आप शेयर मार्केट में नए हैं और मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आपके लिए सही स्टॉक चुनना कठिन काम हो सकता है? इसलिए ज़रूरी है कि आप सही से स्टॉक का तकनीकी विश्लेषण कर ही उसमे ट्रेड करे। अब जब बात स्टॉक के विश्लेषण की आती है तो उसमे चार्ट्स का काफी महत्त्व रहता है। लेकिन यहाँ काफी शुरुआती ट्रेडर्स के लिए मुश्किल होता है कि शेयर मार्केट चार्ट कैसे समझें?
अगर आप भी इसी तरह की असमंझस में है तो इस लेख के द्वारा हम बात करेंगे अलग-अलग शेयर मार्केट चार्ट की और किस तरह से आप उन्हें समझ कर एक सही ट्रेड का निर्णय ले सकते है।
शेयर मार्केट चार्ट क्या है?
शेयर मार्केट चार्ट एक निश्चित समय अंतराल में हुए स्टॉक के कीमत और उसके वॉल्यूम में हुए बदलाव को दर्शाता है। ग्राफिकल चार्ट में, X-axis समय अंतराल को दर्शाता है और Y-axis स्टॉक कीमत के बदलाव को दर्शाता है।
यहां पर समय अंतराल (time-period) इंट्राडे यानि कि 1 दिन से लेकर कुछ महीने तक का होता है। आप इस भी तरह का ट्रेड (इंट्राडे, स्विंग, पोजीशन) कर रहे है उसके अनुसार आप इस टाइम फ्रेम का चयन कर सकते है।
किस तरह के ट्रेड के लिए क्या टाइम फ्रेम सही होता है उसका विवरण आगे दिया गया है।
साथ ही आप किस तरह की ट्रेड करना चाहा रहे है उसके लिए आपको अलग-अलग प्रकार के चार्ट्स दिए गए है जिससे आप और भी बेहतर तरह से किस भी स्टॉक का विश्लेषण कर सकते है।
टेक्निकल एनालिसिस के लिए शेयर मार्केट के बेसिक (share market knoweldge in hindi) की जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। एक अनुभवी तकनीकी विशेषज्ञ तरह-तरह के शेयर मार्केट चार्ट का उपयोग करते हैं। हालाँकि, सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाले शेयर मार्केट चार्ट पांच प्रकार के होते हैं।
- लाइन चार्ट (Line Chart)
- डेली बार चार्ट (Daily Bar Chart)
- कैंडलस्टिक चार्ट (Candlestick Chart)
- हेड और शोल्डर चार्ट (Head and Shoulder Chart)
- पॉइंट एंड फिगर चार्ट (Point and Figure Chart)
इन सब तरह के चार्ट की अपनी-अपनी विशेषता है जिसका उपयोग ट्रेडर्स अपने स्टॉक एनालिसिस और मार्केट के ट्रेंड को समझने के लिए करते है।
तो एक-एक करके इन चार्ट को विस्तार में समझते है और जानते है किस तरह से आप इन चार्ट्स को आसानी से पढ़ स्टॉक के प्राइस की जानकारी प्राप्त कर सकते है।
स्टॉक मार्केट लाइन चार्ट
लाइन चार्ट सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला चार्ट हैं। यह विशिष्ठ समय अंतराल में स्टॉक के कीमत की क्लोजिंग प्राइस को दर्शाता है।
लाइन चार्ट प्राइस में हुए बदलाव को स्पॉट करने में मदद करता है और एक ट्रेडर को ट्रेंड की बेहतर जानकारी प्रदान करता है। यहाँ पर क्योंकि सभी क्लोजिंग प्राइस को जोड़ कर ग्राफ बनाया जाता है इसलिए इस चार्ट से आप स्टॉक के एक दिन पहले के क्लोजिंग वैल्यू के जानकारी प्राप्त कर सकते है।
ये इनफ़ोसिस कंपनी के 1 साल के चार्ट का उल्लेख है। इस चार्ट को समझने के लिए पहले आप कितनी अवधि के स्टॉक प्राइस का विशेषण करना चाहते है, उसके लिए नीचे दिए गए टाइम पीरियड में से एक का चयन करे, जैसे की अगर आप पिछले एक साल में कंपनी के शेयर प्राइस में आये बदलाव की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो 1Y को चुनें।
इसके बाद आता है समय अंतराल (time-frame). ये दर्शाता है कि आप कितने अंतराल में स्टॉक प्राइस में हो रहे बदलाव की जानकारी प्राप्त करना चाह रहे है।
ऊपर दिए गए उल्लेख में 1 साल की अवधि की लिए 1 डे का टाइम फ्रेम चुना गया है, जिससे आप एक दिन में स्टॉक के क्लोजिंग प्राइस के अंतर की जानकारी प्राप्त कर सकते है।
जैसे ही आप लाइन चार्ट की ऊपर दी गए जानकारी के अनुसार सेटिंग करते है तो आप हर एक दिन के प्राइस के अंतर को समझ सकते है और पिछले 1 साल में इस स्टॉक के ट्रेंड को समझ उसमे निवेश या ट्रेड करने का निर्णय ले सकते है।
चूँकि यहाँ पर आप स्टॉक के हाई और लॉ प्राइस को नहीं जान सकते इसलिए इस तरह के चार्ट शार्ट-टर्म ट्रेड जैसे की स्विंग और इंट्राडे के लिए लाभदायक नहीं होते।
स्टॉक मार्केट बार चार्ट
बार चार्ट लाइन चार्ट से काफी मिलता जुलता है। लेकिन यह लाइन चार्ट से ज्यादा सूचना प्रदान करता है। बार चार्ट के ग्राफ में प्रत्येक प्लाट पॉइंट वर्टिकल लाइन (Vertical Line) द्वारा दर्शाया जाता है और प्रत्येक वर्टीकल लाइन से दो हॉरिजॉन्टल लाइन (Horizontal Line) जुड़े होते है।
चार्ट में बार की वर्टीकल लाइन (Vertical Line) का सबसे ऊँचा पार्ट स्टॉक के पूरे दिन की सबसे ज्यादा कीमत को दर्शाता है। उसी प्रकार वर्टीकल लाइन का निचला भाग पूरे दिन की सबसे कम कीमत की जानकारी देता है।
हॉरिजॉन्टल लाइन की लेफ्ट एक्सटेंशन (Left Extension) स्टॉक के ओपनिंग कीमत को दर्शाता है जबकि राइट एक्सटेंशन (Right Extension) क्लोजिंग प्राइस को दर्शाता है।
बार में अगर ओपनिंग प्राइस क्लोजिंग प्राइस से कम यानी की नीचे है तो बार ग्रीन होगा, उसके विपरीत अगर ओपनिंग प्राइस यानी के लेफ्ट एक्सटेंशन राइट एक्सटेंशन के ऊपर होगी तो कैंडल रेड यानी की बेयरिश प्राइस की जानकारी देगी।
अब जानते है की ट्रेडर किस तरह से इस चार्ट को समझ अपना निर्णय ले सकते है।
ऊपर दिए हुए उल्लेख में टाइम-पीरियड और समय अंतराल की सेटिंग करें। सेटिंग करते ही चार्ट में समय अंतराल के अनुसार बार ग्राफ दिखेंगे, अब इस बार ग्राफ में ओपनिंग और क्लोजिंग प्राइस के साथ हाई और लॉ स्टॉक कीमत को भी जान सकते है।
क्योकि ये चार्ट आपको एक अवधि में स्टॉक के चारों (high, low, opening और closing) कीमतों को दर्शाता है इसलिए ये शार्ट टर्म ट्रेडर्स और इंट्राडे ट्रेडर्स के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है।
कैंडलस्टिक चार्ट
तकनीकी विशेषज्ञ के बीच कैंडलस्टिक चार्ट काफी लोकप्रिय है। कैंडलस्टिक चार्ट सूचना को काफी सटीक ढंग से प्रदान करता है। जैसाकि नाम से पता चलता है प्रत्येक दिन कीमत में हुए बदलाव को कैंडलस्टिक के आकार में दर्शाया गया है।
यह चार डाटा पॉइंट्स को दर्शाता है, हाई (High), लो (Low), ओपन (Open), क्लोज (Close) की कीमतों को दर्शाता है।
ट्रेडिंग की अस्थिरता (volatility) के साथ कैंडलस्टिक चार्ट्स ट्रेंड और प्राइस पैटर्न को समझने में ज़्यादा मदद करते है। यहाँ पर बार के विपरीत एक बॉडी होती जिसके ऊपर और निचे एक विक होती है, जिसके कारण इस चार्ट का नाम कैंडलस्टिक होता है।
गिरावट वाली कैंडलस्टिक को आमतौर पर लाल रंग द्वारा दर्शाया गया है जबकि बढ़ते हुए कैंडलस्टिक को उजले रंग द्वारा दर्शाया गया है।
Candlestick Chart Patterns in Hindi
मार्केट में कैंडल का आकार, रंग और लम्बाई काफी कुछ बताती है। कुछ सिंगल कैंडल और कई बार एक से ज़्यादा कैंडल मिलकर मार्केट में रेवेर्सल या पुलबेक के सिग्नल देती है जिसको पहचान कर मार्केट में ट्रेडर अलग-अलग पोजीशन लेते है।
इसमें कई तरह के पैटर्न आते है जैसे की:
- बुलिश एनगल्फिंग (bullish engufing candlestick pattern in hindi)
- हैमर पैटर्न (hammer pattern in hindi)
- डोजी कैंडल (doji candlestick pattern in hindi)
- 3 वाइट सोल्जर (three white soldiers candlestick pattern in hindi)
हर एक कैंडलस्टिक पैटर्न को पहचानने के कुछ तरीके होते है, जिसके आधार पर ट्रेडर लॉन्ग या शार्ट पोजीशन मार्केट में लेता है।
पॉइंट एंड फिगर चार्ट (Point and Figure Chart)
पॉइंट और फिगर चार्ट स्टॉक्स (Stocks), बांड्स (Bonds), कमोडिटीज (Commodities) और फयुचर (Future) के कीमत में हुए बदलाव को दर्शाता है। इस ग्राफ में कीमत बढ़ने पर X कॉलम बनता है और कीमत घटने पर O कॉलम बनता है। यह X कॉलम और O कॉलम को प्लाट करके दिशा में बदलाव vs कीमत को प्लाट करता है।
शेयर मार्केट चार्ट पैटर्न कैसे पढ़ें
शेयर मार्केट चार्ट पढ़ने के लिए आपको विभिन्न स्टेप्स का अनुसरण करना होगा अगर आप इन सभी स्टेप्स का अच्छे से अनुसरण करते हैं, आप आसानी से शेयर मार्केट चार्ट को समझ पाएंगे।
- चार्ट को स्पष्ट करें (Identify the chart)
चार्ट को पहचाने और सबसे ऊपर में कंपनी का लोगो मिलेगा जो किसी विशेष कंपनी के बारे में सूचना देता है कंपनी की जानकारी तलाश करते समय कंपनी के लोगो की जानकारी रखना आवश्यक है।
- टाइम विंडो का चुनाव करें (Choose a time window)
यह प्रतिदिन, साप्ताहिक, मासिक और वार्षिक आधार पर किया जा सकता है। यह निर्भर करता है की आप किस मोड में देखने का चुनाव करते हैं। अलग- अलग टाइमस्केल में देखने से लॉन्गर टर्म और शॉर्टर टर्म और समेकन (Consolidation) की जांच और पहचान करने में मदद मिलेगी।
- सारांश कुंजी की जांच करें (Note the summary key)
आप सारांश कुंजी (Summary Key) की जांच करें जिसकी यह आपको चार्ट की सूचना संख्यात्मक वैल्यू में बताएगा जिसे आप आसानी से पढ़ सकते हैं। इस सारांश के द्वारा आपको हाल की कीमत (Latest Price), मूविंग एवरेज कीमत, और ट्रेडेड वॉल्यूम की कीमत की जानकारी मिलती है।
- कीमत के बदलाव पर नज़र रखें (Track the prices)
चार्ट को अप्पर (Upper) और लोअर (Lower) दो भागों में बाँटा गया है, यह कीमत की जानकारी प्रदान करता है अप्पर पार्ट समय अंतराल में स्टॉक के कीमत में बदलाव की जानकारी ट्रैक करता है।
स्टॉक की कीमत को अक्सर अलग-अलग रंगों में दर्शाया जाता है जैसेकि यदि स्टॉक किसी विशेष दिन पर बंद हो जाता है, रंग काला हो सकता है। और यदि जिस कीमत पर स्टॉक बंद हुआ है, रंग लाल हो सकता है।
- ट्रेडेड वॉल्यूम पर नज़र रखें (Note the Volume Traded)
सबसे नीचे में, ट्रेडेड स्टॉक के वॉल्यूम की जानकारी मिलेगी। यह आपको बाजार में रंग कोडित बार (color-coded bars) के साथ किसी विशेष मोमेंटम, नकारात्मक या सकारात्मक होने पर निर्धारित करने में मदद करेगा।
इसे सावधानी पूर्वक पढ़ने की आवश्यकता होती है क्योंकि इसमें रंग कोडित फिक्स नहीं रहता है। यह आपको पिछले दिन की क्लोजिंग कीमत के साथ क्लोजिंग कीमत के उतार चढ़ाव की जानकारी देता है।
- मूविंग एवरेज पर नज़र रखें (Look at the moving averages)
मूविंग एवरेज (moving average in hindi) एक समय के अंतराल के औसत स्टॉक कीमत की गणना करता है। समय बीतने के साथ इसे लगातार संयोजित किया जाता है यह स्टॉक विश्लेषण में एक महत्वपूर्ण साधन (Tool) है।
यह आमतौर पर चार्ट के पार काटी लाइन द्वारा दर्शाया जाता है। यह ट्रेंड पैटर्न की पहचान करने में मदद कर सकता है और पिछले कीमत को दर्शाने की वजह से इसमें कुछ लैग भी हो सकता है।
निष्कर्ष
अक्सर विशेषज्ञ शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने के लिए शेयर मार्केट चार्ट साधन (Tools) का उपयोग करते हैं।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडर के तौर पर, आपके लिए चार्ट पढ़ना और चार्ट के द्वारा सुचना की जानकारी को समझना आवश्यक है। यह आपको स्टॉक मार्केट में कीमत पैटर्न की पहचान करने और बेहतर ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
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