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क्या आप रेलिगेयर के साथ अपना डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं? क्या आप रेलिगेयर डीमैट अकाउंट शुल्क के बारे में जानना चाहते हैं?
अगर हां! तो आप बिलकुल सही जगह पर आए हैं।
ट्रेडिंग और अकाउंट खोलने से जुड़ी लगभग हर एक गतिविधियों में कुछ शुल्क जरूर शामिल होते हैं। भले ही आप किसी डिस्काउंट ब्रोकर या फुल- सर्विस ब्रोकर के जरिये अपना डीमैट अकाउंट खोलें, ये दोनों ही आपसे अकाउंट खोलने, ब्रोकरेज, लेन- देन और मेंटिनेंस (AMC) के नाम पर एक तय फीस जरूर लेते हैं।
बिल्कुल यही नियम रेलिगेयर डीमैट अकाउंट पर भी लागू होता है। यह ब्रोकर दिल्ली में स्थित एक फुल सर्विस ब्रोकर है।
रेलिगेयर सिक्योरिटीज या किसी अन्य ब्रोकर के साथ ट्रेड करने के लिए आपको किसी ट्रेडिंग या डीमैट अकाउंट की जरुरत पड़ेगी। अगर आपको सिर्फ शेयर्स, इक्विटी, कॉमोडिटी और करेंसी को खरीदना और बेचना है, तो आपका काम सिर्फ ट्रेडिंग अकाउंट से ही पूरा हो जाएगा।
हालाँकि, अगर आप इन सेग्मेंट्स में निवेश करना चाहते हैं जैसे कि शेयर्स को रखना, तब आपके लिए एक रेलिगेयर डीमैट अकाउंट खोलना बेहतर होगा।
ऐसा करने के लिए आपको कुछ जरुरी दस्तावेज जमा करने होंगे, जिससे आप फर्म के साथ अपना डीमैट अकाउंट खोल पाने की योग्यता को साबित कर पाएं। इसके बाद अगला महत्वपूर्ण फैक्टर इस पर लगने वाले शुल्क हैं।
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट के बारे में विस्तार से जानकारी नीचे दी गई है।
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट खोलने का शुल्क
एक डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा खर्च अकाउंट खोलने के लिए निर्धारित फीस पर होता है, जो कि सिर्फ एक बार ही देनी पड़ती है (इसे सिर्फ अकाउंट खोलने के वक्त ही दिया जाता है)।
इसके बाद, ब्रोकरेज और ट्रांजैक्शन की फीस अपने- अपने ट्रेड के हिसाब से दी जाती है। इसके बाद अंत में, AMC शुल्क साल में एक बार अकाउंट को मेंटेन करने के लिए दिए जाते हैं।
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट ओपन करने में लगने वाले शुल्क | |
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट ओपन करने में लगने वाले खर्च | कोई शुल्क नहीं |
रेलिगेयर ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने में लगने वाले खर्च | ₹500 (केवल एक बार जमा करनी है।) |
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट AMC | ₹500 (दूसरे साल से साल में एक बार हर साल देनी है) |
रेलिगेयर ट्रेडिंग अकाउंट AMC | कोई शुल्क नहीं |
इस वक्त, रेलिगेयर ने “अकाउंट ओपन “ करवाने वाली फीस में छूट दी हुई है। इसका मतलब ये है कि इस वक्त, आप रेलिगेयर का डीमैट अकाउंट बिना किसी फीस दिए ही खुलवा सकते हैं।
जब बाकि सभी ब्रोकर्स (जिसमे डिस्काउंट देने वाले भी शामिल हैं) एक फीस पर ही डीमैट अकाउंट ओपन करवाते हैं, जबकि अब आप अपना रेलिगेयर डिमैट अकाउंट मुफ्त में खोल सकते हैं।
एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए, ग्राहक को ₹500 की अकाउंट ओपनिंग फीस एक बार जमा करनी होगी।
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट से जुड़े AMC शुल्क
“एनुअल मेंटेनेंस चार्ज” जिसे संक्षेप में AMC कहते हैं, ये दोनों ही ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट पर लागू होते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, ये फीस आपके अकाउंट को प्रबंधित करने के लिए, हर साल में एक बार अदा की जाती है।
रेलिगेयर के साथ में आपको AMC शुल्क पर भी बोनस मिल सकता है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर कैसे?
ऐसा इसलिए क्यूंकि, आपको रेलिगेयर डीमैट खाता पर अपने ब्रोकर को AMC “दूसरे साल” से देनी होती है।
रेलिगेयर डीमैट अकाउंट पर आपको पहले साल के लिए किसी भी प्रकार का AMC शुल्क नहीं देना पड़ता है। इसके अलावा इस पर (दूसरे साल से लगने वाला) AMC शुल्क हर साल के लिए ₹500 निर्धारित है।
आपका ब्रोकर आपको ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने की सुविधा भी देता है। इसलिए आप चाहे तो दोनों अकाउन्ट्स या अपना व्यक्तिगत अकाउंट भी ओपन करवा सकते हैं। सिर्फ ट्रेडिंग अकाउंट के लिए आपको केवल अकाउंट ओपनिंग फीस देनी होती है और इस पर किसी तरह का AMC शुल्क नहीं लगता है।
इस तरह आप रेलिगेयर के साथ जीवन भर ट्रेड करके मुनाफा कमा सकते हैं, जिसके लिए आपको सिर्फ अकाउंट ओपन करते वक्त एक तय फीस जमा करनी होती है।
निष्कर्ष
इस तरह, कई अन्य ब्रोकर्स की तरह ही रेलिगेयर डीमैट अकाउंट पर भी अकाउंट ओपनिंग शुल्क नहीं लगता। लेकिन अपने अकाउंट को मेंटेन और एक्टिव बनाये रखने के लिए ये ज़रूरी है कि आप अपने AMC शुल्क को बिना किसी देरी के जमा करते रहें।
अगर किसी वजह से, आपने कई सालों से अपने अकाउंट का इस्तेमाल नहीं किया है, तो फिर आप मेंटेनेंस शुल्क के अतिरिक्त खर्च से बचने के लिए अपना रेलिगेयर डीमैट अकाउंट बंद भी करवा सकते हैं।
उम्मीद है कि इससे आपको काफी मदद मिली होगी और अब आप रेलिगेयर डीमैट अकाउंट पर लगने वाले शुल्क के बारे में भी जान गये होंगे।
हैप्पी ट्रेडिंग!
क्या आप डीमैट खाता खुलवाना चाहते हैं?
यहाँ अपनी बुनियादी जानकारी दर्ज करें और शीघ्र ही एक कॉलबैक प्राप्त होगा।