Double Top Pattern in Hindi

बाकी चार्टिंग पैटर्न्स

स्टॉक मार्केट में रेजिस्टेंस यानी की वह प्राइस जिससे ऊपर बायर शेयर को खरीदने में इच्छुक नहीं है अब और एक स्ट्रांग रेजिस्टेंस वह लेवल होता है जहाँ पर प्राइस बार-बार आकर नीचे गिर जाता है और इसी के साथ बनता है M शेप पैटर्न जिसे डबल टॉप पैटर्न (double top pattern in hindi) भी कहा जाता है।

ये बहुत ही पावरफुल पैटर्न है जो की बाज़ार के रुख को पलट देता है, ये मंदी के आने से पहले का संकेत देता और ट्रेडर को लॉन्ग पोजीशन से निकलने और शार्ट पोजीशन में आने का अवसर प्रदान करता है।

आइये जानते है कि इस चार्ट पैटर्न को कैसे पहचाना जाता है और कब इस पैटर्न में ट्रेड पोजीशन ली जाती है

What is Double Top Pattern in Hindi?

जैसे की आप जान ही चुके है कि डबल टॉप चार्ट पैटर्न एक ट्रेंड रिवर्सल पैटर्न है जो दिखने में M जैसा दिखता है। अब ये बनता कब है?

तो जब प्राइस अपट्रेंड में होता है और एक ही प्राइस पर दो बार पहुंचने के बाद नीचे गिरता है तो ये बायर के स्ट्रांग रेजिस्टेंस और आने वाले डाउनट्रेंड का संकेत देता है

double top pattern representation

अब जब मार्केट पहली बार रेजिस्टेंस प्राइस पर पहुँचती है तो बायर वहां से निकलना शुरू करते है जिसकी वजह से प्राइस नीचे गिरता है। एक छोटे पुलबैक के बाद बायर फिर से एंट्री लेते है लेकिन फिर पिछले रेजिस्टेंस के पास पोजीशन क्लोज करने लगते है और प्राइस एक बार फिर नीचे गिरता है।

इस तरह से M शेप चार्ट पर बनती है जिसे double top pattern कहा जाता है।

Double Top Pattern Rules in Hindi

डबल टॉप चार्ट पैटर्न को चार्ट में ढूँढना या स्पॉट कर पाना काफी मुस्किल होता है क्योंकि ये पैटर्न काफी यूनिक पैटर्न है।

इसे कुछ इस प्रकार स्पॉट किया जा सकता है.

  1. ये पैटर्न तेजी (अपट्रेंड) में ही बनता है।
  2. जब भी ये पैटर्न बनता है तो इस पैटर्न में दो हाई एक साथ बनते है।
  3. अपने दो हाई बनाने के बाद ये पैटर्न मंदी (डाउनसाइड) मूव देता है।
  4. इसके दोनों हाई एक दुसरे से ज्यादा ऊपर-नीचे नहीं होने चाहिए।
  5. डबल टॉप में एक सपोर्ट होता है। जिसे नेकलाइन भी कहते है।
  6. डाउनसाइड मूव (मंदी) देने से पहले इसके सपोर्ट लेवल को ब्रेक करना सबसे ज्यादा जरूरी होता है, नहीं तो डबल टॉप को अधुरा माना जाता है।

How to Trade Double Top Pattern in Hindi?

डबल टॉप चार्ट पैटर्न कैसे बनता है ये तो जान लिया। डबल टॉप चार्ट पैटर्न को ट्रेड कैसे करते है आइये जानते है।

double top pattern trading

ऊपर दिए गए BAJAJ FINANCE कंपनी के डेली चार्ट में एक स्ट्रोंग अपट्रेंड (तेजी) दिखाई दे रही है, उसके बाद लगभग बराबर के दो High बन रहे है। और उसके बाद मार्केट सीधा नीचे मंदी की तरफ आती है और नीचे गिरते हुए जब वह M पैटर्न की नेकलाइन यानी की सपोर्ट को ब्रेक करती है तो यहाँ पर एक स्ट्रांग डाउनट्रेंड का संकेत मिलता है।

कई बार सपोर्ट पर आने के बाद प्राइस रेटेस्ट करता है अब ऐसे में ट्रेडर रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI indicator in hindi) या दूसरे मोमेंटम इंडिकेटर का इस्तेमाल कर आने वाले ट्रेंड को कन्फर्म कर सकते है।

इसके साथ कई बार सपोर्ट के आस पास ट्रेडर कुछ कैंडलस्टिक पैटर्न (candlestick pattern in hindi) से भी ट्रेंड कन्फर्मेशन ले पोजीशन बना सकते है।

Entry: ट्रेडर्स के लिए एंट्री लेने से पहले अपने पैटर्न की सही से पुष्टि कर लेना काफी अच्छा रहता है। पुष्टि के लिए जब पैटर्न सही से बन जाता है और मार्केट अपने सपोर्ट को तोड़कर नीचे आकर बंद होती है तो जहाँ वो बंद होती है वहां पर एंट्री लेना सबसे सुरक्षित माना जाता है।

Stop Loss Order: एक ट्रेडर के लिए स्टॉप लोस ऑर्डर (stop loss meaning in hindi) लगाना सबसे जरूरी बात होती है, क्योंकि इससे रिस्क को सिमित किया जाता है। बिना स्टॉप लोस ऑर्डर के रिस्क सिमित नहीं किया जा सकता।

डबल टॉप चार्ट पैटर्न में जब मार्केट अपने सपोर्ट को ब्रेक करके नीचे आती है तब एक बेस या हाई बनाती है। उस बेस या हाई के ऊपर स्टॉप लोस ऑर्डर रखना सुरक्षित रहता है।

स्टॉप लोस को हमेशां वहीं लगाना चाहिए जहाँ से वोलैटिलिटी की वजह से हिट होने का चांस बिलकुल कम हो। इससे ट्रेडर की पूंजी बची रहेगी और मुनाफा कमाने के अवसर भी बढ़ जाएंगे।

Target: अब जिस तरह से पैटर्न आपको entry और stop loss की जानकारी देता है, ठीक उसी तरह से टारगेट रखने में भी मदद करता है पैटर्न की नेकलाइन से रेजिस्टेंस तक की दूरी आपकी टारगेट वैल्यू होती है।

उदाहरण के लिए अगर रेजिस्टेंस और नेकलाइन के बीच 50 पॉइंट की दूरी है तो इसका मतलब ब्रेकआउट कैंडल से 50 पॉइंट नीचे आप अपना टारगेट रख सकते है


Double Bottom vs Double Top Pattern in Hindi

डबल टॉप और डबल बॉटम पैटर्न देखने में एक दुसरे के उलटे लगते है, जैसे की डबल टॉप चार्ट पैटर्न M जैसा दिखाई देता है और डबल बॉटम W जैसा दिखाई देता है।

double top and double bottom pattern difference

डबल टॉप तेजी में बनता है और मंदी की और मार्केट को रिवर्स करने का काम करता है।

वहीं डबल बोटम मंदी में बनता है और मार्केट को तेजी की और रिवर्स करने का काम करता है।

जब भी मार्केट में डबल टॉप चार्ट पैटर्न बने तो आपको उसके टाइमफ्रेम का ध्यान जरूर रखना चाहिए। जैसे की अगर डेली की कैंडल (टाइमफ्रेम) में डबल टॉप बन रहा है तो कम से कम 1 से 1.5 महीनों का समय उसमे लगा हो।

अगर कैंडल 1 घंटे की बन रही है तो लगभग 30 से 45 कैंडल्स बनी होनी चाहिये।

और अगर आप 15 मिनट पर कर रहे है तो भी कम से कम 30 कैंडल होना जरूरी होता है।


निष्कर्ष

चार्ट पैटर्न कैंडलस्टिक पैटर्न की तरह ही होते है बस फर्क इतना सा होता है की ये पैटर्न बनने में समय ज्यादा लगता है, और इनके बनने के बाद मार्केट में जो मोमेंटम आते है वो बहुत बड़े होते है।

लेकिन चार्ट पैटर्न कई बार काफी देरी से एंट्री सिग्नल देते है जैसे डबल टॉप पैटर्न (double top pattern in hindi) में स्टॉक में काफी गिरावट आने के बाद एंट्री कन्फर्मेशन मिला।

ऐसे में ट्रेडर्स ज़्यादा मुनाफा कमाने से चूक जाते है और कई बार पैटर्न बनने पर भी पोजीशन नहीं लेते है

लेकिन सही कॉम्बिनेशन या अन्य टेक्निकल टूल के मदद से ट्रेडर जल्दी पोजीशन ले मार्केट में पोजीशन ले सकता है

मार्केट में अगर आप ट्रेड करने के लिए सक्षम है और शुरुआत करना चाहते है तो अभी नीचे दिए गए फॉर्म में अपना विवरण भरें। हमारी टीम आपको जल्द ही संपर्क कर आपका डीमैट खाता खोलने में मदद करेगी।

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