SEBI New Margin Rules in Hindi

किसी भी देश में कोई भी महत्वपूर्ण कदम किसी न किसी मकसद से उठाया जाता है, और इसलिए SEBI की भी स्थापना की गए थी। लेकिन सेबी के नए मार्जिन नियम पर बहुत से ट्रेडर का इस विचार पर सवाल खड़ा कर दिया है। आइये इस लेख से सेबी के नए मार्जिन नियम  को  विस्तार में जाने।

लेकिन उससे से पहले जानते है की मार्जिन फंडिंग होती क्या है?

मान लीजिये की आप ₹12 लाख की कार खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए आप बैंक से लोन लेंगे और अपनी पसंद की कार खरीद अपने सपने को पूरा करेंगे

ठीक उसी  तरह अगर आप ज़्यादा ट्रेड कर मुनाफा कमाना चाहते है तो ब्रोकर आपको मार्जिन देता है जिसकी मदद से आप कम फण्ड के साथ भी ज़्यादा ट्रेड कर सकते है

किस तरह से मार्जिन ट्रेडिंग आपको ज़्यादा मुनाफा कमाने में मदद करता है, आइये उसके लिए एक उदहारण  लेते है

मान लीजिये आपके ट्रेडिंग अकाउंट में ₹10,000 है और आप ₹100 प्रति शेयर के हिसाब से स्टॉक खरीदना चाहते है। अब यह पर आप ₹10000  से आप सिर्फ 10 शेयर खरीद पाएंगे।

लेकिन अगर आपको आपके ट्रेडिंग अकाउंट में रखे फण्ड के अनुसार 10 गुना तक मार्जिन दिया जाए तो आप 1000 शेयर खरीद पाएंगे जिससे आप अपनी मुनाफे को भी बड़ा सकते है

अभी तक अधिकतर ट्रेडर्स इसी तरह से मार्किट में इंट्राडे ट्रेड कर रहे थे। लेकिन अब सेबी के नए मार्जिन रूल के बाद ट्रेडर्स सीमित ट्रेड ही  कर पाएंगे।

किस तरह से सेबी का ये नया नियम स्टॉक मार्किट से जुड़े अलग-अलग सेगमेंट को प्रभावित करेगा उसके लिए आइये इस नए नियम के बारे में और जाने।


SEBI New Margin Rules in Hindi 2021

तो क्या है सेबी का नया मार्जिन नियम?

इस नए मार्जिन नियम के अनुसार, दिसंबर 2020 के बाद हर तिमाही के बाद मार्जिन फण्ड 25% तक घटता रहेगा। तो इसके अनुसार, मार्जिन फंडिंग के आंकड़ों इस तरह से घटते रहे:

  • 1 दिसंबर 2020- 25%
  • 1 मार्च 2021- 50%
  • 1 जून 2021- 75%
  • 1 सितम्बर 2021- Zero मार्जिन

नए मार्जिन नियम के बाद अब स्टॉक ब्रोकर 5x तक का ही मार्जिन दे पाएंगे जो पहले 20x तक दिया जाता था।

एक उदहारण लेते है झा ट्रेडर 1% मुनाफे कमाने के लिए ट्रेड करता है। तो देखते है की इस नए नियम के साथ ट्रेडर को क्या नुकसान होगा।

 

ऊपर समझाए गए उदहारण से ये स्पष्ट होता है की इस नए नियम से ट्रेडर के मुनाफे पर काफी असर पड़ेगा जिसका प्रभाव आगे चलकर ट्रेड वॉल्यूम और दूसरे जुड़े पेहलूओं पर देखने को मिलेगा।


सेबी के नए मार्जिन नियम के विरुद्ध लड़े गए कोर्ट केस 

सेबी के नए मार्जिन नियम के बाद सेबी तक पहुंचने के बहुत अलग-अलग तरीके अपनाये गए।

उनमे से सबसे अहम् नाम है Wisdom Capital के फाउंडर और सीईओ, श्री देब मुख़र्जी का।

हालांकि उनका उठाया ये कदम काफी अहम रहा लेकिन अभी तक इस पर कोई भी फैसला नहीं लिया गया है, बल्कि हर बार इन्हे एक नई तारिख दे दी जाती है।

Wisdom Capital द्वारा किये गए कोर्ट केस की समय सीमा इस प्रकार है:

  • 2 दिसंबर, 2020
  • 8 मार्च, 2021
  • 7 अप्रैल, 2021
  • 9 अगस्त, 2021
  • 18 अगस्त, 2021

अब इसके बाद एक नई तारिख 17 सितम्बर, 2021 को दे दी गई है, जिससे पहले ही मार्जिन  नियम पूरी तरह से लागू हो जाएगा।

मार्जिन नियम के विपक्ष ANMI (Association of National Exchanges Members of India) ने भी एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाया था। स्टॉकब्रोकर्स के एक समूह ने कई बार SEBI से अनुरोध किया और एक पत्र भी लिखा, लेकिन सेबी ने उसे भी अनदेखा कर दिया।

इसके बाद CPI सामने आया और सेबी से इस नियम पर रोक लगाने के लिए अनुरोध किया। लेकिन हर बार की तरह उनकी दलीलों को भी अनसुना कर दिया गया।

ट्रेडर्स के हित के लिए A Digital Blogger ने भी इस मार्जिन नियम के विपक्ष एक कदम बढ़ाया और change.org में एक petition फाइल की जिसमे आज की तारिख में 17000 ट्रेडर्स ने सपोर्ट किया है।

ये वो दलीलें थीं जो एक तरह से अनसुनी रह गईं और सेबी को इस नियम को लागू करने से नहीं रोक पाई।


सेबी के नए मार्जिन नियमों का प्रभाव

नए मार्जिन नियम के बारे में अब बहुत बात की जा चुकी  है और ये भी समझा गया है की इससे आने वाले समय में ट्रेडर्स और स्टॉकब्रोकर को किस तरह का नुकसान उठाना पड़ेगा।

इससे जुड़े हुए प्रभाव को लेकर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, जैसे की ऑप्शन टर्नओवर में सीधे सीधे 20-30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, इंट्राडे ट्रेडिंग में इसका उल्टा असर देखने को मिला।

आइए सुनते हैं कि इस नए मार्जिन नियम के बारे में ट्रेडर्स का क्या कहना है।


सेबी के नए मार्जिन नियमों का ट्रेडर्स पर असर

इंट्राडे ट्रेडिंग या ट्रेडिंग के लिए सेबी के नए मार्जिन नियम, सामान्य तौर पर, उच्च-मात्रा और शुरुआती ट्रेडर्स को भी सीधे प्रभावित करेगा।

  • हालांकि कुछ ऐसे ट्रेडर हैं जो बाजार के आदी नहीं हैं, और वे सबसे कम प्रभावित होंगे, लेकिन ज़्यादा मार्जिन के साथ ट्रेड करने वाले ट्रेडर्स जो मार्जिन ट्रेडिंग से ही इंट्राडे में मुनाफा कमाते थे उन पर इस नए नियम का सबसे ज़्यादा असर देखने को मिलेगा।
  • इसके साथ ट्रेड वॉल्यूम और स्टॉक मार्किट में भी काफी असर देखने को मिलेगा। मार्जिन रूल से पहले काम से काम इंट्राडे ट्रेडिंग से 80%-85% रेवेन्यू आता था, लेकिन मार्जिन नियम के लागू होने के बाद इन आंकड़ों में काफी असर देखने को मिलेगा।
  • कम मार्जिन फंडिंग के चलते बहुत से इंट्राडे ट्रेडर्स, ऑप्शन ट्रेडिंग की तरफ जाएंगे लेकिन यहाँ पर अगर उन्हें ऑप्शन ट्रेडिंग की पूरी जानकारी न हुई तो इससे उनकी ट्रेडिंग में नुकसान की संभावना बढ़ सकती है

सेबी के नए मार्जिन नियमों का ब्रोकर पर असर

इस फैसले से न केवल ट्रेडर बल्कि शेयर ब्रोकर भी प्रभावित होंगे, जिसके मुख्य कारण निम्नलिखित है:

  • अधिकांश स्टॉकब्रोकर ज़्यादा मार्जिन की सुविधाओं पर अपना व्यवसाय चलाते थे। सभी के लिए मार्जिन को एक समान करने से यह दायित्व उनसे दूर हो जाएगा जिसका प्रभाव उनके व्यवसाय में देखने को मिलेगा।
  • ट्रेडर्स अब ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छे स्टॉक ब्रोकर की तलाश शुरू कर देंगे, तो जो स्टॉकब्रोेकर ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफार्म और उपकरण प्रदान करता है उनके व्यवसाय में काफी तेज़ी देखने को मिलेगी।

स्टॉकब्रोकर्स, हालांकि इस चुनौती का सामना करने के और नए उपकरण और ऑफर लेकर आएंगे लेकिन फिर भी काफी स्टॉकब्रोकर्स के रेवेन्यू में अच्छी खासी गिरावट देखने को मिल सकती है।


नो ट्रेडिंग डे

सेबी की लापरवाही और ट्रेडर्स की अनसुनी दलीलों के कारण अब समय आ गया है कि दलीलों के बजाए एक निष्कर्ष ढूँढा जाए।

A Digital Blogger के साथ जुड़कर सभी ट्रेडर्स 1 सितम्बर 2021 को SEBI के नए मार्जिन नियमों के खिलाफ एक साथ खड़े होंगे जिस दिन कोई भी ट्रेडर ट्रेडिंग नहीं करेगा और अपने हक़ के लिए लड़ेगा।

#NoTradingDay में शामिल होने के लिए हमारे द्वारा शुरू की गए इस याचिका में हस्ताक्षर करे और देखे की किस तरह SEBI इन सबसे प्रभावित होगा? याचिका पर अभी हस्ताक्षर करने के लिए यहाँ क्लिक करें

इसके साथ आप लोग इस No Trading Day में हिस्सा लेने के लिए 1 सितम्बर 2021 को अपने शहर में स्थित SEBI ऑफिस में जाकर नए मार्जिन नियम का विरोध  सकते है। 

अपने शहर में स्थित सेबी के ऑफिस की जानकारी के लिए आप इस लिंक पर क्लिक कर सकते है और अपने शहर के और ट्रेडर्स के साथ जुड़कर SEBI New Margin Rules के विरुद्ध आवाज़ उठाए। 


यदि आप ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, तो नीचे दिए फॉर्म में अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करें। 

जानकारी दर्ज करने के बाद, आपको शीघ्र ही हमारे बैकेंड टीम से कॉलबैक प्राप्त होगा। 

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