HSBC PMS

PMS के अन्य लेख

7.5

कंपनी बैकग्राउंड

7.5/10

रिटर्न

8.0/10

ऑफरिंग रेंज

7.5/10

खर्चे

7.5/10

कस्टमर सपोर्ट

7.0/10

Pros

  • इसकी निवेश योजनाएं स्थिति के अनुरूप ढालने वाली होती है
  • इसका ध्यान बड़े संस्थागत निवेशक पर होता है।
  • हाई ब्रांड इक्विटी
  • यह आपको उचित सेवाए उपलब्ध करवाते है।
  • इनके पास रणनीतियो की एक बड़ी श्रृंखला उपलब्ध है।

Cons

  • इनका मार्जिन वैल्यू अधिक है।

एचएसबीसी पीएमएस (HSBC PMS), एचएसबीसी समूह की एक पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज स्ट्रीम है, जो दुनिया की सबसे बड़ी बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में से एक है।

इसके साथ ही एचएसबीसी समूह की दुनिया भर में 71 देशों में उपस्थिति है।

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HSBC Portfolio Management Service in Hindi 

एचएसबीसी ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट ने वर्ष 2006 में अपनी पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा शुरू की थी।

यह कंपनी विभिन्न पीएमएस सेवाओ के साथ-साथ  बड़े संस्थागत निवेशकों को अड्वाइज़री सेवाएँ, हाई नेट-वर्थ इन्डविजूअल और कंपनी बीमा की सेवाएँ  भी प्रदान करती है

एचएसबीसी ग्लोबल एसेट मैनेजमेंट अपने चार पोर्टफोलियो मैनेजर में से एक को एम्प्लॉई पोर्टफ़ोलियो फंड (जोकि अनिवार्य है) द्वारा नियुक्त करता है।

ईपीएफओ को दुनिया के सबसे बड़े पीएफ संस्थानों में से एक के रूप में देखा जाता है। एचएसबीसी का निरीक्षण अनुभाग आपको HSBC PMS के बारे में एक संक्षिप्त जानकारी देने में मदद करता है।

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यह कंपनी को अपने ग्राहकों को एक विश्वस्तरीय पोर्टफोलियो मैनेजर प्रदान करने में भी मदद करता है।

इस कंपनी का निवेश पोर्टफोलियो अपनी कंपनी के पीएमएस से संबंधित कुछ सख्त दिशानिर्देशों का पालन करता है,  जो आपके रिस्क को कम करने के साथ साथ आपको अपने पोर्टफोलियो से अधिकतम फ़ायदा प्राप्त करने में मदद भी करते है।

यह कंपनी निवेश का निर्णय स्टॉकस के मूल सिद्धांतों के आधार पर लेती है।

यह कंपनी निम्नलिखित महत्वपूर्ण सिद्धांतों पर अपना ध्यान केंद्रित करती है।

  • इसमें इक्विटी पर अधिक फ़ायदा (आरओई) और मुफ्त कैश फलो को देखा जाता है।
  •  इसमें प्रबंधन (मैनज्मेंट) के प्रदर्शन और गुणवत्ता पर को भी देखा है।
  • और इनके साथ ही इसमें बिज़नेस की क़ीमत को भी देखा जाता है।

HSBC PMS आपको आपके निवेश मूल्य और पोर्टफोलियो मैनेजर की पूरी जानकारी के आधार पर आपको एक विशिष्ट रूप से निर्मित निवेश समाधान प्रदान करता है।

लेकिन यह सब एक निवेशक के निवेश उद्देश्य और उसकी रिस्क उठाने की इच्छा पर भी आधारित होता है।

HSBC PMS हमें चार अलग-अलग प्रकार की पीएमएस रणनीतियां प्रदान करता है, जिनसे आप अपने  प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड रख सकते है।

HSBC PMS की चार रणनीतियों में से दो रणनीतिया अभी तक चल रही हैं, लेकिन कंपनी ने वर्ष 2015 में अपनी दो रणनीतिया  (अल्फा अकाउंट सिग्नेचर पोर्टफोलियो और स्ट्रैटेजिक पोर्टफोलियो) को बंद कर दिया था।

अब, इस लेख में, हम HSBC PMS के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने करेंगे, जो कि एक पीएमएस निवेशक के लिए जानना सबसे महत्वपूर्ण होता है।

जैसे इसमें हम पीएमएस के प्रकार, इसकी रणनीतियो का विवरण, मैनेजर विस्तार, कमीशन मॉडल, निवेश योजना, शुल्क(चार्जस) , ग्राहक सहायता, निष्कर्ष और इसके बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न आदि शामिल करेंगे।

कंपनी का नाम एचएसबीसी पीएमएस
स्थापना वर्ष  27 मार्च 2006 
कंपनी का प्रकार व्यक्तिगत 
पीएमएस की रणनीतियाँ एचएसबीसी लार्ज-कैप रणनीति, एचएसबीसी मिड-कैप रणनीति, एचएसबीसी स्मॉल-कैप रणनीति
कमीशन मॉडल प्रीपेड कमीशन वॉल्यूम-  जो कमीशन प्रोफ़िट शेयरिंग कमीशन पर आधारित होता है।

HSBC PMS के प्रकार 

इस सेक्शन में, अब हम HSBC PMS के प्रकारों पर चर्चा करने जा रहे हैं,  जो इस संगठन द्वारा उपलब्ध करवाये जाते हैं।

एचएसबीसी हमें निम्नलिखित तीन प्रकार की पीएमएस सेवाये प्रदान करता है: जैसे 

  • डिस्क्रेशनेरी
  • नॉन- डिस्क्रेशनेरी
  • सलाहकार (अड्वाइज़री)

एचएसबीसी डिस्क्रेशनेरी पीएमएस

एचएसबीसी डिस्क्रेशनेरी पीएमएस में, ग्राहकों के निवेश पोर्टफोलियो से संबंधित संपूर्ण निर्णय पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा लिया जाता है।

इसमें आपके पोर्टफोलियो मैनेजर के पास आपके पोर्टफोलियो में किसी भी स्टॉक को जोड़ने या हटाने का पूर्ण अधिकार होता है।

इसमें आपके लिए लाभ कमाने की पूरी जिम्मेदारी आपके पोर्टफोलियो मैनेजरो के कंधों पर होती है।

इसलिए इसमें आपके लिए निवेश रणनीतियों का चुनाव करने का निर्णय भी आपके पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा ही लिया जाता है।

अगर हम दूसरे शब्दों में कहे तो, इसमें ग्राहको के निवेश पोर्टफोलियो का निर्णय भी उनके पोर्टफोलियो मैनेजर की जानकारी के आधार पर लिया जाता है।

इस प्रकार के पीएमएस में  निवेश करके का मतलब है, की लंबी अवधि में आपकी पूंजी के मूल्य में वृधि हो जाती  है।

एचएसबीसी नॉन- डिस्क्रेशनेरी पीएमएस

एचएसबीसी नॉन-डिस्क्रेशनेरी पीएमएस, अपने ग्राहकों को उनके पोर्टफोलियो से संबंधित निवेश निर्णय लेने की अनुमति प्रदान करता  है।

इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर केवल एक ट्रेडर के रूप में करता है। नॉन- डिस्क्रेशनेरी पीएमएस में पोर्टफोलियो मैनेजर की कोई भूमिका नहीं है, क्यूँकि इसमें निर्णय लेने का अधिकार निवेशक का होता है।

लेकिन हां, इसमें निवेशक फंड मैनेजर से सलाह ले सकता है,  और अगर किसी मैनेजर द्वारा दिया गया सुझाव किसी निवेशक को पसंद आता जाता है,  तो वह उस सुझाव का इस्तेमाल भी कर सकता है।

उसके बाद भी यदि कोई ग्राहक चाहता है, तो पोर्टफोलियो मैनेजर भी उन्हें अपना सुझाव दे कर सकता है, और यदि उसे लगता है,  कि फंड मैनेजर द्वारा दिए गए सुझाव उसके लिए (निवेशक) लाभदायक होगा,  तो वह उसका भी इस्तेमाल कर सकता है।

एचएसबीसी सलाहकार (अड्वाइज़री) सेवा

इसमें ग्राहकों को कंपनी से बिना किसी बैक-ऑफिस सहायता के ट्रेडिंग, अकाउंटिंग आदि जैसे कार्यों  के निर्णय ख़रीदने / बेचने पर सलाह प्रदान की जाती  है।


HSBC PMS फंड मैनेजर

इसमें कंपनी के पास कुछ विशेषज्ञों की एक टीम होती  है,  जो ग्राहकों को निवेश पोर्टफोलियो से बेहतर रिटर्न प्रदान  करने के लिए चौबीसों घंटे काम करती हैं। इसके साथ ही वे निवेशकों को उनकी इच्छा अनुसार परिणाम प्रदान करने के लिए अपनी पूर्ण जनकारी और अनुभव का इस्तेमाल भी करते हैं।

हालांकि कंपनी के पास कई प्रतिभाशाली पोर्टफोलियो मैनेजर हैं,  लेकिन यहां हम आपके साथ HSBC PMS के कुछ सर्वश्रेष्ठ फंड मैनेजर्स पर चर्चा करेंगे। जैसे 

जया निगम (उपाध्यक्ष (वाइस- प्रेसिडेंट)- फंड मैनेजर)

जया निगम जी को HSBC PMS के उपाध्यक्ष (फंड मैनेजर) के रूप में नियुक्त किया गया है। वह वर्ष 2015 में कम्पनी के साथ जुड़ी थी, और आज तक इसी कम्पनी के साथ ही जुड़ी हुई हैं।

उन्होंने एचएसबीसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी के साथ जुड़ने से पहले, आईडीएफसी लिमिटेड के साथ वरिष्ठ उपाध्यक्ष (ट्रेजरी) के रूप में काम किया था।

जया निगम ग्राहकों के निवेश पोर्टफोलियो को संभालती है,  और उन्हें उनके निवेश पर बेहतरीन रिटर्न उपलब्ध करवाती है।


HSBC PMS प्रोडक्टस 

HSBC PMS अपने निवेशकों को चार प्रोडक्टस की पेशकश कर रहा था, लेकिन 2015 की शुरुआत में ही, इस कंपनी ने अपने व्यक्तिगत निवेशकों को कुछ पीएमएस प्रोडक्टस की पेशकश करना बंद कर दिया। जोकि निमलिखित हैं: जैसे 

  • एचएसबीसी अल्फा अकाउंट सिग्नेचर पोर्टफोलियो
  • एचएसबीसी अल्फा अकाउंट स्ट्रटीजिक (रणनीतिक) पोर्टफोलियो
  • एचएसबीसी लार्ज कैप ओरिएंटेड पोर्टफोलियो
  • एचएसबीसी सलेक्ट पोर्टफोलियो 

HSBC PMS पोर्टफोलियो निवेश के लिए बॉटम-अप दृष्टिकोण का अनुसरण करता है। जिसमें यह कम्पनी निवेश के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखती है।

  • यह कंपनी उस कंपनी में निवेश करती है,  जिसके बिज़नेस में वास्तविक वद्धि होती हो। और उनका स्टॉक  अपने असली मूल्य पर नहि  डिस्काउंट मूल्य पर ट्रेड हो रहा हो।
  • ये इस विश्वास पर काम करते  है,  कि समय के साथ एक कंपनी बढ़ती है। इसलिए, एचएसबीसी अपने द्वारा चुने हुए स्टॉकस पर सबर रखता है, क्यूँकि वे बाजार में सही समय का इंतज़ार करता हैं।
  • इनके साथ की गयी निवेश प्रक्रिया में लंबे समय तक रिटर्न प्रदान करने की शक्ति होती है।
  • इनकी रणनीतिया  विकास और मूल्य का मिश्रण होती है।
  • यह कंपनी मुख्य रूप से बाय एंड होल्ड ’रणनीति का उपयोग करती है। ये पोर्टफोलियो को संभावित नकारात्मक पक्ष से बचाने के लिए एफ एंड ओ और कैश का उपयोग करते हैं।
  • इस कंपनी की निवेश प्रक्रिया दूसरी कंपनी के आकार, उसके बिज़नेस अवसर, उसकी विकास की संभावना का मूल्यांकन करने के लिए उनके मैनजमेंट की बैठक से शुरू होती है।

लेकिन, अब यह कंपनी अपनी तीन मुख्य रणनीतियो लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप पर काम कर रही है।

यह  तीनों रणनीतियाँ निवेशकों के लिए उनके निवेश उद्देश्य और उनकी रिस्क प्रोफ़ाइल के अनुसार बनाई गई हैं।


HSBC PMS रणनीतियां  

HSBC PMS अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की रणनीतिया प्रदान करती है,  जो उसके निवेशक को अपने वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंचने में सहायता करती है। तो चलिये अब हम, एक-एक करके इन सभी रणनीतियों के बारे में  चर्चा  शुरू करते हैं।

एचएसबीसी लार्ज-कैप रणनीति

HSBC PMS लार्ज-कैप रणनीति का उद्देश्य लार्ज-कैप स्टॉकस में निवेश करना होता है,  जो निवेशकों को अधिकतम सीमा तक निरंतर और निश्चित रिटर्न प्रदान करते रहते  हैं।

ऐसे निवेशक जिनका उद्देश्य लंबे समय के लिए पूंजी संरक्षण के साथ निवेश करके अच्छा रिटर्न प्राप्त करना है, वे अपने निवेश के लिए  लार्ज-कैप रणनीति को चुनाव करते हैं।

क्यूँकि ऐसा देखा गया है, कि  इस रणनीति के तहत चुने गए स्टॉक बहुत तीव्र गति से आगे बढ़ते हैं, और उनकी क़ीमत भी उचित होती है। इसमें  आप स्टॉकस और सेक्टरस में थोड़े बहुत बदलाव करके अपने पोर्टफोलियो से जुड़े रिस्क को कमकर सकते है।

लेकिन यह निवेश पोर्टफोलियो केवल उन कंपनियों द्वारा बनाया जा सकता है,   जिनमें विकास करने  की क्षमता के साथ साथ एक अच्छा मैनज्मेंट और प्रमाणित ट्रैक रिकॉर्ड है।

आम तौर पर आप लार्ज-कैप रणनीति के तहत अपने निवेश पोर्टफोलियो में 15-20 स्टॉक जोड़े सकते हैं। लेकिन आप  इस रणनीति का प्रदर्शन बेंचमार्क “निफ़्टी ५०”’के खिलाफ जाकर देख सकते है।

एचएसबीसी स्मॉल-कैप स्ट्रैटेजी

HSBC PMS मिड-कैप रणनीति उन स्टॉकस में निवेश करने के लिए बनाई गई है, जिनका मार्केट कैप छोटे आकार का होता  है। क्यूँकि ऐसी कंपनियां अपनी बिज़नेस लाइफ़ साइकल  के शुरुआती चरण में होती हैं, और अच्छी कमाई के ट्रैक पर भी होती  हैं।

लेकिन स्मॉल-कैप कंपनियों के पास भविष्य में आगे बढ़ने का एक शानदार मौक़ा होता है, जिसके साथ वे अपने निवेशको  को लंबी अवधि में  अच्छे रिटर्न प्रदान करते हैं।

इसमें स्टॉक का बुनियादी विश्लेषण कंपनी के विश्लेषकों द्वारा आपके पोर्टफोलियो के लिए सही स्टॉक चुनने के लिए किया जाता है।

इसमें स्टॉकस  को उनके मजबूत सिद्धांत, उसमें विकास की संभावना और उसके साथ भविष्य की कमाई की उम्मीद के आधार पर चुना जाता है।

इसमें आपके पोर्टफोलियो में लगभग 25-30 स्टॉक हो सकते हैं, और इस रणनीति द्वारा प्रदान किए गए रिटर्न को आप S & P बीएसई 200 स्मॉल कैप इंडेक्स के बेंचमार्क के खिलाफ जाकर देख सकते हैहै।

एचएसबीसी मल्टी-कैप रणनीति 

HSBC PMS मल्टी-कैप रणनीति के अंतर्गत  आप मार्केट कैप में से किसी भी प्रकार के स्टॉकस को चुन सकते हैं, जैसे लार्ज-कैप, मिड-कैप, और स्मॉल -कैप ।

इस रणनीति में आप उन स्टॉकस पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकते है, जिनमे आगे बढ़ने की सम्भावना होती हैं, जो आप उनके मार्कट कैप के आकार पर ध्यान दिए बिना ही कर सकते हैं।

इसमें आपके पोर्टफोलियो में कुल स्टॉकस की संख्या लगभग 15-20 स्टॉकस  हो सकती  है।

इसमें सभी प्रकार के शेयरों को उनकी उच्च विकास की संभावनाओं, उनकी भविष्य में आगे बढ़ने की सम्भावना, और क्या वह अपने सेक्टर की एक प्रमुख कंपनी है,  के आधार पर चुना जाता है। इसमें किसी सेक्टर या कंपनी का अकेले कोई आधार नहीं है।

इस रणनीति के तहत अपने रिटर्नस को आप बेंचमार्क एस एंड पी बीएसई 200 के खिलाफ जा कर देख सकते है।

Large Cap Mid Cap Small Cap in Hindi पढ़ें और लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप के बीच अंतर को जानें।


एचएसबीसी पीएमएस प्रदर्शन / रिटर्न्स

HSBC PMS के निवेश पोर्टफोलियो का प्रदर्शन काफ़ी अच्छा है। इस कंपनी द्वारा पेश की गई सभी रणनीतियों ने अपनी स्थापना के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है।

एचएसबीसी पीएमएस  के पोर्टफोलियो मैनज्मेंट सर्विस रिटर्न या प्रदर्शन: जोकि 

  • 3 साल में  9% का होता  है,
  • एचएसबीसी पीएमएस रिटर्न 5 वर्षों में  लगभग 10% का होता है,
  • एचएसबीसी पीएमएस का प्रदर्शन 7 वर्षों में 13% का होता है,
  • और 11 वर्षों से अधिक में, एचएसबीसी पीएमएस का प्रदर्शन 18% तक का होता है।

इसलिए, हम देख सकते हैं, कि इस कंपनी का प्रदर्शन काफी आकर्षक है,  और एक निवेशक उसके इस प्रदर्शन के आधार पर उस कंपनी का चयन कर सकता है।


HSBC PMS निवेश योजनाएं

एचएसबीसी पीएमएस भी अन्य पोर्टफोलियो मैनज्मेंट कंपनियों की तरह ही चार तरह की निवेश योजनाएं प्रदान करती है। उनका इस प्रकार की विभिन्न निवेश योजनाओं को बनाने का मुख्य उद्देश्य हर श्रेणी के निवेशकों को पोर्टफोलियो निवेश के अवसर प्रदान करना है।

फिर चाहे वे हाई-नेट वर्थ वाले, मीडीयम-नेट वर्थ वाले, या फिर लो- नेट वर्थ वाले ग्राहक हो ।

तो चलिए अब हम यहां उन चार निवेश योजनाओं और उनकी सीमा पर चर्चा करने करते हैं:

  • ब्रॉंज़- रु. 25,00,000 से रु. 50,00,000
  • सिल्वर- रु. 50,00,000 से रु.1 करोड़
  • गोल्ड- रु.1 करोड़ से रु. 5 करोड़
  • प्लैटिनम- रु.5 करोड़ और उससे अधिक

ब्रॉंज़: एचएसबीसी पीएमएस द्वारा की पेशकश की पहली योजना का नाम कांस्य (ब्रॉंज़) है। यह योजना लो प्रोफाइल निवेशकों के लिए बनाई गई है।

यह प्रमुखत उन लोगों के लिए है,  जो पीएमएस में निवेश तो करना चाहते हैं, लेकिन वह रु. 50,00,000 रुपये से अधिक का निवेश नहीं कर सकते।

इसलिए, कंपनी ने उन्हें बेहतर रिटर्न देने के लिए रु. 25,00,000 के साथ शुरुआत करने का अवसर प्रदान किया है। यह योजना स्मॉल इंकम निवेशको को सबसे अच्छी लगती है।

सिल्वर: सिल्वर प्लान के तहत निवेश की सीमा रु. 50,00,000 से रु।1 करोड़ के बीच है। इसलिए यदि आप कांस्य निवेशकों से अधिक रिस्क उठा सकते हैं,  तो आपने सही योजना की तलाश की  हैं।

क्यूँकि एचएसबीसी पीएमएस की इस योजना में, पोर्टफोलियो से जुड़ा रिस्क थोड़ा अधिक है लेकिन उसके साथ साथ  इसमें रिटर्न भी अधिक है।

गोल्ड: इस योजना में ऊपर बतायी गई दोनों निवेश योजनाओं की तुलना में अधिक निवेश राशि की आवश्यकता है। क्यूँकि गोल्ड प्लान के अंतर्गत निवेश राशि की सीमा रु।1 करोड़ से रु।5 करोड़ के बीच होती है।

इसलिए वे निवेशक जो पोर्टफोलियो निवेश में थोड़ा हाई-रिस्क उठाने के लिए तैयार होते है, वे इस योजना को अपने लिए चुन सकते हैं।

प्लैटिनम: एचएसबीसी पीएमएस की यह योजना किसी अकेले व्यक्तिगत निवेशक के लिए नहीं होती। यह तो उन  संस्थागत निवेशको  के लिए ठीक है,  जो रु।5 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर सकता है,  और हाई रिस्क  भी उठा  सकते  है।

इस योजना के तहत, उस  कंपनी द्वारा निवेश की गई राशि को अत्यधिक उन क्षेत्रों में अलग अलग लगा दिया जाता है, जो उनके रिस्क  को कम करने और उन्हें  हाई रिटर्न प्रदान करने में मदद करते हैं।


HSBC PMS कमीशन मॉडल

एचएसबीसी पीएमएस द्वारा प्रस्तावित कमीशन मॉडल काफी लचीला है। यह निवेशकों को उनकी सुविधा के अनुसार कंपनी को कमीशन प्रदान करने का तरीका चुनने की अनुमति देता  है।

इसके साथ ही HSBC PMS अपने ग्राहकों को अपने किसी भी मॉडल का चयन करने के लिए मजबूर नहीं करता है, वो उन पर ही इसका बात का निर्णय छोड़ देते हैं,  और उन्हें ही अपने  लिए सबसे अच्छे मॉडल का पता लगाने देते हैं।

इसके प्रत्येक मॉडल को विभिन्न आधारों को ध्यान में रख कर डिज़ाइन किया गया है, जैसे प्रोफ़िट कमाने का आधार, एक वर्ष के भीतर किए गए लेनदेन की कुल मात्रा और पोर्टफोलियो का कुल मूल्य आदि।

इस कंपनी द्वारा पेश किए गये  कमीशन मॉडल का नाम निम्नलिखित है।

  • प्रोफ़िट-आधारित कमीशन मॉडल
  • वॉल्यूम-आधारित कमीशन मॉडल
  • प्रीपेड कमीशन मॉडल

प्रोफ़िट-आधारित कमीशन मॉडल

इस कमीशन  मॉडल के अंतर्गत इसके ग्राहकों को निवेश पोर्टफोलियो से कमाये हुए प्रोफ़िट के आधार पर कमीशन  देना होता है।

इसमे पीएमएस कमीशन राशि प्रोफ़िट में वृद्धि  होने के साथ बढ़ती है, और प्रोफ़िट में  कमी  होने के साथ घट जाती है।

निवेशक के लिए यह  प्रोफ़िट-बेसड मॉडल सबसे अच्छा कमीशन मॉडल है,  क्योंकि इसमें उनके लिए प्रोफ़िट कमाने की संभावना अधिक होती है।

इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर आपको आपके  पोर्टफोलियो मे अधिक प्रोफ़िट प्राप्त करने के लिए अपना पूरी मेहनत लगा देते है, क्योंकि इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर का कमीशन आपके प्रोफ़िट में वृद्धि के साथ बढ़ता है और प्रोफ़िट में कमी होने के साथ घटता है।

वोल्यूम-आधारित कमीशन मॉडल

इस मॉडल के अंतर्गत कमीशन का आधार उसके ग्राहको के  पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा एक पूरे वर्ष के अंदर किये  गये लेनदेन की कुल मात्राके अनुसार होता है, जिसका भुगतान वॉल्यूम-बेसड कमीशन मॉडल के तहत किया जाता है।

इसमें आपका पोर्टफोलियो मैनेजर आपके  पूरे लेनदेन को ध्यान में रखता है,  जो उसके द्वारा निवेश पोर्टफोलियो मे पूरा किया गया हो। क्यूँकि उसी के आधार पर,वह एक निश्चित प्रतिशत कमीशन चार्ज कर सकता है।

लेकिन इसमें आपके लिए  यह जानना बहुत महत्वपूर्ण है, कि आपका पोर्टफोलियो मैनेजर कितना ईमानदार है, क्योंकि एक झुठा पोर्टफोलियो मैनेजर अपनी हाई कमीशन को चार्ज करने के लिए बिना किसी आवश्यकता के आपके लेनदेन की कुल संख्या को बढ़ा भी सकता है।

प्रीपेड कमीशन मॉडल

प्रीपेड कमीशन मॉडल के अंतर्गत कमीशन का भुगतान पोर्टफोलियो के कुल मूल्य के आधार पर किया जाता है।

इसमें एक निश्चित प्रतिशत के आधार पर पोर्टफोलियो के कुल मूल्य के अनुसार के  कमीशन  का भुगतान किया जाता है, जोकि पोर्टफोलियो के कुल मूल्य में वृद्धि के साथ प्रतिशत कम हो जाता है।

आमतौर पर इस मॉडल के अंतर्गत कमीशन का प्रतिशत ऊपर दिए  गये कमीशन मॉडल की तुलना में कम है।

आइए अब, हम नीचे दी गयी तालिका मे प्रत्येक मॉडल के अंतर्गत ली जाने वाली कमीशन का प्रतिशत दिखाते है:

प्रीपेड कमीशन (वार्षिक) वॉल्यूम-आधारित  कमीशन (वार्षिक) प्रोफ़िट शेयरिंग (लाभ साझाकरण) बसेड (वार्षिक)
निवेश सीमा  निवेश का % कमीशन   लेनदेन  की मात्रा सीमा  मात्रा का % कमीशन   प्रोफ़िट  प्रोफ़िट का % कमीशन 
₹ 25 L- 50L 1.50 ₹ 25 L- 50L 0.20 ₹ 25 L- 50L 29
₹ 50L-1 CR 1.30 ₹ 50L-1 CR 0.17 ₹ 50L-1 CR 25
₹ 1CR-5CR 1.20 ₹ 1CR-5CR 0.15 ₹ 1CR-5CR 22
₹ 5CR और ऊपर 1.10 ₹ 5CR और ऊपर 0.12 ₹ 5CR और ऊपर 19

HSBC PMS शुल्क  

पीएमएस चार्जेस निवेशकों को प्रदान की जाने वाली विभिन्न प्रकार की सेवाओं के लिए जाने वाला शुल्क हैं। इन खर्चों में मैनेजमेंट शुल्क, एग्ज़िट लोड शुल्क, कस्टोडीअन चार्ज, ब्रोकरेज चार्ज, अप्फ्रन्ट शुल्क आदि शामिल हैं।

  • मैनेजमेंट शुल्क: कंपनी द्वारा निवेशकों को दी जाने वाली इस पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवा के लिए शुल्क लिया जाता है। जिसमें वार्षिक रिकरिंग शुल्क और वेरीअबल शुल्क शामिल होता  हैं।
  • वार्षिक रिकरिंग शुल्क-  ये दैनिक औसत एएमयू का 1.25% से 2.25% तक होता है।
  • वेरीअबल शुल्क- यह पोर्टफोलियो मैनेजर के प्रदर्शन शुल्क के रूप में प्रभारित पूर्व निर्धारित दर के आधार पर  पोर्टफोलियो के वार्षिक प्रदर्शन का 15% तक होता है। यह उसके ग्राहको  द्वारा चुने गए शुल्क स्ट्रक्चर पर निर्भर करता है।
  • अप्फ्रन्ट शुल्क: यह शुल्क सिर्फ एक प्रीपेड शुल्क की तरह होता है, जिसे आपको पीएमएस सेवा शुरू करने से पहले भुगतान करना आवश्यक होता है। और यह शुल्क 0% से लेकर 2।5% तक हो सकता है।
  • लेकिन इसमें  डिपॉजिटरी शुल्क, कस्टोडियन शुल्क, रेजिस्ट्रेशन और ट्रैन्स्फर एजेंट शुल्क, ब्रोकरेज और लेन-देन शुल्क इत्यादि वर्तमान स्तिथि को देख कर लगाए जाते है।

एचएसबीसी पीएमएस के फ़ायदे 

चलिए अब यहां हम एचएसबीसी पीएमएस के पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाओं के फ़ायदे पर एक त्वरित नज़र डालते है।

  • एचएसबीसी पीएमएस विशेष रूप से संस्थागत निवेशकों को पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाये  प्रदान करता है। जो कि निवेशकों के लिए एक बहुत बड़ी बात है,  क्योंकि इसमें उन्हें कंपनी या विशेषज्ञों का पूरा ध्यान मिलेगा।
  • यह कंपनी विभिन्न श्रेणियों के निवेशकों के लिए एक लचीली निवेश योजना प्रदान करती है, फिर चाहे वे छोटे पैमाने पर हों या बड़े पैमाने पर। जिससे वे अपनी सुविधा और रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार अपने लिए योजना का चयन कर सकते हैं।
  • एचएसबीसी एक ब्रांड नाम है, जो अपनी सेवाओ के लिए जाना जाता है। इसमें एक निवेशक बिना किसी आप्शन की तलाश के अपने लिए पोर्टफोलियो मैनेजर का चयन कर सकता है।
  • इस कंपनी के प्रफेशनल और विशेषज्ञ मार्केट मे  आने वाले अवसरो  को पकड़ने के लिए दिन-रात काम करते हैं। वे आपके  निवेश पोर्टफोलियो से सुरक्षा (आवश्यकतानुसार) जोड़ने और हटाने के लिए हमेशा सक्रिय रहते हैं।
  • इस कंपनी की ग्राहक सहायता व्यवस्था बहुत ही अद्भुत है। वे अपने निवेशको द्वारा उत्पन्न की जाने वाली हर क्वेरी और समस्या को आसानी से संभाल लेते हैं।

HSBC PMS ग्राहक सहायता 

एचएसबीसी हमेशा अपने ग्राहकों का ख्याल रखता है। इस कंपनी के पास एक बहुत ही सक्रिय ग्राहक सहायता व्यवस्था है। जो अपने ग्राहकों  के प्रश्नों को हल करने के लिए तुरंत जवाब देते हैं।

इस कंपनी ने अपने ग्राहकों को चैट और कॉल की भी  सुविधा दी हुई  है।इसलिए इनके  ग्राहक अपने प्रश्नों को किसी भी तरह से हल  कर सकते हैं।

इस कंपनी अपने ग्राहकों को  उनके लिए  एक रिलेशनशिप मैनेजर भी नियुक्त करवाती  है। जिससे इनका  कोई भी  ग्राहक अपने निवेश पोर्टफोलियो के बारे में जानने के लिए सीधे उन्हें कॉल कर सकता है।

इसमें पोर्टफोलियो निवेश के कुल मूल्य के आधार पर, एक ग्राहक एक महीने में 3-5 बार या इससे अधिक भी पोर्टफोलियो मैनेजर को कॉल कर सकता है।

अब यदि आप एक भरोसा देने वाली पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाओं के माध्यम से निवेश करना चाहते हैं, तो इसके लिए आगे के कदम उठाने में हम आपकी सहायता कर सकते है:

इसके लिए कृपया निम्नलिखित विवरण को भरे।

एचएसबीसी पीएमएस का आपकी समस्या समाधान आकरने का टीएटी 8 कार्य दिवस का  है।


निष्कर्ष

एचएसबीसी पीएमएस एक प्रसिद्ध पोर्टफोलियो मैनेजमेंट कंपनी है। यह कंपनी अपने  ग्राहकों को विश्व स्तरीय पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं प्रदान करती है।

ये अपने ग्राहकों को एक लचीली निवेश योजना के साथ-साथ कई प्रकार के कमीशन मॉडल भी पेश करती हैं।

ये  कंपनी अपने ग्राहकों को बहुत सारे लाभ प्रदान करती हैं, और जो इसे  एक विशिष्ट पीएमएस कंपनी बनाते हैं। और इस कंपनी द्वारा उपलब्ध करवाये जाने वाला ग्राहक समर्थन एक श्रेष्ठ श्रेणी का है।

इसलिए इस कंपनी के लिए कुल मिलाकर, हम कह सकते हैं,  कि  यदि आप अपनी मेहनत की कमाई को निवेश करने के लिए सोच रहे है, तो  एचएसबीसी पीएमएस का पोर्टफोलियो मैनेजमेंट आपके लिए  सबसे अच्छा आप्शन है।


HSBC PMS FAQS 

यहाँ हम एचएसबीसी पीएमएस के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों पर एक त्वरित नज़र डालने जा रहे  है, जिनके बारे में आपको अवश्य पता होना चाहिए: जैसे 

  • पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवा क्या होती है?

पीएमएस सेवा एक कंपनी के पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा स्टॉक, डेट, फिक्स्ड डिपॉजिट, कैश और अन्य फाइनैन्शल सिक्युरटीज़ में निवेश करने के लिए दी जाती है,  जो विशेष रूप से किसी निवेशक के फाइनैन्शलउद्देश्य को पूरा करने के लिए बनाई जाती हैं।

  • पीएमएस खाता कौन खोल सकता है?

पोर्टफोलियो मैनेजमेंट खाता किसी भी  कंपनी, हिंदू अविभाजित परिवार, फर्म या एक एसोसिएशन द्वारा खोला जा सकता है।

  •  एचएसबीसी पीएमएस द्वारा किस प्रकार की पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवा प्रदान की जाती है?

एचएसबीसी पीएमएस अपने ग्राहकों को तीन प्रकार की पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाये  प्रदान करता  है, जैसे डिस्क्रेशनेरी पीएमएस, नॉन- डिस्क्रेशनेरी पीएमएस, और अड्वाइज़री पीएमएस।


क्या आप भी पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा लेना चाहते हैं तो नीचे दिए फॉर्म में अपनी बुनियादी विवरण दर्ज करें। 

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