब्रिड मॉडल है, इसका मतलब है की ये डिस्काउंट और फुल सर्विस दोनों तरह के ब्रोकर है।
Angel One की बहुत सारी विशेषताएं इसको ख़ास बनती हैं | आइए अब जानते हैं Angel One इस्तेमाल करने पर इंट्राडे ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है | ये चार्जेज कुछ इस प्रकार है |
Equity Intraday Charges | ₹ 0 for first 30days or ₹ 500 then
₹ 20 / Executed Order Or 0.03% (Whichever Is Lower) |
Future Intraday Charges |
₹ 0 for first 30days or ₹ 500 then ₹ 20 / Executed Order Or 0.25% (Whichever Is Lower) |
Option Intraday Charges | ₹ 0 for first 30days or ₹ 500 then
₹ 20 / Executed Order Or 0.25% (Whichever Is Lower) |
Kotak Securities इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Kotak Securities के तीन प्लान है, पहला Trade Free Plan, दूसरा Trade Free Youth प्लान और तीसरा Trade Free Max प्लान।
Kotak Securities Trade Free Plan
99 रुपये देकर आप लाइफटाइम के लिए ये प्लान ले सकते हो।
Equity Intraday Charges | ₹0 |
Future Intraday Charges | ₹0 |
Option Intraday Charges | ₹0 |
Trade Free Youth Plan
299 रुपये देकर आप पहले साल के लिए, और 499 रुपये देकर अगले साल के लिए फिरसे ये प्लान ले सकते हो।
Equity Intraday Charges | ₹0 |
Future Intraday Charges | ₹0 |
Option IntradayCharges | ₹0 |
Kotak Securities के इन दोनों प्लान में इंट्राडे ट्रेडिंग चार्जेज बिलकुल फ्री है, इनमें मार्जिन और कुछ अन्य चीजें पर ही चार्जेज लगते है।
Motilal Oswal इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
Motilal Oswal भी बहुत पुराना ब्रोकर है, लगभग 1987 में मुंबई में इसकी शुरुआत हुई थी। Motilal Oswal फुल सर्विस ब्रोकर है और अपनी फुल सर्विस के लिए ये ब्रोकर मशहूर है। यहाँ गौर करने वाली बात ये है की मोतीलाल ओसवाल का ब्रोकरेज शुल्क (Motilal Oswal brokerage in Hindi) बहुत कम है और इसी वजह से ये बहुत से ट्रेडर्स की पहली पसंद है |
Equity Intraday Charges | 0.02% |
Future Intraday Charges | 0.02% |
Option Intraday Charges | 20 Per Lot |
5paisa इंट्राडे ब्रोकरेज चार्ज।
5paisa एक डिस्काउंट ब्रोकर है, जो की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड भी है। अपने डिस्काउंट मॉडल में 5paisa फिक्स चार्ज (5paisa charges in Hindi) लेता है। निचे आप इसके द्वारा लिए जाने वाले इंट्राडे ट्रेडिंग चार्जेज दिए गए है।
Equity Intraday Charges | ₹20 |
Future Intraday Charges |
₹20 |
Option Intraday Charges | ₹20 |
अगर आपके पास 5paisa का ₹599 रुपये महीने का Subscription प्लान है तो ₹10 रुपये ब्रोकरेज हर प्रकार की ट्रेड में फिक्स होगा
इंट्राडे ट्रेडिंग शुल्कों की गणना कैसे की जाती है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में शुल्कों की गणना करने से पहले ब्रोकर द्वारा लिए जाने वाले चार्ज का पता होना चाहिए।
यहाँ हम डिस्काउंट ब्रोकर Zerodha की बात कर लेते है।
Zerodha इंट्राडे में ज्यादा से ज्यादा 20 रूपए या 0.03% (जो भी इनमें से कम हो) लिया जाता है। इसके आलावा Zerodha Equity, Currency, और Commodity की ट्रेड में भी यही चार्ज लेता है। पर ऑप्शन ट्रेडिंग में 20 रुपये प्रति ट्रेड के हिसाब से लिए जाते है।
आइये एक गणना करके देखते है।
मान लीजिये की SBI Bank के शेयर का भाव 500 रुपये चल रहा है और हम उसके 100 शेयर 500 के भाव पर खरीदकर 510 के भाव पर बेचना चाहते है तो इसकी इंट्राडे के शुल्कों की गणना कैसे होगी।
500 के भाव पर 100 शेयर खरीदे गए: यानी की 500 X 100 = 50000
510 के भाव पर 100 शेयर बेचे गए: यानी 510 X 100 = 51000
तो टोल वैल्यू बनी 50000 + 51000 = 101000
और इस 101000 की वैल्यू का 0.03% बना 30.30 रुपये। ये हुई ब्रोकरेज चार्जेज। क्योंकि ये खरीददारी और बिकवाली दोनों की वैल्यू को जोड़कर गणना की गई है, इसे अलग अलग करके भी ब्रोकरेज निकाली जा सकती है।
इसके आलावा ट्रेडिंग टर्नओवर या वैल्यू को आधार बनाकर अन्य खर्चे भी लगते है। जैसे की STT | STT के खर्चे बिकवाली के आधार पर लगते है। जो की 0.025% बेचने पर लगते है।
हमारी बिकवाली की वैल्यू 510 X 100 = 51000 बानी थी तो 51000 का 0.025% हुआ 12.75 पर इसमें होते ये है की इसे राउंड नंबर के आधार पर देखा जाता है, अगर रकम के आगे वाली वैल्यू के पास की वैल्यू है तो आगे वाली वैल्यू को माना जाएगा और अगर पीछे वाली वैल्यू के पास की है तो पीछे वाली वैल्यू को माना जाएगा।
जैसे की 12.75 जो है वो 13 के नजदीक है तो यहाँ STT 13 रुपये ही मानी जाएगी, अगर यही 12.50 से निचे होती तो वैल्यू 12 रुपये मानी जाती।
इसके आलावा Exchange Txn Charge, GST, SEBI Charges, और Stamp Duty भी लगती है।
इन खर्चों के बारे में आप ब्रोकर की साइट पर जाकर पढ़ सकते है।
जैसे की Exchange Txn Charge जो की Exchange द्वारा लिए जाते है।
GST सरकार द्वारा ली जाती है। और शेयर बाज़ार को रेगुलेट करने वाली सेबी भी अपने चार्जेज लेती है। इसके आलावा राज्य सरकारें Stamp Duty लेती है।
इंट्राडे चार्ज इतने ज्यादा क्यों होते हैं?
इंट्राडे ट्रेडिंग में चार्ज ज्यादा होने के कई कारण होते है, जैसे की:
- ज्यादा ट्रेड या ओवर ट्रेड करना। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि दिन में बार बार ट्रेड के मौके बनते रहते है, ऐसे में ट्रेडर ज्यादा ट्रेड करता है और उसका खर्चा बढ़ जाता है।
- इंट्राडे में छोटी छोटी मूव में भी बड़े प्रॉफिट निकालने की कोशिश में बड़ी क्वांटिटी से ट्रेड कर ली जाती है जो की ट्रेडिंग टर्नओवर बढ़ा देती है जिसकी वजह से चार्जेज भी बढ़ जाते है।
- कुछ ब्रोकर प्रति ट्रेड के हिसाब से चार्ज लेते है, जो की काफी बड़ा कारण है ट्रेडिंग के चार्ज हाई होने का।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ब्रोकर के आलावा अन्य खर्चे।
ट्रेडिंग में ब्रोकर के अलावा भी काफी खर्चे होते है, जो निचे टेबल में दिए गए है।
Type Of Charges | Equity intraday | Currency | Commodity |
STT/CTT | 0.1% on Buy & Sell | No STT | 0.01% on Sell Side |
Transaction Charges | NSE: 0.00325%
BSE: 0.00375% |
NSE:0.0009%
BSE: 0.0009% |
Exchange txn Charge: 0.0026% |
GST | 18% on (Brokerage + SEBI Charges + Transaction Charges) | 18% on (Brokerage + SEBI Charges + Transaction Charges) | 18% on (Brokerage + SEBI Charges + Transaction Charges) |
SEBI Charges | ₹10 / Crore | ₹10 / Crore | Agri: ₹1 / Crore
Non-agri: ₹10 / Crore |
Stamp Charges | 0.003% or ₹300 / Crore On Buy-Side | 0.0001% or ₹10 / Crore On Buy-Side | 0.002% or ₹200 / Crore On Buy-Side |
These figures are taken from the broker’s site and may change over time.
अब हम बात करते है ऊपर शीट में बताए गए चार्जेज की, ये सब चार्जेज कौन कौन से चार्जेज है और इन्हें कोन लेता है।
- Call & Trade And RMS auto-square-off: ये चार्ज तब लिया जाता है जब ट्रेडर ब्रोकर को कॉल करके अपने सोदे लेता है और जब ट्रेडर अपने इंट्राडे वाले सोदे को श्याम तक क्लोज नहीं करता तो ब्रोकर खुद ही उस सोदे को क्लोज कर देता है, इसके लिए वो चार्ज लेता है।
- STT/CTT: STT यानी की सिक्योरिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स और CTT यानी की कमोडिटीज ट्रांजेक्शन टैक्स, ये वो टैक्स है जो स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से लेन-देन के कुल कारोबार पर लगाया जाता है। इसकी शुरुआत 2004 में की गई थी। ये टैक्स केंद्र सरकार का होता है।
- Transaction Charges: ये ट्रांजैक्शन चार्जेज टोटल टर्नओवर पर लगाया जाता है और ये चार्जेज एक्सचेंज द्वारा लिया जाता है।
- GST: GST (Goods and Services Tax) चार्जेज शेयर की ट्रेडिंग पर लिया ही जाता है, ये चार्जेज भी केंद्र सरकार का होता है। शेयर बाज़ार के अलावा भी हर बहुत सारी चीजों की खरीददारी और बिकवाली पर ये चार्जेज लिया जाता है।
- SEBI Charges: SEBI (Securities and Exchange Board of India) शेयर बाज़ार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI भी ट्रेडिंग में होने वाले सोदों पर चार्ज लेती है।
- Stamp Charges: ये चार्ज जिसे स्टाम्प ड्यूटी भी कहते है, ये राज्य सरकार द्वारा लिया जाता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में ये सारे चार्जेज लिए जाते है,इसके लिए ट्रेडर को अलग अलग चार्जेज नहीं भरने पड़ते बल्कि ब्रोकर के टर्मिनल के माध्यम से खुदबखुद सेटल हो जाते है।
निष्कर्ष।
आजकल लगभग ट्रेडर्स इंट्राडे ट्रेडिंग करते है, उनके लिए ट्रेडर को अपने सोदों पर लगने वाले चार्जेज के बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि ये खर्चे उनके मुनाफे का काफी बड़ा हिस्सा होते है।
ज्यादातर ट्रेडर ये गलती करते है की वो इन खर्चों पर ध्यान नहीं देते और ज्यादा ट्रेड करने लगते है, ज्यादा ट्रेड के साथ ये खर्चे भी बढ़ जाते है। इसलिए intraday trading me kitna charge lagta hai यह हर ट्रेडर को पता होना चाहिए |
ऊपर दी गयी जानकारी से आप भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ स्टॉकब्रोकर (Stock Brokers for Intraday Trading in Hindi) का चुनाव कर सकते हैं |
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कमाना चाहते हैं तो उसकी शुरुआत आप डीमैट अकाउंट खोल कर आसानी से कर सकते हैं | इसमें आपकी मदद के लिए हमारी टीम हमेशा तैयार है | बस आपको नीचे दिए गए फॉर्म को भर कर इसमें पहला कदम उठा सकते हैं |