जेएम फाइनेंशियल पोर्टफोलियो प्रबंधन

PMS के अन्य लेख

7.6

कंपनी बैकग्राउंड

7.5/10

रिटर्न

7.0/10

ऑफरिंग रेंज

8.0/10

शुल्क

8.0/10

कस्टमर सपोर्ट

7.5/10

Pros

  • अलग-अलग निवेश योजना
  • औसत खर्च
  • पीएमएस में आप कम निवेश से शुरूवात कर सकते है।
  • इनका सहायता केंद्र बहुत अच्छा है।

Cons

  • इनकी ब्रांडिंग और प्रत्यक्षता बहुत ही सीमित है।
  • इनको अपने रिटर्न में सुधार करना चाहिए।

जेएम फाइनेंशियल पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवा कैपिटल मार्केट और रीसर्च क्षमताओं में अपनी विशेषज्ञता के लिए लोकप्रिय है। अपने ग्राहकों के लिए विशिष्ट रूप से निर्मित पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं को डिजाइन करने का गुण कंपनी को प्रसिद्ध बनाता है।

आइए अब यह जानते है,  कि इस कम्पनी का  प्रदर्शन या रिटर्न, मूल्य निर्धारण और समस्त प्रस्ताव  इसकी पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं का फ़ायदा उठाने के लिए आपके समझ में आता है या नहीं।

इसके अलावा, आप पीएमएस इनवेस्टमेंट रिस्क के बारे में भी पढ़ें।

अब देखिए, जैसा कि नाम से पता चलता रहा है,  कि जेएम फाइनेंशियल व्यक्तियों को फाइनेंशियल (वित्तीय) सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है,  और वही दूसरी ओर यह फर्म पूरे देश में  सभी को वित्तीय रूप से आकर्षित  कर रही हैं।


जेएम फाइनेंशियल पोर्टफोलियो प्रबंधन की समीक्षा 

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस सर्विसेज लिमिटेड कंपनी ने वर्ष 1998 में सिक्युरटीज़ एक्सचेंज बोर्ड ओफ़ इण्डिया (सेबी) के साथ रेजिस्टर किया था ।

मॉर्गन स्टेनली और जेएम फाइनेंशियल ग्रुप के बीच एक संयुक्त उद्यम (जॉइन्ट वेन्चर) गठन के बाद, इस कंपनी को जेएम मॉर्गन स्टेनली रिटेल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के नाम से रेजिस्टर किया गया था। 

और फिर बाद में दोनों कंपनियों द्वारा वर्ष 2007 में इस संयुक्त उद्यम((जॉइन्ट वेन्चर) को ख़त्म कर दिया गया था।

वैसे तो  कई दशकों से जेएम फाइनेंशियल मार्केट में काफी लोकप्रिय है,  और एक सभी तरह की सेवाये प्रदान करने वाला  स्टॉकब्रोकर होने के नाते यह अपने ग्राहकों को इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटी, पीएमएस जैसे कई क्षेत्रों में निवेश करने के सुझाव देता  है।

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज  के पोर्टफोलियो मैनेजर को शेयर और स्टॉकब्रोकिंग, रीटेल सेल्ज़ और निवेश सलाह  में से  निवेश सलाहकार सेवाओं पर सबसे पहले ध्यान देने के उद्देश्य से रखा जाता है।

यह कंपनी अपनी रीसर्च विशेषज्ञता के लिए बहुत  लोकप्रिय है,  या फिर इसके लिए हम यह भी  कह सकते हैं,  कि कंपनी की मुख्य योग्यता रीसर्च करना ही  है। 

यह  अपनी रीसर्च  क्षमताओं के साथ-साथ , कैपिटल मार्केट और निष्पादन में  भी निपुण है,  जो इस कंपनी को अपने ग्राहकों को उनके लिए एक विशिष्ट रूप से निर्मित निवेश रणनीति प्रदान करने में सक्षम बनाता है।

पोर्टफोलियो मैनेजरो को जेएम फाइनेंशियल पीएमएस  अपने बिज़नेस को पूरा करने और अपने ग्राहकों को निवेश के सर्वोत्तम तरीके के साथ लाभ प्राप्त करने में सहायता करने के लिए रखा जाता है।

इसके साथ साथ आप यह भी पढ़ें, कि मुझे पोर्टफोलियो की आवश्यकता क्यों है?

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस के पास अपने  ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है,  जिसमें हाई नेट वर्थ ग्राहक, रिटेल ग्राहक और कॉर्पोरेट्स ग्राहक आदि शामिल हैं।

इस कंपनी के पास विशेषज्ञों की एक टीम है,  जिसमें रिलेशनशिप मैनेजर भी शामिल हैं, जो इनके ग्राहकों को, शोधकर्ताओं को कॉरपोरेट को और हाई नेट वर्थ व्यक्तियों को महत्वपूर्ण रीसर्च रिपोर्ट प्रदान करने वाली विशेष सेवाएँ प्रदान करते हैं।

इसके अलावा, इनके पास कई तरह के निवेश प्रोडक्टस जैसे म्युचुअल फंड, आईपीओ, आरबीआई और विभिन्न प्रकार के  बॉन्डस भी उपलब्ध हैं।

जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज इंडिया लिमिटेड  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (बीएसई), सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज इंडिया लिमिटेड (सीडीएसएल), मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (एमएसईआई,) नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल), सेबी (रीसर्च और निवेश सलाहकार) में एक ट्रेडिंग सदस्य है।

कंपनी का नाम जेएम फाइनेंशियल पीएमएस
स्थापना  वर्ष 1998 जून में 
संस्थापक का नाम श्री निमेश एन. कमानी
कंपनी का प्रकार निजी (प्राइवेट)
पीएमएस रणनीतियाँ विकास और मूल्य पोर्टफोलियो रणनीति,  पोर्टफोलियो प्रोडक्ट-डबेट,  पोर्टफोलियो प्रोडक्ट-लाइफ़ साइकल  अल्फा रणनीतियाँ आदि 
कमीशन मॉडल प्रीपेड कमीशन,  वॉल्यूम-बसेड़ कमीशन, प्रोफ़िट शेयरिंग  कमीशन 

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस के इस लेख में , हम पोर्टफोलियो मैनेजर के लगभग सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को सम्मिलित करेंगे, जो एक निवेशक के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है।

हम इसमें इनकी पोर्टफोलियो प्रबंधन सेवाओं, पोर्टफोलियो प्रबंधन रणनीतियों, निवेश योजनाओ, कमीशन मॉडल, ग्राहक सहायता, निष्कर्ष, और बार बार  पूछे जाने वाले प्रश्न, आदि जैसे विषयों को भी सम्मिलित करेंगे।


जेएम फाइनेंशियल पोर्टफोलियो प्रबंधन के प्रकार 

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस अपने ग्राहकों को तीन पीएमएस प्रकार प्रदान करता है।

  1. डिस्क्रेशनेरी पीएमएस
  2. नान-डिस्क्रेशनेरी पीएमएस
  3. ऐड्वाइज़री पीएमएस
  4. डिस्क्रेशनेरी पीएमएस

जहां तक ​​ डिस्क्रेशनेरी पीएमएस सेवा का सवाल है, तो इसमें पसंद  और निवेश का समय दोनो  पोर्टफोलियो मैनेजर के हाथ में होते है।

जबकि  जेएम फाइनेंशियल पीएमएस अपने ग्राहकों को निवेश पोर्टफोलियो से संबंधित अपनी राय प्रस्तुत करने की पूरी अनुमति देता है। लेकिन फिर भी, उसका अंतिम निर्णय पोर्टफोलियो मैनेजर की स्वीकृति के आधार पर होता  है।

  1. नॉन- डिस्क्रेशनेरी पीएमएस

नॉन- डिस्क्रेशनेरी  पीएमएस सेवा में, निवेश पोर्टफोलियो का मैनजमेंट उनके  के हाथों में ही रहता है। और वह अपने लिए हर तरह का निर्णय ले सकता है,  जैसे सिक्युरिटी को चुनना, निवेश का समय तय करना , किसी सिक्युरिटी से बाहर निकलना आदि।

इस प्रकार के  पीएमएस में, पोर्टफोलियो मैनेजर की भूमिका केवल ट्रेडर की तरह होती है। लेकिन इसमें अगर इनका कोई ग्राहक चाहता है, तो वह अपने पोर्टफोलियो मैनेजर का सुझाव भी  ले सकता है।

  1. एडवाइजरी पीएमएस

ऐड्वाइज़री पीएमएस सेवा की रचना विशेष रूप से हाई-नेट वर्थ और कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए की गई है, जिनके पास इक्विटी पोर्टफोलियो की अधिक मात्रा होती है।

इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा दी गई विशेषज्ञ राय और रीसर्च  रिपोर्ट न केवल इसंके ग्राहकों को सही समय पर सही निर्णय लेने में मदद करती है,  बल्कि उनको अपने पोर्टफोलियो पर नियंत्रण करने  में भी मदद करती है।

पीएमएस का विवरण जानने के लिए, यहां क्लिक करें


जेएम फाइनेंशियल पोर्टफोलियो प्रबंधन मैनेजर्स

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस के पास विशेषज्ञों की एक टीम है,  जो अपनी जानकारी  और अनुभव के साथ ग्राहक को उनका निवेश पोर्टफोलियो मैनिज करने में मदद करती है। 

श्री राकेश पारेख जी जेएम फाइनेंशियल पीएमएस में सर्वश्रेष्ठ पोर्टफोलियो मैनेजरस में से एक है।

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस की टीम के सदस्य के नाम इस प्रकार हैं:

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस  संगठन में पोर्टफोलियो मैनेजरस की एक अनुभवी टीम है,  जो इनके ग्राहकों को उनके निवेश पर अच्छी मात्रा मे रिटर्न प्राप्त करने के लिए बहुत ही अच्छी- अच्छी रणनीतिया  प्रदान करते  है।

तो चलिए अब हम, इनके पोर्टफोलियो मैनेजर के संक्षिप्त परिचय पर चर्चा करते हैं। जैसे 

श्री राकेश पारेख जी  (हेड पीएमएस ग्रुप), जेएम फाइनेंशियल

श्री राकेश पारेख जी  को फंड मैनेजर और सीनियर एनालिस्ट के रूप में इक्विटी के उभरते मार्केटस  में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है।

लेकिन अभी वर्तमान में, ये इस कंपनी में  पोर्टफोलियो मैनेजर के प्रमुख के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे  है।

इस कंपनी  में पारेख जी 12 लोगों की एक  टीम को संभाल रहे हैं, जो हाई-नेट वर्थ वाले ग्राहकों, पारिवारिक कार्यालयों और कॉर्पोरेट्स के लिए डिस्क्रेशनेरी और ऐड्वाइज़री सेवाओं का प्रबंधन करते हैं।


जेएम फाइनेंशियल पीएमएस की रणनीतियां  

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस द्वारा अपने निवेशकों के लिए कई प्रकार की रणनीतियों की पेशकश की जाती है। जिसमें से वे  एक ऐसी रणनीति को चुन सकते हैं, जो उनके लिए उनके  निवेश के उद्देश्य  और उनकी आवश्यकता  के अनुसार सबसे उपयुक्त हो।

वैसे तो, जेएम फाइनेंशियल पीएमएस द्वारा विभिन्न प्रकार की विशिष्ट रूप से निर्मित निवेश रणनीतियों की पेशकश की जाती है, लेकिन हमारे लिए इस प्रकार की सभी रणनीतियों पर चर्चा करना संभव नहीं है। इसलिए, अब हम इसकी कुछ महत्वपूर्ण निवेश रणनीतियों पर चर्चा करने जा रहे हैं।

देखिये, जेएम फाइनेंशियल पीएमएस द्वारा दी गई निवेश रणनीतियों की सूची निम्नलिखित  है: जैसे 

  • ग्रोथ और वैल्यू पोर्टफोलियो रणनीति
  • पोर्टफोलियो प्रोडक्ट-डेट 
  • पोर्टफोलियो प्रोडक्ट-लाइफ़ साइकल 
  • अल्फा रणनीतियाँ
  1. ग्रोथ और वैल्यू पोर्टफोलियो रणनीति

‘ग्रोथ और वैल्यू’ पोर्टफोलियो रणनीति का पुराना नाम ‘कोर’ था। और इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य इक्विटी और इक्विटी से संबंधित निवेश प्रोडक्टस में निवेश करके अपने ग्राहकों को मध्यम या लम्बे समय तक उनके कैपिटल (पूंजी) को बढ़ाना था।

इसलिए इसमें केवल उन कंपनियों का ही चयन किया जाता है,  जो उन्हें अपनी वैल्यू के अनुसार लम्बे समय तक  विकास की संभावना के साथ आकर्षक लगती  हैं।

अब हम आपको ऐसे कुछ कारको के बारे में बताते है,  जो कंपनी की आकर्षक वैल्यूएशन के लिए देखे जाते हैं: जैसे 

  • ऐसी कंपनियां जिनके  पास स्केल-अप क्षमता होती  है।
  • ऐसी कंपनियों जिनके पास अपनी कुछ अंडरवैल्यूड ऐसेट दिखाई देती  हैं।
  • ऐसी कंपनियों जिनके पास मैनजमेंट करने का गुण हो।
  • ऐसी कंपनियों जो अपनी सेगमेंट के मार्केट लीडर हो,  और लगातार विकास के साथ अपना काम कर रही हो। 
  • ऐसी कंपनियां जो अस्थायी संकट से गुजरती हैं,  लेकिन, भविष्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन प्रदान करने के लिए उस कंपनी का आधार काफ़ी मजबूत है।
  • ऐसी कंपनियां जिनके मैनजमेंट में कुछ बदलाव, बिज़नेस में  बदलाव, और  पुनर्गठन आदि चीजे  करने की आवश्यकता होती है।

लेकिन ऐसे कुछ अन्य कारक भी होते हैं,  जिन्हें पोर्टफोलियो मैनेजर को इस मैनजमेंट रणनीति को लागू करते समय देखना पड़ता है।

  1. पोर्टफ़ोलियो प्रोडक्ट-डेब्ट 

पोर्टफोलियो प्रोडक्ट-डेब्ट का मुख्य उद्देश्य मध्यम से लंबे समय के लिए नुकसान के रिस्क को करके सकारात्मक रिटर्न प्रदान करना है।

इस रणनीति के तहत आपका पैसा मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट, डेब्ट इंस्ट्रूमेंट और डेब्ट ओरिएंटेड म्यूचुअल फंड्स में निवेश किया जाता है।

इसलिए,  इसमें इनके ग्राहकों द्वारा दिया गया फंड गवर्न्मन्ट सिक्युरटीज़, डेब्ट- ऑरीएन्टिड फंडस,  आर बीआई रीलीफ बांडस, सर्टिफ़िकेट ऑफ डिपॉज़िट, कमर्शियल पेपरस , मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट, सिक्युर्ड और अन्सिक्युर्ड

बॉन्डस एंड और डिपॉज़ि, जैसे निवेशों पर लगाया जा सकता है जिनका रिटर्न अस्थिर या निश्चित हो सकता है।

इसमें ग्राहकों को अपने पोर्टफोलियो मैनेजर को अपने लिए विशिष्ट रूप से निर्मित निवेश पोर्टफोलियो के बारे में सुझाव देने की अनुमति होती है लेकिन, उनके किसी भी मामले में, अंतिम निर्णय केवल पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा ही लिया जाता है।

  1. पोर्टफ़ोलियो प्रोडक्ट III- लाइफ़ साइकल 

पोर्टफोलियो प्रोडक्ट III- लाइफ़ साइकल रणनीति के तहत, ग्राहक निवेश करने के लिए विभिन्न वर्गों जैसे कि इक्विटी, डेब्ट, करन्सी मार्केट इंस्ट्रूमेंट और अन्य वर्ग की ऐसेट  के साथ अपने विकास के लिए इसका इस्तेमाल करता है।

इनका “ऐसेट  एलोकेशन प्लान’ इनके ही पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा इनके  ग्राहको की उपस्थिति में निर्धारित किया जाता है, जिसके माध्यम से पोर्टफोलियो मैनेजर अपने ग्राहकों का निवेश उद्देश्य, उनकी रिस्क लेने की इच्छा और वह कितना रिटर्न प्राप्त करने  की उम्मीद कर रहे है, के  जानने के बाद ही उनका निवेश पोर्टफोलियो बनाता  है।

इसने अपने ग्राहको को  अपने निवेश पोर्टफोलियो को अनुकूलित करने के लिए अपने पोर्टफोलियो मैनेजरस को अनौपचारिक रूप मार्गदर्शन प्रदान करने की भी अनुमति प्रदान कर रखी है, लेकिन फिर भी इनका पोर्टफोलियो मैनेजर ही है, जो अंतिम निवेश / पोर्टफोलियो को बनाने का निर्णय ले सकता है।

  1. पोर्टफ़ोलियो प्रोडक्ट IV- अल्फा स्ट्रैटेजीज़

इस अल्फा रणनीति का मुख्य उद्देश्य मध्यम से लम्बे समय तक कैपिटल (पूंजी)  को बढ़ा करना है। अल्फा रणनीति में  निम्नलिखित प्लानस  (योजनाये) उपलब्ध हैं:

  • हाई-रिस्क प्लान (योजना):  इसमें आप इक्विटी शेयर्स (equity meaning in hindi), म्यूचुअल फंडस, वारंटस, कन्वर्टबल डिबेंचर आदि जैसी सिक्युरिटीज़ में निवेश कर सकते है,  लेकिन इसमें कॉर्पोरेट घोषणाएं भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इसलिए इस प्लान का नकारात्मक पहलू  बहुत ज़्यादा है।
  • लो-रिस्क प्लान (योजना): इसमें आप इक्विटी, वारंट, डिबेंचर और म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते है।  लेकिन इसमें निवेश पोर्टफ़ोलियो बनाने  के लिए मर्जर एंड ऐक्वज़िशन, टेकओवर, डी-लिस्टिंग, बायबैक आदि बहुत महत्वपूर्ण होते है।  इसके साथ इस इस प्लान का नकारात्मक पहलू भी  सीमित है।

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस रिटर्न्स

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस द्वारा उपलब्ध करवाया जाने वाला रिटर्न / प्रदर्शन बहुत आकर्षक है। यह कंपनी अपने  निवेशकों को आकर्षक रिटर्न प्रदान करती है,  ताकि वे इस कंपनी के साथ मिल कर अपने  निवेश उद्देश्य को प्राप्त कर सकें।

इस कंपनी द्वारा उपलब्ध करवाई जाने वाली रणनीतियों के तहत पिछले तीन फाइनेंशियल (वित्तीय) वर्षों में प्रदान की जाने वाली पोर्टफोलियो मैनजमेंट सेवाएं इस प्रकार हैं: जैसे 

पोर्टफोलियो प्रोडक्ट  2015-16 2016-17 2017-18 2018-19(1st अप्रैल से 31सेंट जनवरी 2019) 
डिस्क्रेशनेरी % रिटर्न  % रिटर्न % रिटर्न % रिटर्न
ग्रोथ और वैल्यू (जोकि आमतोर पर ‘कोर’ के रूप में जाना जाता है) -7.90 31.40 4.08 -2.04
प्रदर्शन के संकेतक (एनएसई निफ्टी)  -8.70 20.87 10.77 8.09
नॉन- डिस्क्रेशनेरी पीएमएस 3.25 47.54 5.97 -20.92

जैसे की ऊपर दी गयी टेबल में, हम यह देख सकते हैं कि पोर्टफोलियो मैनेजर का प्रदर्शन बेहद संतोषजनक था।

हालांकि, ऊपर दिया गया रिकॉर्ड केवल पिछले तीन वित्तीय वर्षों का ही है, जिसमें कंपनी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था।


जेएम वित्तीय पीएमएस निवेश योजना (इन्वेस्टमेंट प्लान) 

जेएम फाइनेंशियल अपने ग्राहकों को निम्नलिखित चार प्रकार की निवेश योजनाओं की पेशकश करता है जिसमें ब्रान्ज़

(कांस्य), सिल्वर, गोल्ड और प्लेटिनम शामिल हैं। लेकिन इनके वॉच प्लान में निवेश करने के लिए राशि की एक सीमा तय होती है, जिसमें निवेश राशि सेबी के दिशानिर्देशों के अनुसार न्यूनतम से शुरू होकर रु. 5 करोड़ तक की होती है।

आइए अब इसके  हर प्लान की संक्षिप्त चर्चा शुरू करते है: जैसे  

ब्रोंज (कांस्य): ब्रान्ज़ (कांस्य) निवेश प्लान (योजना) पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा पेश की जाने वाली सबसे सस्ती निवेश  योजना है।

इसकी शुरुआत केवल ₹ 25 लाख रुपये से होती है जिसे आप ₹ 50 लाख रुपये तक ले कर जा सकते  है। जो लोग पीएमएस में अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं, वो इस निवेश योजना को चुन सकते हैं।

सिल्वर: पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा पेश की जाने वाली दूसरी निवेश प्लान “सिल्वर“ है। इस योजना के तहत निवेश की सीमा ₹ 50 लाख रुपये से लेकर ₹ 1 करोड़ तक होती  है। 

यदि आप एक मध्यम रिस्क लेने  वाले व्यक्ति हैं,  तो आपके लिए यह  योजना आपके लिए बिल्कुल ठीक है,  लेकिन आप  इस पोर्टफोलियो मैनजमेंट सेवा में  ₹1 करोड़ से अधिक का निवेश नहीं कर सकते  है।

गोल्ड: इस प्लान के तहत निवेश  करने के लिए आपको ₹1 करोड़ से ₹ 5 करोड़ के बीच की आवश्यकता होती है। इसलिए ऐसे निवेशक जो संयम के साथ हाई-रिस्क उठा सकते हैं,  और ₹5 Cr तक का निवेश कर सकते हैं,  वे इस “गोल्ड”  निवेश प्लान  का विकल्प चुन सकते हैं।

प्लैटिनम: यह अंतिम निवेश प्लान है। यदि आप ₹5 Cr से अधिक का निवेश करने में सक्षम हैं। तो आप इस प्लान को चुन सकते हैं। वैसे तो यह प्लान ज्यादातर संस्थागत (इन्स्टिटूशनल) निवेशकों द्वारा चुना जाता है।


जेएम वित्तीय पीएमएस कमीशन मॉडल

दुसरी पीएमएस कंपनियों की तरह, जेएम फाइनेंशियल पीएमएस भी अपने ग्राहकों को तीन कमीशन मॉडल प्रदान करता है। इसका प्रत्येक मॉडल इसके ग्राहकों की विभिन्न सुविधा के अनुसार पेश किया जाता हैं।

क्यूँकि हर ग्राहक की अपनी एक अलग मानसिकता होती है,  और वे अपनी सहूलियत के अनुसार ही  कमीशन देना चाहते हैं,  जिसमें वे संतुष्ट होते हैं कि वे कम भुगतान कर रहे हैं।

ये देखिये यहाँ इस कंपनी द्वारा पेश किए गए कमीशन मॉडल के प्रकार निम्नलिखित हैं।

  1. प्रीपेड कमीशन मॉडल
  2. वॉल्यूम-बेसड कमीशन मॉडल
  3. प्रोफ़िट-बेसड  कमीशन मॉडल

अब देखिए यहाँ इन सबका त्वरित स्पष्टीकरण है:

  1. प्रीपेड कमीशन मॉडल

यह मॉडल अपने  ग्राहकों को पोर्टफोलियो मैनेजरस को एडवांस (निश्चित समय से पूर्व करना) ही कमीशन का भुगतान करने की अनुमति देता है।

इसमें कमीशन के लिए ग्राहक और पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा एक फ़िक्स्ट प्रतिशत तय किया जाता है, और उसी तय प्रतिशत के आधार पर कुल पोर्टफोलियो वैल्यू में से कमीशन लिया जाता है।

इस मॉडल के तहत, अगर किसी ग्राहक को निवेश पोर्टफोलियो द्वारा अधिक प्रोफ़िट मिलता है,  तो भी वह हाई कमीशन का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी नहीं होता है।

इसमें कमीशन का प्रतिशत पहले से तय होता है या फिर उसका भुगतान किया जा चुका होता है, इसलिए यह इनके ग्राहकों के बहुत आराम देता है।

और इसके साथ ही, इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर भी कभी नुकसान नहीं उठाता,  क्योंकि पोर्टफोलियो में नुकसान का मतलब उसकी कमीशन का नुकसान नहीं है।

  1. वोल्यूम बेसड कमीशन मॉडल

इस मॉडल के तहत पोर्टफोलियो मैनेजर द्वारा एक वर्ष में  आपके निवेश पोर्टफोलियो में उत्पन्न वॉल्यूम के आधार पर कमीशन तय किया जाता है। इसलिए इसमें सभी लेनदेन को ग्राहक से कमीशन चार्ज करने के लिए रिकोर्ड किया जाता  है।

इसमें लेनदेन का वॉल्यूम का प्रतिशत दोनों पक्षों द्वारा पूर्व-निर्धारित कर लिया जाता है।

लेकिन इसमें एक भी  संभावना हो सकती  है,  कि पोर्टफोलियो मैनेजर हाई -कमीशन चार्ज करने के लिए आपको धोखा देने के लिए  कुछ ग़लत लेनदेन वॉल्यूम  भी दिखा सकता है। लेकिन ऐसे मामले  केवल एक संभावना है।

इसलिए किसी भी ग्राहक को अपने निवेश पोर्टफोलियो के लिए पोर्टफोलियो मैनेजर नियुक्त करने से पहले उस पोर्टफोलियो मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए।

  1. प्रोफ़िट- बेसड कमीशन मॉडल

ये प्रोफ़िट-बेसड कमीशन मॉडल इस कम्पनी के  ग्राहकों के पसंदीदा कमीशन मॉडल में से एक है। क्यूँकि  इस मॉडल में, कुछ हद तक निवेश पोर्टफोलियो से प्रोफ़िट होना निश्चित होता है, क्योंकि इस मॉडल में पोर्टफोलियो मैनेजर को प्रोफ़िट देने के बाद ही कमीशन चार्ज करने की अनुमति होती है।

लेकिन अगर इनके ग्राहक को अपने निवेश पोर्टफोलियो से कोई प्रोफ़िट नहीं होता, तो पोर्टफोलियो मैनेजर को भी  कोई कमीशन नहीं मिलता।

इसमें कुल प्रोफ़िट का तय प्रतिशत ही पोर्टफोलियो मैनेजर को कमीशन के रूप में मिलता है।

जैसे प्रोफ़िट ज़्यादा, तो कमीशन का प्रतिशत कम या फिर उसका उल्टा।

नीचे दी गई तालिका में कंपनी द्वारा लगाए गए कमीशन का प्रतिशत दिखाया गया है: 

प्रीपेड कमीशन (वार्षिक), वोल्यूम आधारित कमीशन (वार्षिक), प्रॉफिट आधारित शेयरिंग(वार्षिक)

निवेश सीमा निवेश में कमीशन (प्रतिशत) लेनदेन वॉल्यूम  (प्रतिशत) वॉल्यूम में कमीशन (प्रतिशत) प्रॉफिट  प्रॉफिट में कमीशन (प्रतिशत)
₹25L – 50L 1.13  ₹25L – 50L 0.113 ₹2.5L-5L 21.3
₹50L-1CR 1.03 ₹50L-1CR 0.105 ₹5L-10L 20.3
₹1Cr- 5Cr 0.93 ₹1Cr- 5Cr 0.095 ₹10-50L 19
₹5CR या अधिक 0.80 ₹5Cr या अधिक 0.080 ₹50L और अधिक 17.5

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस शुल्क  

पीएमएस चार्जस ऐसे चार्जस होते हैं,  जो कंपनी द्वारा लगाये जाते है, जैसे मैनजमेंट फ़ीस, ब्रोकरेज शुल्क, कस्टडी फ़ीस, एग्ज़िट लोडफ़ीस आदि।

इसके अलावा कंपनी द्वारा पीएमएस निवेशक से लिये जाने वाले अन्य शुल्क निम्नलिखित हैं।

  • पोर्टफोलियो मैनजमेंट फ़ीस: यह फ़ीस कंपनी द्वारा दी जाने वाली पोर्टफोलियो मैनजमेंट सेवा के लिये लिया जाता है। इसमें कुछ मामलों में क्वांटम पोर्टफोलियो वैल्यू का प्रतिशत या तय प्रतिशत का चार्ज किया जाता है।
  • अपफ्रंट फ़ीस: यह फ़ीस ग्राहकों द्वारा पेश किए गए धन के आधार पर प्रीपेड फ़ीस के रूप में ली जाती है। इसमें पोर्टफोलियो मैनेजर अपने ग्राहकों के पोर्टफोलियो से यह चार्जस लेता है। आम तौर पर ये चार्जस एसेट वैल्यू के 0.09% -1.20% के बीच चार्ज किया जाता है।
  • एक्जिट चार्ज: इसमें कंपनी द्वारा ग्राहकों से जल्दी एक्जिट करने के  लिये चार्ज लिया जाता है। यदि इसमें कोई भी ग्राहक पोर्टफोलियो के बनने के बाद एक वर्ष से पहले इसमें से एक्जिट  करता है, तो कंपनी उस ग्राहक से ये फ़ीस वसूलती है। जोकि उनकी अस्सेस्ट वैल्यू की सीमा का 0.95% -1.45% होता है।
  • डिपॉजिटरी / कस्टोडियन फीस: यह कंपनी निवेश पोर्टफोलियो, डीमैट अकाउंट, डेमेटेरियलाइजेशन, रीमैटेरियलाइजेशन, आदि की फीस के लिए अपने ग्राहकों से चार्जस लेती है। जोकि उनकी अस्सेस्ट वैल्यू का 0.21% -0.45% के बीच होता  है।

जेएम वित्तीय पीएमएस लाभ

जेएम फाइनेंशियल की पोर्टफोलियो मैनजमेंट सेवाओं के बहुत सारे फ़ायदे  हैं, जो वे अपने ग्राहकों को आकर्षित करने और उनके साथ एक स्वस्थ और लम्बे समय तक संबंध बनाए रखने के लिए प्रदान करते है।

  • यह कंपनी अपने निवेशकों को संतुष्ट करने के लिए लचीले कमीशन मॉडल और निवेश प्लान की पेशकश करती है, जिन से उन्हें संतुष्टि मिलती  है।
  • ये अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकार की विशिसट रूप से निर्मित निवेश रणनीतियों की पेशकश करते हैं,  जोकि उनके  निवेश उद्देश्य और रिस्क उठाने की क्षमता को जानने के बाद बनाई जाती हैं।
  • ये कंपनी अपने पोर्टफोलियो निवेशकों को उचित ग्राहक सेवा प्रदान करती  है,  ताकि वे अपने निवेश पोर्टफोलियो से संबंधित किसी भी समस्या को महसूस न कर सके।
  • इनकी मैनजमेंट टीम के साथ-साथ अपने इसके पोर्टफोलियो मैनेजरस का भी अपने  क्षेत्र में भारी अनुभव मैनजमेंट की  बहुत मदद करता है, और ग्राहकों को अपने  निवेश पोर्टफोलियो से संबंधित सही समय पर सही कदम उठाने में मदद करता है।
  • ऐसा निवेशक जिसकी फाइनेंशियल क्षमता कम हो, वो भी जेएम फाइनेंशियल पीएमएस के माध्यम से पीएमएस में निवेश कर सकता है।

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस ग्राहक सहायता 

जेएम फाइनेंशियल पीएमएस अपने ग्राहकों को एक अच्छी ग्राहक सहायता प्रदान करता है। वे अपने ग्राहकों को चैट और कॉल सुविधा के माध्यम से भी सहायता  प्रदान करते हैं, ताकि वे अपने पोर्टफोलियो से संबंधित कंपनी से कुछ भी जानकारी ले सकें। 

इनके पास अपने ग्राहकों के देने के लिए रिलेशनशिप मैनेजर और व्हाट्स ऐप की सुविधा भी उपलब्ध है,  जो इनके ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करते है।

यदि इनके किसी ग्राहक के पास  जटिल प्रश्न है, तो उस मामले में वह ग्राहक सीधे अपने पोर्टफोलियो मैनेजर को भी कॉल कर के बात कर सकता है।

उस ग्राहक की कॉल संख्या उसके निवेश पोर्टफोलियो के कुल मूल्य पर निर्भर करती है।

ग्राहक सहायता 

कॉल करने की सुविधा उपलब्ध है
ईमेल करने की सुविधा उपलब्ध है
चैट करने की सुविधा उपलब्ध है
व्हाट्सएप करने की सुविधा उपलब्ध है
रिलेशनशिप मैनेजर सपोर्ट उपलब्ध है
फंड मैनेजर से संपर्क करने की सुविधा  उपलब्ध है -एक महीने में 5-6 बार के लिए 

निष्कर्ष

जेएम फाइनेंशियल सर्वश्रेष्ठ पीएमएस ब्रांडों में से एक है, जो अपने ग्राहकों की सहायता करने के लिए उन्हें  कई तरह की सुविधाएं प्रदान करता है।

ये अपने ग्राहकों को विभिन्न प्रकर कि कई निवेश योजनाओ और रणनीतियों की पेशकश करता हैं,  जो उनकी आवश्यकताओं और निवेश उद्देश्यों के अनुसार होती हैं।

इनकी ग्राहक सहायता सेवा भी बहुत प्रशंसनीय है, और इसके साथ साथ वे एक ही समय में, अपने ग्राहकों से उचित कमीशन और अन्य शुल्क भी ले लेते हैं।

इसलिए, यदि आप एक अच्छी पोर्टफोलियो मैनेजमेंट कंपनी की तलाश कर रहे हैं,  तो जेएम फाइनेंशियल आपकी पीएमएस सर्च लिस्ट में सबसे ऊपर होना चाहिए।

इसलिए यदि आप अपनी कैपिटल (पूंजी) को स्थानांतरित करना चाहते हैं,  और एक विश्वसनीय निवेश घर(इन्वेस्टमेंट हाउस) के साथ अपनी पोर्टफोलियो मैनजमेंट सेवाएं शुरू करना चाहते हैं, तो चलिए इसमें  हम आपकी सहायता करते हैं।

पोर्टफोलियो प्रबंधन शुरू करें

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