Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi

बाकी चार्टिंग पैटर्न्स

शेयर मार्केट में एक लम्बी ग्रीन कैंडल बाइंग और रेड कैंडल सेल्लिंग का सिग्नल देती है, लेकिन कई बार मार्केट में कुछ ऐसी कैंडल बनती है जो मार्केट में ट्रेडर्स को असमंजस में डाल देती है और ऐसा ही एक कैंडलस्टिक पैटर्न स्पिनिंग टॉप (spinning top candlestick pattern in hindi).

वैसे तो ये पैटर्न पोजीशन के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं बताता लेकिन अगर इस पैटर्न को ध्यान से समझदारी की साथ इस्तेमाल किया जाए तो ट्रेडर्स बड़ा मुनाफा कमा सकता है।

ट्रेडिंग में स्पिनिंग टॉप का क्या मतलब है? 

स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न एक असमंजस की स्थिति पैदा करने वाला पैटर्न है| जब भी ये सिंगल पैटर्न (Single Candlestick Pattern in Hindi) बनेगा मार्केट किस दिशा में जाएगी ये तय कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। हम यहां इस पैटर्न को पूरी तरह से समझेंगे की कैसे इसके सही इस्तेमाल से हम मुनाफा अर्जित कर सकते है।

स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न ज्यादातर ट्रेंड रिवर्सल के लिए जाना जाता है पर ये ट्रेंड रिवर्सल के साथ-साथ ट्रेंड को कंटिन्यू करने में भी उतना ही काम करता है।

तो एक ट्रेडर ऐसे में क्या निर्णय ले

ऊपर दर्शाए गए चित्र से इस कैंडलस्टिक पैटर्न इन हिंदी में समझे। की बॉडी छोटी होती है और उसकी शैडो (Shadow) उसकी बॉडी से लगभग दो गुना बड़ी होती है, या इससे भी ज्यादा हो सकती है।

स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक में हरे या लाल रंग का कोई ख़ास महत्व नहीं होता है, ट्रेडर्स इसे दोनों रंगों में एक जैसा ही इस्तेमाल करते है।

ये पैटर्न डाउनट्रेंड के साथ-साथ अपट्रेंड और कंसोलिडेशन में भी बनता है, पर इसको इस्तेमाल करने के अलग-अलग तरीकों की वजह से इसको कई अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसे की:

1. Bullish Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi 

बुलिश स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बियरिश मार्केट (मंदी) में बनता है और उसके बाद मार्केट में रिवर्सल आने के अनुमान बढ़ जाते है। इसका तात्पर्य ये हुआ की अब बाज़ार में तेजी आएगी।

2. Bearish Spinning Top Candlestick Pattern in Hindi 

बियरिश स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बुलिश मार्केट (तेजी) में बनता है और उसके बाद मार्केट में रिवर्सल आने के अनुमान बढ़ जाते है। यानी अब बाज़ार में मंदी आएगी।

इसे नीचे दिए इस चित्र की सहायता से समझते है।

जब डाउनट्रेंड चल रहा हो और उसके बिलकुल बॉटम यानी नीचे स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बन जाए तो उसे बुलिश स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाएगा।

चित्र में दिखाए अनुसार हम देख पा रहे है की बुलिश स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न डाउनट्रेंड में बन रहा है।

और जब अपट्रेंड चल रहा हो और उसके बिलकुल टॉप पर स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बन जाए तो उसे बियरिश स्पिनिंग टॉप  कैंडलस्टिक पैटर्न कहा जाएगा।


स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न कब बनता है?

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के पीछे ट्रेडर्स का मनोविज्ञान ही काम करता है। मार्केट में जब बायर्स (खरीददार) और सेलर्स (बिकवाल) में मार्केट को अपने कंट्रोल में करने के लिए तनातनी होती है तब स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के आसार होते है।

स्पिनिंग टोप को हम तीन हिस्सों में समझते है।

  1. एक छोटी बॉडी: छोटी बॉडी से अभिप्रयाय है की मार्केट जिस भाव पर खुली थी उसी भाव के आस-पास बंद हुई है।
  2. ऊपर की ओर लम्बी विक:ऊपर वाली शैडो से मतलब ये है की बायर्स मार्केट को काफी ऊपर लेकर गए और उसके बाद सेलर्स यानी की बेचने वाले उनपर हावी हो गए और मार्केट उसी जगह के आस-पास आकर बंद हुई जहाँ से वो खुली थी।
  3. नीचे की ओर लम्बी विक: नीचे वाली शैडो से मतलब ये है की सेलर्स (बेचने वाले) मार्केट को काफी नीचे तक लेकर गए पर वो बायर्स (खरीददार) के आगे टिक नहीं सके, और मार्केट उसी भाव के आस-पास आकर बंद हुई जहाँ से वो खुली थी।

हम इसे एक चित्र की मदद से समझने का प्रयास करते है।

हम इस चित्र में आप देख पा रहे है की मार्केट खुलने के बाद खरीददार मार्केट को पूरा ऊपर तक लेकर गए और एक High बनाया, यानी की यहाँ खरीददार हावी थे और मार्केट को ऊपर की तरफ ले जा रहे थे।

परन्तु बिलकुल ऊपर जाने के बाद सेलर्स (बेचने वालों) ने मार्केट में अपना दबाव दिखाना शुरू किया और मार्केट को पूरा निचे Low तक ले आए। यहाँ मार्केट सेलर्स के कंट्रोल में आ चुकी थी।

यहाँ से फिरसे खरीददारों ने अपना दबाव दिखाना शुरू किया और मार्केट को सेलर्स के कंट्रोल से निकालकर उसी जगह के पास ले गए और Close की जहाँ से मार्केट Open हुई थी।

यहाँ हमें समझ आ रहा है की बायर्स और सेलर्स आपस में अपने कंट्रोल के लिए एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश कर रहे है पर कोई भी पूरी तरह से अपना कंट्रोल नहीं दिखा पाया।

अगर बायर्स अपना कंट्रोल जमा पाते तो मार्केट अपने High के आस पास क्लोज होती। और अगर सेलर्स अपना कंट्रोल जमा पाते तो मार्केट अपने Low के आस पास Close होती।

अब मार्केट दोनों के ही कंट्रोल में नहीं है। यहाँ स्थिती असमंजस की बनी हुई है और इसलिए अगली कैंडल देखकर ही जाना जा सकता है कि मार्केट किस दिशा में जा सकती है।


स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न को ट्रेड कैसे करें?

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न को ट्रेड करने के लिए हमें देखना होगा की हम इसे कहाँ और किस दशा में ट्रेड करना चाह रहे है।

जैसा की हम जानते है की ये पैटर्न मार्केट को रिवर्स भी करता है और कंटिन्यू भी करता है तो हम इसे दोनों ही स्थितियों में ट्रेड कैसे किया जाता है ये देखेंगे।

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न अपट्रेंड में कैसे काम करता है?

जब मार्केट तेजी यानी की अपट्रेंड में होती है तो मार्केट में अगर स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बन जाए तो मार्केट में और ज्यादा तेजी या गिरावट दोनों हो सकती है।

अपट्रेंड के टॉप पर जब खरीददार और बिकवाल दोनों के बीच में कंट्रोल को लेकर जो स्थिति बनती है उससे स्पिनिंग टॉप का निर्माण होता है। स्पिनिंग टॉप बनने के बाद में मार्केट जिस तरफ भी ट्रेड करना शुरू करेगी मार्केट के उसी तरफ जाने का रुझान होगा।

यहाँ हम एक उदाहरण से समझते है।

ऊपर चित्र में दर्शाए अनुसार मार्केट में अपट्रेंड चल रहा है और यहाँ पर एक छोटा पुलबैक बना और उसी पुलबैक में स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बन गया।

इस कैंडल के बाने के मार्केट में ऊपर की तरफ मूव आई यानी की बायर्स और सेलर्स के बीच में जो कंट्रोल को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी उसमें बायर्स हावी हुए और मार्केट अपट्रेंड में चली गई। यहाँ हम समझ पाए की मार्केट स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न की मदद से कैसे ट्रेंड को कंटिन्यू करती है।

यहाँ पर अगली कैंडल के ओपनिंग पर एंट्री लेकर आप अपट्रेंड मार्केट में पैसा कमा सकते है

इसी तरह ऊपर दर्शाए गए चित्र में आप देख पा रहे है की मार्केट अपट्रेंड में चल रही है और अपट्रेंड में बिलकुल टॉप पर स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बना है और उसके बाद एक लाल कैंडल बनी, जिससे डाउनट्रेंड का सिग्नल मिला।

यहाँ पर स्पिनिंग टॉप के बाद दूसरी कैंडल पर शार्ट पोजीशन ली जा सकती है और साथ में जोखिमों को कम करने के लिए इस कैंडल के हाई पर स्टॉप लॉस (stop loss meaning in hindi) लगाया जाता है


स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न डाउनट्रेंड में कैसे काम करता है?

मार्केट के डाउनट्रेंड में चलते हुए जब भी स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बनता है तो हमारे सामने मार्केट में कंटिन्यू होने या उसके रिवर्स होने की दोनों स्थिति बनती है, पर मार्केट किस तरफ जाएगी ये तय कन्फर्मेशन कैंडल के आधार पर होता है।

जैसे की मार्केट में डाउनट्रेंड चल रहा हो और स्पिनिंग टोप कैंडलस्टिक पैटर्न बनने के बाद अगर रेड कैंडल बने जो स्पिनिंग टॉप कैंडल के नीचे क्लोज हो तो मार्केट डाउनट्रेंड जाने का संकेत देती है। 

ऊपर दर्शाए गए चित्र के आधार पर मार्केट में डाउनट्रेंड चल रहा है, उसके बाद मार्केट में एक छोटा पुलबैक आया और उसी पुलबैक पर स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बन गया।

 उसके बाद मार्केट उस स्पिनिंग टोप के नीचे बंद हुआ जिससे ये प्रतीत हुआ कि यहाँ सेलर्स को बायर्स के ऊपर हावी हो रहे है। और इसी सेंटिमेंट की वजह से मार्केट अपने डाउनट्रेंड को कंटिन्यू करने लगी।

ऊपर दर्शाए गए चित्र में आप देख पा रहे है की मार्केट में अपट्रेंड चल रहा है, और अपट्रेंड के बिलकुल ऊपर  स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न बना है, और उसके बाद मार्केट स्पिनिंग टॉप के नीचे ट्रेड करने लगी, यहाँ ट्रेडर्स को ये कन्फर्मेशन मिलती है की मार्केट अब सेलर्स के कंट्रोल में है और उसके बाद मार्केट मंदी में चली गई।


Spinning Top vs Doji Candlestick Pattern in Hindi 

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न और डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न (doji candlestick pattern in hindi) के बनने का ट्रेडर्स का मनोविज्ञान तो एक ही होता है और इन दोनों कैंडलस्टिक के कार्य भी बिलकुल एक जैसे है। बस इनकी बनावट में थोडा अंतर होता है। जैसे की नीचे दिए इस चित्र में दर्शाया गया है।

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न और डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न की बॉडी और शैडो में अंतर होता है, स्पिनिंग टॉप की बॉडी थोड़ी बड़ी होती है और शैडो भी बड़ी होती है।

परन्तु डोजी कैंडलस्टिक पैटर्न की बॉडी बहुत छोटी होती है या होती ही नहीं है, डोजी ज्यादातर जहाँ पर Open होती है वहीं पर Close हो जाती है।


निष्कर्ष

स्पिनिंग टॉप कैंडलस्टिक पैटर्न ट्रेडर्स के बीच काफी लोकप्रिय है क्योंकि ये ट्रेडर्स को अपने सोदे बनाए रखने और समय रहते अपने सोदे बेचकर मुनाफा निकालने में मदद करता है। शेयर बाज़ार में स्पिनिंग टॉप की तरह ही कुछ और भी पैटर्न है जो ट्रेडर्स को हर परिस्थिति में मुनाफा कमाने का मौका देते है।

यदि आप शेयर मार्केट ट्रेडिंग के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो बस नीचे दिए गए फॉर्म में कुछ बुनियादी विवरण भरें।

आपके लिए एक कॉलबैक की व्यवस्था की जाएगी:

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