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आजकल दुनिया में, किसी भी व्यवसाय के क्षेत्र में मनोरंजन के स्रोतों की कमी नहीं है। इसलिए, शेयर बाजार के प्रति उत्साह को साझा करने के लिए स्टॉक मार्केट गेम्स, स्टॉक मार्केट पर आधारित फिल्में जैसे अन्य मनोरंजन के साधन उपलब्ध है। शेयर बाजार को समझने के लिए आपको, पिछले कुछ वर्षों के दौरान बनाई गई शेयर बाजार आधारित फिल्मों को देखना जरूरी है।
ये फिल्मे आपको शेयर बाजार की जानकारी के साथ ये समझने में लाभदायक होती है कि शेयर मार्केट कैसे काम करता है (how share market works in hindi)
साथ ही साथ वे अपने दर्शकों को कुछ महत्वपूर्ण ज्ञान देने में सफल रहे हैं।
10 स्टॉक मार्केट मूवीज जो आपको देखनी चाहिए
आइए स्टॉक मार्केट पर आधारित बनाई गई 10 फिल्मों पर चर्चा करते हैं और, शेयर बाजार और पैसा कमाने में रुचि रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यह फिल्में देखना जरूरी है।
शायद आप इनमें से कुछ फिल्में देखना चाहेंगे!
शेयर बाजार पर आधारित हिंदी फिल्में
बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री ने इस डोमेन पर बहुत कम काम किया है और डोमेन पर आधारित बहुत कम ऐसी फिल्में हैं, जो आपके देखने के लायक हैं। आइए सबसे पहले उन पर एक नजर डालते हैं:
गफला
यह हिंदी भाषा में ‘स्टॉक मार्केट‘ पर बनी फिल्मों में से एक है, जिसे लोगों द्वारा बहुत अधिक पसंद किया गया था। यह कुख्यात ‘हर्षद मेहता‘ की 4025 करोड़ रुपए के घोटाले पर आधारित फिल्म है, जो हजारों जिंदगियां बर्बाद करने के लिए जिम्मेदार था।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – इस फिल्म में ‘सुबोध नाम की फिल्म‘ के नायक को एक सामान्य महत्वाकांक्षी, मध्यवर्गीय व्यक्ति की तरह दिखाया गया है। जिसके पास आगे बढ़ने के बहुत सीमित औसर मौजूद हैं।
इस फिल्म में शेयर बाजार में आगे बढ़ने की उनकी यात्रा को दिखाया गया है, जो उन्हें शेयर बाजार का एक ‘बहुत बड़ा खिलाड़ी‘ बनाता है और फिर इसी के दम पर वह आगे चलकर बहुत बड़ा ‘घोटाला‘ करता है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – फिल्म से मिलने वाली सबसे प्रमुख सीख यह है कि शेयर बाजार में पैसा बढ़ाने के लिए शेयर बाजार की रणनीतियों को लेकर कोई भी संतुष्ट नहीं है तथा शेयर बाजार में अनिश्चितता का स्तर हमेशा बना रहता है।
किसी को भी यह नहीं पता होता। है कि ‘शेयर बाजार‘ उसे कब अधिक लाभ दिला सकता है और कब उसके सारे पैसे डूब सकते हैं। इसलिए, किसी भी व्यक्ति को अपने द्वारा बचाए गए सारे पैसे को एक साथ शेयर बाजार में नहीं लगाना चाहिए।
इस फिल्म के मुख्य कलाकारों के नाम – सोमेश अग्रवाल, अंशुल चौबे और निशीकांत दीक्षित
बाजार
यह स्टॉक मार्केट फिल्मों में सबसे मनोरंजक हिंदी फिल्म है, जो भारत में बहुत अधिक लोकप्रिय हुई और बहुत ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – इस फिल्म की कहानी एक छोटे शहर की लड़के ‘रिजवान अहमद‘ के बारे में है जिसका किरदार ‘कलाकार‘ ‘रोहन मेहरा‘ द्वारा निभाया गया है। जो जीवन में बड़ा आदमी बनना चाहता है और अपने आदर्श, शकुन कोठारी (अभिनेता सैफ अली खान द्वारा) के साथ काम करना चाहता है।
इस फिल्म की पूरी कहानी शेयर बाजार, इंसाइडर ट्रेडिंग, कंसेप्ट ऑफ हॉस्टाइल टेकओवर्स(शत्रुता पूर्ण कब्जा), भ्रष्टाचार इत्यादि पर आधारित है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – यह फिल्मों में बताती है कि स्टॉक ट्रेडिंग की अवैध प्रभाव से दूर रहना चाहिए और पैसे के संबंध में किसी पर भी आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए।
फिल्म के मुख्य कलाकार – सैफ अली खान, रोहन मेहरा, राधिका आप्टे, चित्रांगदा सिंह, रद्धेया महेंद्रु
स्टॉक मार्केट पर आधारित हॉलीवुड फिल्में
दूसरी तरफ हॉलीवुड अब स्टॉक मार्केट पर आधारित और अधिक फिल्में बना रहा है। इसके अलावा यह स्क्रिप्ट और स्टार कास्ट के मामलों में हमेशा टॉप-एंड स्तर पर कर रहा है।
आइए, इस चुनौतीपूर्ण जगत में हॉलीवुड द्वारा किए गए कुछ बेहतर प्रयासों पर एक नजर डालते हैं:
द वुल्फ ऑफ वॉल स्ट्रीट
यह फिल्म स्टॉक मार्केट पर आधारित बनी फिल्मों में से एक है, जो ‘जॉर्डन बेलफोर्ट‘ (स्टॉक ब्रोकर है) के जीवन की घटनाओं पर आधारित है। यह स्टॉक मार्केट मूवी आईपीओ लॉन्च करने वाली बड़ी कंपनियों के पंप एंड डंप स्कीम के बारे में जानकारी देती है।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह उन स्टॉक मार्केट फिल्मों में से एक हैं, जिसने ‘लियोनार्डो डिकैप्रियो‘ द्वारा निभाई जा रही एक निंदनीय नायक के जीवन को गौरवान्वित करता है।यह फिल्म उनके चरित्र पर आधारित है जो वॉल स्ट्रीट पर एक स्टॉक ब्रोकर के रूप में अपनी यात्रा शुरू करते है।
वह अपनी आक्रमक टीचिंग शैली और उच्च कमीशन के कारण काफी सफल रहे हैं।
लेकिन अपराध और भ्रष्टाचार में शामिल होने के कारण जब उन्हें गिरफ्तार किया गया तो उनकी भाभी जीवनशैली समाप्त हो गई।
फिल्म से मिलने वाली सीख – शेयर बाजार की फिल्में आमतौर पर इस तरह के सबक देती हैं। किसी को भी सफल होने के लिए शॉर्टकट लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। खासकर शॉर्टकट के वे तरीके जो ‘गैरकानूनी‘ हो उनका प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि कोई भी व्यक्ति कितना भी चतुर क्यों ना हो, हर समय उसके द्वारा हर किसी को धोखा देना संभव नहीं होता है।
फिल्म के मुख्य कलाकार – लियोनार्डो डिकैप्रियो, जोनाह हिल, मार्गोट रॉबी, काइल चांडलर, रॉब रीनर, जॉन बर्नथल
मार्जिन कॉल
स्टॉक मार्केट पर आधारित फिल्म में से एक, सबसे दिलचस्प और रोमांचक फिल्म है, जो 2008 की मंदी के दौरान शुरुआती 24-घंटे की अवधि पर आधारित है।
इसमें बड़े ही खूबसूरती के साथ दिखाया गया है कि किस तरह एक बहुत ‘विशाल फर्म‘ का अत्यधिक जटिल साधनों में व्यापार (ट्रेडिंग इन हाईग्ली कंपलेक्स इंस्ट्रूमेंट्स) करने के कारण बहुत ही कम समय में पूरी तरह खत्म हो जाता है।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – फिर मैं एक ऐसे दिन में शुरू होती है, जब किसी बड़ी निवेश फर्म के 80% कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया जाता है। निकाला गया प्रत्येक कर्मचारी नहीं निकाले गए एक विश्लेषक को कुछ जानकारी देते हैं।
उनके द्वारा दी गई है जानकारी निवेश फॉर्म को काफी मुश्किलों में डाल देने वाली होती हैं और फर्म के वरिष्ठ प्रबंधकों को परेशान करने वाली होती हैं। फिर, फिल्म ऐसी बहुत सारी अनैतिक प्रथाओं को दिखाता है जिसके द्वारा फार्म अपने नासमझदार ग्राहकों को बेकार होल्डिंग्स बेच रही होती हैं।
फिल्म से मिलने वाली सीख – फिल्म फार्म के बेईमानी और धोखे को दिखाती है जो अंततः इसमें शामिल सभी लोगों को बर्बाद कर देती है। स्टॉक मार्केट की फिल्में आमतौर पर ऐसी प्रथाओं को दिखाती हैं, लेकिन लोगों को यह समझना चाहिए कि सदियों पुरानी कहावत ‘ईमानदारी एक अच्छी नीति है‘ सही है।
बेईमानी से अल्पकालिक लाभ हो सकता है लेकिन यह हमेशा के लिए जारी नहीं रह सकता।
इस फिल्म के मुख्य कलाकार – जाचरी क्विंटो, पॉल बेट्टानी, केविन स्पेसी, पेनी बैडली
वॉल स्ट्रीट
यदि कोई शेयर बाजार पर आधारित फिल्मों के बारे में बात कर रहा है, तो शेयर बाजार जगत की प्रसिद्ध फिल्म “वॉल स्ट्रीट” के बारे में बात न करें यह संभव ही नहीं है।
यह फिल्म वर्ष 1987 में रिलीज हुई थी और इस फिल्म में चार्ली सीन द्वारा निभाई जा रही एक युवा स्टॉकब्रोकर की कहानी बताई गई है।
वह इस नायक गार्डन गेको (माइकल डगलस द्वारा निभाई जा रही किरदार) के साथ काम करने की इच्छा रखते हैं जो वास्तव में एक बहुत ही खराब, अमीर और बेईमान कॉर्पोरेटर लुटेरा था।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – फिल्म एक नौजवान युवक बड फॉक्स की कहानी है जो अपने नायक गार्डन गेको को प्रभावित करने के लिए, व्यापार के अवैध नीतियों का उपयोग करता है और उसके लिए काम करना शुरू कर देता है। बड़खा किसने अपने एंप्लायर के साथ-साथ खुद के लिए भी बहुत पैसा कमाया। यह घटना (सुरक्षा) सिक्योरिटीज और एक्सचेंज कमीशन का ध्यान आकर्षित करता है।
बहुत अधिक तोड़-मरोड़ के बाद बर्ड फॉक्स को अपनी गलतियों का एहसास होता है, और वह सोचता है कि कैसे वह बहुत सारी जिंदगियों को तबाह करने में गेको की मदद कर रहा था। लेकिन अंत में, वह अपनी गलतियों को सुधारता है और अच्छा काम करता है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – शेयर बाजार पर आधारित कई अन्य फिल्मों की तरह, यह फिल्म भी होने वाले अवैध व्यापार और त्वरित लाभ कमाने के तरीकों को दिखाता है। लेकिन अंततः, हमें या सीखने को मिलता है कि बेईमानी से बनाया गया धन ज्यादा समय तक नहीं टिकता है।
फिल्म में काम करने वाले मुख्य कलाकार – माइकल डग्लस, चार्ली सीन, डेरिल हत्रा, मार्टिन शीन, जान सी. मैकगिनले
रॉग् ट्रेडर
स्टॉक मार्केट पर आधारित यह फिल्म 1995 में ‘बैरिंग्स बैंक के पतन‘ की कहानी पर आधारित है।
यह फिल्म निक लेसन के जीवन पर आधारित है जो बैरिंग्स बैंक के पतन के लिए जिम्मेदार था और उसने ” रोज ट्रेडर: हाउ आई ब्रॉट डाउन बैरिंग्स बैंक एंड शोक द फाइनेंसियल वर्ल्ड” ।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह फिल्में एक कर्मचारी ‘निक लेसन‘ के बारे में एक सच्ची घटना है जो कुछ वर्षों के अंतराल में, बैरिंग्स बैंक का मुख्य कर्मचारी बन गया था।
वहां 88888 अवैध खातो के माध्यम से भारी नुकसान को छुपाना शुरू कर देता है, और बैंक के पैसों को खत्म कर देता है।
भारी मात्रा में नुकसान के कारण वह और उसकी पत्नी मलेशिया भागने का फैसला करते हैं, लेकिन बैरिंग्स बैंक के दिवालिया होने के बारे में जानकारी मिलने के बाद उन्होंने वापस जाने का फैसला किया। लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 6.5 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
इस फिल्म से मिलने वाली सीख – कई अन्य शेयर बाजार पर आधारित फिल्मों की तरह ही, यह फिल्म भी किसी के काम के प्रति ईमानदार रहने और दूसरों को धोखा ना देने के महत्व के बारे में बताती है।
फिल्म के मुख्य कलाकार – इवान मैकग्रेगर, आत्रा फ्रेल, पिप टॉरेस, टीम मैकनेरन, निगेल लिंडसे
द बिग शॉर्ट
यह स्टॉक मार्केट पर बनी फिल्मों में से एक है जो किताबों पर आधारित है।
द बिग शॉर्ट ‘माइकल लुईस‘ द्वारा लिखित “द बिग शॉर्ट: इंसाइड आफ डूम्सडे मशीन” नमक एक गैर काल्पनिक किताब की कहानी पर आधारित है। यदि कोई यूएस के विशाल एवं विनाशकारी ‘बब्बल संकट‘ के बारे में बात कर रहा है तो उसे इस फिल्म को जरूर देखना चाहिए।
यह निश्चित रूप से स्टॉक मार्केट पर आधारित सबसे दिलचस्प फिल्मों में से एक है, जिसे कोई भी कभी भी देख सकता है।
फिल्म को बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह फिल्म एक समय में तीन अलग-अलग कहानियों को दिखाती है, और यूएस में हाउसिंग मार्केट के बब्बल घटना को दिखाती है। जिसके नतीजे दुनिया भर में देखे जा सकते हैं, फिल्म के कुछ दृश्य जटिल अवधारणाओं जैसे क्रेडिट डिफॉल्ट स्वैप, कॉलेटरलाइज्ड रेडियो के प्रति दायित्व आदि को बहुत ही खूबसूरती के साथ समझाती है।
एक अत्यधिक बुद्धिमान हेज फंड मैनेजर ‘मिशेल बेरी‘ अनुमान लगाते हैं कि यूएस का हाउसिंग मार्केट में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव सकता है और कुछ विशाल निवेश बैंकों के साथ पूरा बाजार दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा।
उन्होंने बाजार के रुख के विपरीत दाव लगाया और हर किसी के द्वारा उनसे प्रश्न किया गया। लेकिन एच. ने हार नहीं मानी और आखिर कर उनके फंड में लगभग 489% की वृद्धि हुई जो लगभग $2.69 बिलियन डॉलर के आसपास थी.
यह फिल्म इस पूरी घटना में स्टैंडर्ड्स एंड पुअर्स रेटिंग एजेंसी की भूमिका पर भी प्रकाश डालती है।
यह फिल्म, यह भी दर्शाता है कि कैसे ‘सिक्योरिटी और एक्सचेंज कमीशन‘ मॉर्टगेज-बैक्ड सिक्योरिटीज को नियंत्रित करने में असमर्थ रहा।
इस फिल्म से मिलने वाली सीख – यह फिल्म हमें बताती है कि किसी भी व्यक्ति को अपने विश्लेषण पर भरोसा करना बहुत जरूरी है। भले ही पूरी दुनिया इनके खिलाफ हो क्योंकि संकट हमेशा अप्रत्याशित रूप से घटित होता है और अधिकांश लोग इसके लिए तैयार नहीं हो पाते हैं।
इस फिल्म के मुख्य कलाकार – क्रिश्चियन बेल, स्टीव कैरेल, रयान गोस्लिंग, ब्राड पिट, मेलिसा लियो, जॉन मैगरो
ब्वॉयलर रूम
गेहूं स्टॉक मार्केट फिल्मों में से एक है जो दर्शकों को बहुत ही वास्तविक तरीके से पंप और डंप फर्मों से अवगत कराता है जो निवेशकों द्वारा मेहनत से कमाए गए हैं उनके पूंजी को लूटते हैं, जो शेयर बाजार में निवेश करके अपनी पूंजी बढ़ाना चाहते हैं।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह फिल्म एक 19 वर्षीय लड़के के बारे में है जो एक करोड़पति बनने के लिए एक संदिग्ध ब्रोकरेज फर्म ‘जेटी मार्लीन‘ से जुड़ता है। फॉर्म द्वारा अपने ब्रोकर्स का उपयोग नकली कंपनियों के शेयरों की कीमतों में कृत्रिम तरीके से वृद्धि करने और पेनी स्टॉक्स की वृद्धि में किया जाता है।
फिल्म में दिखाया गया है कि किस प्रकार शेयरों की कीमत में वृद्धि के बाद, फर्म के संस्थापक अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों में व्यापार करके लाभ कमाते हैं।
इस के प्रयोग से उन खरीददारों और नकली कंपनियों के शेयरों के लिए बाजार में कोई ग्राहक नहीं रहता, जिससे उन शेयरों के निवेशकों को भारी नुकसान होता है। अंत में, बहुत सारे तोड़-मोड़ के बाद एसबीआई बिल्डिंग में छापा मारता है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – शेयर बाजार की फिल्में वैल्युएबल फाइनेंशियल लॉसेस (मूल्यवान वित्तीय नुकसान) के बारे में सबक सिखाती हैं।
इस फिल्म से सबसे अच्छी सीख यह मिलती है कि किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले उनके मूल अवधारणाओं को समझना चाहिए।
बिना किसी कारण के कंपनी के शेयरों की कीमत में वृद्धि से पर्दा उठाना चाहिए, और जितना अधिक से अधिक संभव हो उतना ऐसे चिट-फंड कंपनियों से बचने की कोशिश करनी चाहिए।
फिल्म के मुख्य कलाकार – जियोवान्नी रिबसी, विन डीजल, निया लॉन्ग, निकी कट, स्कॉट कान
मनी मॉन्स्टर
यह स्टॉक मार्केट पर बनी फिल्मों की तुलना में बहुत बड़ी है और बेहद मनोरंजक भी है यह फ़िल्म आपको अंत तक इस पर बांधे रखेगी। यह एक टीवी होस्ट के बारे में है जो लोगों को निवेश और ट्रेडिंग से संबंधित निर्णय लेने की सलाह देते हैं।
इस फिल्म को बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह फिल्म काइल गुडवेल नाम के एक शख्स के बारे में है जिन्होंने ‘आई वी आई एस’ क्लियर कैपिटल के शेयरों में निवेश करके अपनी पूरी बचत 60,000 डॉलर खो दिए थे, क्योंकि मशहूर टीवी शो होस्ट ‘ली गेट्स‘ ने इन शेयरों में निवेश करने की बहुत अधिक सिफारिश की थी।
काइल ‘ली‘ को बंदूक के दम पर बंधक बना लेता है और ‘आई वी आई एस’ के ‘सी ई ओ’ वाल्ट कैमबी से पूछताछ करने की मांग करता है, लेकिन कैमबी उसी समय वहां मौजूद नहीं होता है क्योंकि वहां जिनेवा में एक व्यापार यात्रा पर गया होता है। उन्हें बताया जाता है कि एल्गोरिथम में गड़बड़ी होने के कारण स्टॉक काफी गिर गया, लेकिन काइल उनकी बातों पर विश्वास नहीं करता है।
जैसा कि वह अपने सवालों के जवाब खोजने की कोशिश कर रहा है फिल्म धीरे-धीरे ‘आई वी आई एस’ द्वारा की गई अवैध निवेश की गतिविधियों के प्रति संदेह पैदा करती है। शेयर बाजार पर आधारित देखे गए अन्य फिल्मों की तुलना में यह फिल्म देखने में बहुत मजेदार है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – यह फिल्म किसी भी विश्लेषक यह सलाहकार पर आंख बंद करके भरोसा ना करने की स्पष्ट सलाह देती है।
इसके अलावा, यह भी बताती है कि किसी भी व्यक्ति को ‘एक ही टोकरी में सभी अंडे नहीं रखनी चाहिए‘ जिसका मतलब है कि अपने सारे पैसे एक ही जगह निवेश नहीं करनी चाहिए, और इस तरह की स्थितियों में खुद को बचाने के लिए हमेशा ध्यान रखना चाहिए।
फिल्म के मुख्य कलाकार – जूलिया रॉबर्ट्स, जार्ज क्लूनी, जैक कॉर्नेल, डोमिनिक वेस्ट, कैटरीयन बाला
टू बिग टू फैल
यह फिल्म वर्ष 2008 में अमेरिकी मंदी के दौरान स्टॉक मार्केट पर बनी फिल्मों में से एक है, यह फिल्म अमेरिकी ट्रेजरी और फेडरल रिजर्व सिस्टम की कार्यवाही पर प्रकाश डालती है।
फिल्म बनाने का मुख्य उद्देश्य – यह फिल्म आपको विशाल कारपोरेट, निवेश बैंकों और संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार में जो कुछ हो रहा था उसके बारे में विस्तार से जानकारी देती है। दिखाती है कि 2008 में अमेरिका में आई मंदी के दौरान बड़े बैंकों को कैसे बचाया गया। फिल्म देखकर आपको महसूस होगा की यह खुद ही एक फिल्म का हिस्सा है क्योंकि इसमें दर्शको को शामिल किया गया है।
फिल्म से मिलने वाली सीख – यह फिल्म हमें हमें बताती है कि बाजार की अनिश्चित प्रकृति के कारण हमें रिस्की और रिस्क फ्री एसेट में निवेश करना चाहिए।
फिल्म के मुख्य कलाकार – विलियम हार्ट, एडवर्ड असनर, बिली क्रूडूप, पाल गियामाटी, टोपर ग्रेस
निष्कर्ष
स्टॉक मार्केट पर आधारित फिल्में ‘स्टॉक मार्केट‘ के प्रति उत्साह रखने वाले लोगों के लिए काफी मनोरंजक हैल लेकिन, वे उन लोगों के लिए भी मजेदार हो सकती हैं जो इन क्षेत्रों में व्यापार नहीं कर रहे हैं। हर फिल्म कुछ न कुछ सिखाने के लिए होती है, तो बस एक खुला दिमाग रखें और यहां चर्चा की गई शेयर बाजार पर आधारित सभी फिल्मों का आनंद लें!
फिल्म देखें खुश रहें!
वैसे, यदि आप स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट शुरू करना चाहते हैं, तो चलिए आगे के कदम उठाने में हम आपकी सहायता करेंगे।
अगर आप शुरू करना चाहते हैं तो बस कुछ मूलभूत विवरण दर्ज करें:
यहां अपना बुनियादी विवरण दर्ज करें और आपके लिए कॉल बैक की व्यवस्था की जाएगी!