शेयर बाजार में निवेश करते समय एक निवेशक के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह आती है कि वो किस ब्रोकर की सेवा ले और किस पर भरोसा करे क्योंकि शेयर बाजार की दुनिया में आज बहुत से ब्रोकर हैं।
आज हम अपने इस लेख में देश के 2 ब्रोकर Zerodha Vs Groww में अंतर करने वाले हैं वैसे तो ये दोनों ही डिस्काउंट ब्रोकर हैं लेकिन फिर भी इन दोनों के सेवाओं में फर्क है। आज हम इस लेख में निम्नलिखित विषयों पर चर्चा करने वाले हैं
- कंपनी की पृष्ठभूमि
- डीमैट खाता खोलने का शुल्क
- ब्रोकरेज
- ट्रेडिंग प्लेटफार्म
- मार्जिन
- अकाउंट विशेषता
- कस्टमर सपोर्ट
तो चलिए शुरू करते हैं।
Zerodha vs Groww में क्या अंतर है
Zerodha और Groww दोनों ही डिस्काउंट ब्रोकर हैं ये कम से कम कीमत पर स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने की सुविधा देते हैं। लेकिन कम ब्रोकरेज के आधार पर ही किसी ब्रोकर का चयन नहीं करना चाहिए। चयन करते समय हमे कंपनी के बैकग्राउंड के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए।
आइए पहले थोड़ी सी जानकारी इन दोनों ही कंपनी के बारे में ले लेते हैं।
Zerodha पहला ऐसा ब्रोकर है जिसने वर्ष 2010 से ही अपने डिस्काउंट प्लान देने शुरू किये थे वहीं दूसरी और Groww साल 2016 में ही होंद में आया है।
स्टॉक मार्केट की दुनिया में पैर रखने से पहले Groww केवल म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश की अनुमति देता था लेकिन वर्ष 2020 में एनइसई और बीइसई में रजिस्टर्ड होने के बाद इसने स्टॉक ब्रोकर की दुनिया में पैर रखा।
अगर हम बात करें विश्वसनीयता और अनुभव की तो इस चीज में Zerodha को महारत हासिल है क्योंकि ये ब्रोकर 2010 से अपनी सेवाएं दे रहा है।
इस तथ्य को और आसानी से समझने के लिए नीचे दिए टेबल को देखें:
कंपनी का प्रकार | बूटस्ट्रैप (स्वयं के पैसे पर निर्भर) | फंडेड (Funded) |
लाभ / हानि | ₹1000 करोड़ का लाभ | ₹7.92 करोड़ की हानि |
रेवेन्यू | ₹1096.64 करोड़ | ₹0.76 करोड़ |
Zerodha अपने आप में किसी भी फैसले को लेने के मामले में स्वतंत्र और है क्योंकि इसके पास खुद कि संपति और परिसंपत्ति हैं जबकि Groww के साथ ऐसा नहीं है क्योंकि यह ब्रोकर पूरी तरह से फंडिंग पर निर्भर करता है।
हाल ही में Groww को यूनिकॉर्न (Unicorn) का टाइटल भी मिला है क्योंकि इसने अपने फंड एकत्रित प्रोग्राम के तहत लगभग $83 मिलियन की राशि को इक्ट्ठा किया था इस प्रोग्रम को टइगर ग्लोबल कंपनी के द्वार लीड किया गया था।
अगर बात लाभ और हानि की कि जाए तो वित्तीय वर्ष 2020-21 जहाँ एक तरफ Zerodha को ₹1000 करोड़ का लाभ हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ Groww को ₹7.92 करोड़ की हानि का सामना करना पड़ा है।
अगर रेवेन्यू की बात की जाए तो वित्तीय वर्ष 2020-21 में Zerodha ने ₹1096.64 करोड़ का रेवेन्यू उत्पन्न किया है तो Groww इस मामले में ज़ेरोध से बहुत पीछे है क्योंकि उसके द्वार केवल ₹0.76 करोड़ का रेवेन्यू ही उत्पन्न किया गया।
ये डाटा साफ़ तौर पर बताता है कि एक नए निवेशक या ट्रेडर को किस ब्रोकर का चयन करना चाहिए।
इसलिए निवेशकों को आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि किसी भी स्टॉक में निवेश करने से पहले उसका मौलिक विश्लेषण करना चाहिए।
आइए एक नजर इन दोनों ही स्टॉक ब्रोकर की और वर्तमान स्थिति पर डालें।
ब्रोकर का प्रकार | डिस्काउंट | डिस्काउंट |
स्थपना का वर्ष | 2010 | 2016 |
सदस्यता | एनइसई, बीइसई, एमसीएक्स | एनइसई, बीइसई |
वर्तमान ग्राहक आधार | 36 लाख | 7.86 लाख |
डिपॉजिटरी | सीडीएसएल (CDSL) | सीडीएसएल (CDSL) |
ट्रेडिंग सेगमेंट | इक्विटी, कमोडिटी, करेंसी, डेरिवेटिव, आईपीओ, बॉन्ड्स और म्यूच्यूअल फंड | इक्विटी, कमोडिटी,आईपीओ, और म्यूच्यूअल फंड |
अगर सदस्यता की बात की जाये तो Groww को एनइसई, बीइसई की सदस्यता प्राप्त है साथ ही ये अपने ग्राहकों को इक्विटी, कमोडिटी, आईपीओ, और म्यूच्यूअल फंड जैसे सेगमेंट में ट्रेड करने की अनुमति देता है।
वही अगर Zerodha की बात की जाए तो इस ब्रोकर को एनइसई, बीइसई, एमसीएक्स की सदस्यता तो प्राप्त है ही साथ ही ये अपने ग्राहकों को इक्विटी, कमोडिटी, करेंसी, डेरिवेटिव, आईपीओ, बॉन्ड्स और म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने की अनुमति देता है।
अगर आप ट्रेडिंग के मामले में जेरोधा का चयन करते हो तो ये आपके लिए फ़ायदेमंद है क्योंकि ये आपको 7 अलग-अलग सेगमेंट में ट्रेड करने की अनुमति देता है जबकि Groww केवल 4 सेगमेंट में ही ट्रेड की अनुमति देता है।
अगर ग्राहक आधार के अलावा शिकायतों की बात की जाए तो Zerodha के खिलाफ 828 शिकायते दर्ज की गयी जोकि इसके कुल ग्राहक आधार का केवल 0.02% है। इन 828 शिकायतों मे से 757 शिकायतों का निपटार भी किया गया।
इस आधार पर हम कह सकते हैं कि इस ब्रोकर को अपने ग्राहकों की चिंता है तभी त्वरित कार्यवाही करते हुए शिकायतों का निपटार किया गया।
और अगर Groww की बात की जाए तो इस ब्रोकर के खिलाफ केवल 32 शिकायतें दर्ज की गयी जिनमे से 28 शिकायतों का निपटार किया गया।
शिकायतों के निपटारे के आधार पर हम कह सकते हैं की Groww ने अच्छी तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाई है।
कुल शिकायतें | 868 | 32 |
कुल शिकायतों का निपटारा | 757 | 28 |
वर्तमान ग्राहकों द्वार की गयी कुल शिकायतें (प्रतिशत में) | 0.02% | 0.004% |
कुल शिकायतों का निपटार (प्रतिशत में) | 98.5% | 87.5% |
Zerodha vs Groww शुल्क
अगर हम दो ब्रोकर की आपस में तुलना कर रहे हैं तो हमे उनके शुल्क की भी तुलना करनी चाहिए कि
इन दोनों कौन-सा ब्रोकर कितना शुल्क वसूल करता है।
अगर हम सबसे पहले अकाउंट ओपनिंग शुल्क की बात करें तो Groww शुल्क के रूप में अपने ग्राहकों से न तो खाता खोलने का कोई शुल्क लेता है और न ही AMC शुल्क वसूलता है।
अगर Zerodha की बात की जाए तो Zerodha डीमैट खाता खोलने के शुल्क के रूप में ₹200 शुल्क और कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए ₹300 के लेता है साथ ही ये अपने सभी ग्राहकों से ज़ेरोधा डीमैट अकाउंट AMC शुल्क के ₹300 भी वसूल करता है।
शुल्क | ||
डीमैट खाता खोलने का शुल्क | ₹200 (इक्विटी और करेंसी आदि के लिए) | ₹0 |
कमोडिटी खाता खोलने का शुल्क | ₹300 | ₹0 |
AMC शुल्क | ₹300+जीएसटी (प्रति 3 महीने में) | ₹0 |
Zerodha vs Groww का ब्रोकरेज शुल्क
अकाउंट ओपनिंग शुल्क जानने के बाद हमे अब इन ब्रोकर के ब्रोकरेज शुल्क की भी तुलना करनी चाहिए।
जैसे की हम शुरुवात में ही बता चुकें हैं की ये दोनों ही डिस्काउंट ब्रोकर हैं और आप दोनों के साथ ही कम से कम शुल्क पर ट्रेड कर सकते हो।
लेकिन अगर हम ट्रेडिंग सेगमेंट में शुल्क की तुलना करें तो Zerodha इक्विटी और डिलीवरी में ट्रेड करने पर कोई भी शुल्क नहीं लेता है जबकि Groww ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) प्रति ट्रेड शुल्क लेता है।
सेगमेंट | ||
इक्विटी डिलीवरी | ₹0 | ₹20 या 0.05% (जो भी काम हो) |
इक्विटी इंट्राडे | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ₹20 या 0.05% (जो भी काम हो) |
इक्विटी फ्यूचर | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ₹20 या 0.05% (जो भी काम हो) |
इक्विटी ऑप्शन | ₹20 प्रति आर्डर | ₹20 या 0.05% (जो भी काम हो) |
कमोडिटी फ्यूचर | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ------------------ |
कमोडिटी ऑप्शन | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ------------------ |
करेंसी फ्यूचर | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ₹20 प्रति आर्डर |
करेंसी ऑप्शन | ₹20 या 0.03% (जो भी काम हो) | ₹20 प्रति आर्डर |
ब्रोकरेज शुल्क लगभग एक सामना है लेकिन फिर भी नए ट्रेडर को शुल्क को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
Zerodha में ब्रोकरेज शुल्क इंट्राडे और अन्य सभी सेगमेंट में न्यूनतम 0.03% है जबकि अगर Groww की बात की जाए तो ये ब्रोकर 0.05% कुल शुल्क पर वसूल करता है।
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं।
मान लो आप किसी दिन इंट्राडे ट्रेडिंग में ₹25,000 का ट्रेड करते हैं। अब आप न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क के हिसाब से कितना शुल्क अदा करेंगे।
Zerodha शुल्क = कुल ट्रेड पर लगने वाला ₹25,000 का 0.03%
= ₹7.5
Groww शुल्क = ₹25,000 का 0.05%
= 12.5%
इस तुलना के बाद अगर आप इंट्राडे में ट्रडिंग करते हैं तो आपको zerodha का चयन करना चाहिए।
Zerodha vs Groww में डीपी शुल्क
अगर डीपी शुल्क की बात की जाए तो ये शुल्क आपसे डिपॉजिटरी वसूल करती है। यह शुल्क डिलीवरी में ट्रेड करने पर लगता है जब आपके डीमैट अकाउंट में किसी भी प्रकार का लेन-देन किया जाता है।
डीपी शुल्क के मामले में दोनों ही ब्रोकर ₹13.5+GST प्रति स्क्रिप वसूल करते हैं।
डीपी शुल्क | ₹13.5+GST प्रति स्क्रिप | ₹13.5+GST प्रति स्क्रिप |
Zerodha vs Groww में मार्जिन ट्रेडिंग
शुल्कों को जानने के बाद अब बारी आती है सबसे महत्वपूर्ण सुविधा यानि मार्जिन ट्रेडिंग के बारे में जानने कि तो चलिए शुरू करते हैं।
सेबी ने ट्रेडिंग मार्जिन को लेकर अपने नियमों में हाल ही में बदलाव किया है। इन्ही नए नियमानुसार Zerodha और Groww ने भी अपने ट्रेडिंग मार्जिन में बदलाव किया है।
नए नियम के अनुसार Zerodha अब 7X तक और Groww 5X तक का मार्जिन इंट्राडे डे ट्रेड के लिए मुहैया करवाता है।
अगर आप भी इन दोनों ब्रोकर के साथ जुड़कर मार्जिन ट्रडिंग सुविधा का लाभ लेना चाहते हैं तो आपकी सुविधा के लिए नीचे टेबल बना कर शुल्क संबंधी सभी जानकारी दी गयी है।
सेगमेंट | ||
इक्विटी इंट्राडे | 7X तक (चुने हुए स्टॉक पर निर्भर करता है) अधिकतम 20% कुल ट्रेड वैल्यू का | 5X तक (चुने हुए स्टॉक पर निर्भर करता है) |
इक्विटी फ्यूचर | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | ------------- |
इक्विटी ऑप्शन | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | 1.5X से 2X बिक्री पर |
करेंसी फ्यूचर | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | ------------- |
करेंसी ऑप्शन | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | 1.5X से 2X बिक्री पर |
कमोडिटी फ्यूचर | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | ------------- |
कमोडिटी ऑप्शन | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | ------------- |
इन दोनों ब्रोकर के ट्रेडिंग मार्जिन में अंतर जानने के लिए हम एक उदाहरण की सहायत लेते हैं।
मान लीजिए आप किसी XYZ कंपनी में ₹100 प्रति शेयर की दर से इंट्राडे ट्रेड करना चाहते हैं। और आपके ट्रेडिंग अकाउंट में केवल ₹10,000 मौजूद हैं। लेकिन आप ₹70,000 की ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने ब्रोकर (ज़ेरोधा) से 7X तक का मार्जिन ले सकते है इस प्रकार आप कुल ₹70,000 का ट्रेड कर सकते हैं।
अगर आपके पास जेरोधा का डीमैट अकाउंट है तो आप 7X तक का मार्जिन ले सकते हो।
Zerodha मार्जिन – 7X
कुल ट्रेडिंग अमाउंट – ₹70,000
अगर स्टॉक का दाम ₹15 बढ़कर अब ₹115 का हो जाता है तो इस बढ़े हुए दाम की वजह से अब आप अपने शेयर को ₹80,500 में बेच कर ₹10,500 का मुनाफा कमा सकते हो।
अब अगर Groww में मार्जिन की बात करें तो:
Groww मार्जिन – 5X
कुल ट्रेडिंग अमाउंट – ₹50,000
अगर Groww में कुल लाभ की बात करें तो – (115X500)-(100X500)= ₹57,500-₹50,000
कुल बचत – ₹7,500
इस गणना के बाद दोनों में मार्जिन से होने वाला लाभ आपके सामने है।
Zerodha vs Groww में ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
शुल्क और ट्रेडिंग प्लेटफार्म कि तुलना के बाद अब हमे एक नजर इन दोनों के ट्रेडिंग प्लेटफार्म पर डालनी चाहिए।
वैसे तो डीमैट अकाउंट शुल्क और ट्रेड के मुकाबले में Zerodha ही आगे है लेकिन अभी ट्रेडिंग अकाउंट की तुलना करना बाकी है।
आजकल हर ब्रोकर अपने निवशकों को एक से बढ़कर एक आधुनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की सुविधा दे रहे हैं। जिससे निवेशकों को ट्रेड करने में आसानी होती है।
अगर Zerodha की बात की जाए तो ये अपने ग्राहकों को ट्रेड करने के लिए आधुनिक एप्लीकेशन Zerodha Kite की सुविधा देता है। इस एप की मदद से आप अलग अलग सेगमेंट में ट्रेड कर सकते हैं।
इसके एडवांस फीचर ट्रेडर को सही रिपोर्ट के साथ सही दिशा में ट्रेड करने का संकेत देता है।
Zerodha काइट को एक ट्रेडर अपनी सुविधा के अनुसार एंड्रॉइड और iOS दोनों पर इस्तेमाल कर सकता है। साथ ही जो ट्रेडर बड़ी स्क्रीन पर ट्रेड का आनंद लेना चाहते हैं वो वेब एप का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग कर सकते हैं।
इसके अलावा Zerodha म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए आपके ग्राहकों जेरोधा कॉइन की सुविधा भी देता है।
अगर Groww के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की बात की जाए तो ये आपको एक मोबाइल एप उपलब्ध करवाता है जिसमे आप केवल कुछ ही सेगमेंट में ट्रेड कर सकते हैं वो भी कुछ गिने-चुने फीचर के साथ।
अगर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म उपलब्ध करवाने की अगर बात की जाये तो इस मामले में Zerodha ने Groww से बेहतर है।
ट्रेडिंग प्लेटफार्म | ||
वेब आधारित | जेरोधा काइट | Groww वेब एप |
मोबाइल एप | 1.3X खरीद और बिक्री दोनों पर | Groww मोबाइल एप |
टर्मिनल | जेरोधा कॉइन जेरोधा काइट | ----------- |
इसके अलावा Zerodha नए निवेशकों को अपनी मोबाइल एप ज़ीरोधा वर्सिटी से मुफ्त में शेयर मार्किट से सम्बंधित शिक्षा सामग्री भी उपलब्ध करवाता है जिसका लाभ लेकर कोई भी निवेशक अपनी रणनीति बना कर ट्रेड कर सकता है।
यही नहीं Zerodha अपने निवेशकों को Zerodha कंसोल जैसी सुविधा भी देता है जिसकी मदद से निवेशक अपने ट्रेड को ट्रैक तो कर ही सकता है साथ ही वो अपने किये गए ट्रेड की रिपोर्ट भी पा सकता है।
जबकि Groww इस प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं देता है जिससे उसके निवेशकों को ट्रेड करने में आसानी हो।
Zerodha vs Groww अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
बढ़ते समय के साथ अब ट्रेडिंग एप पहले के मुकाबले और अधिक एडवांस हो गए हैं। अब निवेशक एक दिन में जितनी मर्जी चाहे उतने सेगमेंट में ट्रेड कर सकता है वो भी बिना किसी रूकावट के इस प्रकिया से एक ट्रेडर के पास पहले के मुकाबले में अब और अधिक निवेश के विकल्प होंगे जिससे वो और अधिक लाभ कमा सकता है।
Zerodha बेहतरीन सर्विस देने वाले ब्रोकर में से एक है ये अपने ग्राहकों को ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफ्रॉम का एक पूरा समूह उपलब्ध करवाता है जिसमे अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफार्म, जेरोधा काइट कनेक्ट, Zerodha पाई के साथ अल्गो जेड की सुविधा भी देता है।
दूसरी तरफ Groww अपने ग्राहकों को ट्रेडिंग के लिए कोई भी इस प्रकार की सुविधा नहीं देता है।
ट्रेडिंग प्लेटफार्म | ||
अल्गो प्लेटफॉर्म | अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफार्म, जेरोधा काइट कनेक्ट, Zerodha पाई, अल्गो जेड | कोई भी नहीं |
Zerodha vs Groww के रिसर्च और एडवाइजरी
नए ट्रेडर अक्सर इस दुविधा में रहते हैं की उनके निवेश के लिए सही स्टॉक कौन सा है।
स्टॉक का चयन करने के लिए किसी भी निवेशक को पहले उस कंपनी के मौलिक सिद्धांतों के साथ तकनीकी स्तर पर भी विश्लेषण करना होता है। इस प्रकिया में समय के साथ काफी मेहनत लगती है
इसी पूरी प्रकिया और जोखिम से बचने के लिए ट्रेडर अक्सर अपने-अपने ब्रोकर की रिसर्च और एडवाइजरी टीम की मदद लेते हैं और ट्रेड करते हैं। ताकि वह सुरक्षित रह कर ट्रेड कर सकें।
निवेशक जिस भी ब्रोकर के साथ अपना डीमैट अकाउंट ओपन करवाता है वही उसको ट्रेड करने से सम्बंधित राय देता है कि वह शेयर बाज़ार में कम रिस्क के साथ ट्रेड करके कैसे अधिक मुनाफा कमा सकता है।
इन दोनों डिस्काउंट ब्रोकर में से कोई भी शेयर बाजार में निवेश करने संबधी सलहा नहीं देता है लेकिन Zerodha अपने ग्राहकों को एक स्पेशल फीचर जिसका नाम Stock Report Plus है की सुविधा देता है।
इसमें 3000 से भी अधिक स्टॉक शामिल हैं जिनकी रिपोर्ट थॉमसन रायटर्स के द्वारा तैयार की जाती है। जिसके हिसाब से निवेशक अपने मनचाहें 3000 स्टॉक में से किसी में भी निवेश कर सकता है।
इसके हिसाब से आप भी अपनी सुविधानुसार किसी भी स्टॉक को अपनी वॉचलिस्ट में ऐड कर सकते हैं और उनमे ट्रेड करके मुनफा कमा सकते हैं।
इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको कुछ शुल्क देना होता है जिसकी जानकारी नीचे दी गयी है।
Zerodha Stock Report Plus | |
मासिक | ₹150 |
सालाना | ₹1440 |
द्विवर्षीय | ₹810 |
अब अगर Groww की बात की जाए तो वह अपने ग्राहकों को कोई भी इस प्रकार की सुविधा नहीं देता है जिससे ट्रेडर को ट्रेड करने में आसानी हो।
Zerodha vs Groww के अकाउंट की विशेषता
वैसे तो ये दोनों ही ब्रोकर ऑनलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा देते हैं लेकिन अगर अकाउंट खुलने के बाद की सुविधा की बात की जाएं तो:
फीचर | ||
SMS अलर्ट | ✔ | ✔ |
ट्रेडिंग डेमो | ✖ | ✔ |
ऑनलाइन | ✔ | ✔ |
मार्जिन ट्रेडिंग के लिए फंड | ✔ | ✔ |
रेफरल प्रोग्राम | ✔ | ✔ |
Groww अपने ग्राहकों को गेस्ट लॉगिन की सुविधा देता है इसके द्वार कोई भी निवेशक बिना ट्रेडिंग अकाउंट खोले ही इस एप के सभी फंक्शन को देख कर उनका विश्लेषण कर सकते हैं।
इस मामले में अगर हम Zerodha की बात करे तो वह इस प्रकार की कोई भी सुविधा अपने ग्राहकों को नहीं देता है। Zerodha Kite एप का इस्तेमाल करने और इसके सभी फीचर को जानने के लिए इसके साथ आपका अकाउंट होना अनिवार्य है।
Zerodha vs Groww के कस्टमर सपोर्ट में अंतर
इंटरनेट की दुनिया में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना बहुत आसान काम है लेकिन अकाउंट खुलवा कर ट्रेडिंग करने के दौरान होने वाली दिक्कतों का क्या?
इन्ही समस्यों को दूर करने के लिए कस्टमर सपोर्ट का सहारा लिया जाता है।
अगर हम Groww के कस्टमर सपोर्ट की बात करें तो ये अपने ग्राहकों की परेशानी को काम करने के लिए चैट, टोल फ्री नंबर और ईमेल की सुविधा मुहैया करवाता है।
अब अगर Zerodha की बात करें तो ये अपने ग्राहको को ईमेल पर कस्टमर सपोर्ट की सुविधा तो नहीं देता है लेकिन इसके देशभर में लगभग 75 से अधिक स्टोर है जहाँ पर ग्राहक अपनी किसी भी ट्रेडिंग संबंधी परेशानी को हल करवा सकता है।
इसकी यही ख़ासियत इसको Groww से बेहतर और अलग बनाती है।
कस्टमर सपोर्ट | ||
चैट बॉक्स / मैसेज द्वार | ✔ | ✔ |
फ़ोन / कॉल पर | ✔ | ✔ |
ईमेल द्वार | ✖ | ✔ |
Zerodha vs Groww में से कौन बेहतर है?
Zerodha, Groww के मुकाबले में काफी पुराना और अनुभवशाली स्टॉक ब्रोकर है। Zerodha अपने ग्राहकों को कई एडवांस फीचर देता है जिसकी सहायत से ट्रेडर बिना किसी रूकावट के ट्रेड करके लाभ कमा सकता है साथ ही ये अपने ऑफलाइन कस्टमर सहायत के कारण भी Groww से काफी आगे है।
अब अगर Groww को देखा जाए तो वो स्टॉक ब्रोकर की दुनिया में नया है और इसी कारण उसे अधिक अनुभव भी नहीं है।
इसके अलावा नए निवेशक Zerodha की अकाउंट ओपनिंग फीस को देखकर थोड़ा सकते में आ सकते हैं लेकिन फीस चुकने के बाद मिलने वाली सुविधाओं की अगर बात करें तो वो Groww से काफी आगे हैं।
इसके अलावा अगर Groww की एप की बात की जाए तो ये नए निवेशकों को अपनी तरफ खींच सकती है क्योंकि ये देखने में काफी आसान और सरल है लेकिन इसमें कई नए फीचर मौजूद नहीं है जिससे की किसी भी ट्रेडर को ट्रेड करने में दिक्कत का सामान करना पढ़ सकता है।
Zerodha इस मामले में भी Groww से काफी आगे है और यह ब्रोकर अपने ग्राहकों को एडवांस एप मुहैया करवाता है जिससे उन्हें ट्रेड करने में आसानी होती है।
इसको और अधिक सरल बनाने के लिए “अ डिजिटल ब्लॉगर” इन दोनों ब्लॉगर को इनकी सर्विस, ट्रेडिंग एप, ब्रोकरेज रिसर्च और अन्य चीजों में निम्लिखित रेटिंग देता है।
ब्रांड इक्विटी | ||
ब्रोकरेज और अन्य शुल्क | ||
ट्रेडिंग प्लेटफार्म के प्रदर्शन के आधार पर | ||
कस्टमर सर्विस | ||
रिसर्च | ||
मोबाइल ट्रेडिंग | ||
मार्जिन |
अब अगर अपने ये लेख पढ़कर जेरोधा के लिए ट्रेड करने का निर्णय ले लिया है तो आपके आपस ट्रेड करने क लिए डीमैट अकाउंट होना चाहिए।
अभी डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए नीचे दिए फॉर्म को भरें।