Option Trading Strategies for Indian Market in Hindi

ऑप्शन ट्रेडिंग के मीनिंग (option trading in hindi) को समझे तो यह एक मुश्किल टर्म है लेकिन अगर आपके पास इसकी सही जानकारी और ज्ञान है तो आप इससे कई गुना तक अपना मुनाफा बढ़ा सकते है।

ऑप्शन ट्रेडिंग में कई तरह की स्ट्रेटेजी का उपयोग किया जा सकता है जिससे एक ट्रेडर लाभ कमा सकता है, तो आइये आज हम इंडियन स्टॉक मार्केट में इस्तेमाल होने वाली कुछ विशेष ऑप्शन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के बारे में जानेंगे।

तो चलिए शुरुआत करते है स्टॉक ऑप्शन के मतलब से।  

इंडियन शेयर मार्केट में स्टॉक ऑप्शन काफी मशहूर है जो ट्रेडर्स को अपनी सम्पति बढ़ाने का अद्भुत मौका प्रदान करता है। स्टॉक ऑप्शन एक ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की तरह है जहां पर स्टॉक एक अन्तर्निहित परिसम्पति होती है और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू की गणना करने के लिए इस्तेमाल की जाती है। 

इसमें कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक होलडर के पास यह सुविधा होती है कि वह शेयर को कॉन्ट्रैक्ट की तारीख खत्म होने तक पूर्वनिर्धारत मूल्य पर बेच या खरीद सकता है। 

जिस तरह से ऑप्शन ट्रेडिंग पॉपुलर हो रही है उसी तरह से इसकी नीतियों के बारे में जानकारी प्राप्त करना बहुत जरुरी है । Angel One की वेबसाइट के नॉलेज सेण्टर पर इन्वेस्टिंग और ट्रेडिंग के बारें आपको इससे जुड़ी बहुत सी जानकारी मिल जाएगी। 

Option Trading Strategies in Hindi

एक बिगिनर के लिए मार्केट के मूवमेंट को समझना और उसके मुताबिक कॉल और पुट ऑप्शन ट्रेड (call and put option in hindi) का फैसला लेना हमेशा एक चैलेंज होता है। अगर आप के साथ भी यही समस्या है तो यहाँ पर अलग-अलग ट्रेंड के अनुसार बुलिश, बेयरिश और न्यूट्रल स्ट्रेटेजी का संक्षिप्त विवरण दे रहें है जिनसे आप एक ऑप्शन ट्रेडिंग में जीत प्राप्त कर सकते हैं। 

बुलिश स्ट्रेटजीस फॉर ऑप्शन ट्रेडिंग 

अगर ट्रेडर को किसी अन्तर्निहित परिसम्पति के स्टॉक का मूल्य बढ़ने का अनुमान है तो वह निम्नलिखत स्ट्रेटजीस को इस्तेमाल कर सकता है। 

लॉन्ग कॉल :- मार्केट में अगर तेज़ी की आशंका हो तो बायर कॉल ऑप्शन खरीदने पर विश्वास रखता है।  इस स्थिति में ट्रेडर को सिर्फ प्रीमियम अमाउंट का नुकसान उठाना पड़ सकता है।   

शार्ट पुट :- स्टॉक के बढ़ते हुए दामों से मुनाफा कमाने के लिए पुट ऑप्शन को बेच दिया जाता है

बुल काल स्प्रेड :- इस स्ट्रेटेजी में दो ट्रेड एक साथ किये जाते है, जिसमे एक जिनका स्ट्राइक मूल्य कम होता है खरीदा जाता है और अधिक स्ट्राइक मूल्य वाले कॉल ऑप्शन को बेचा जाता है।


बेयरिश स्ट्रेटजीस फॉर ऑप्शन ट्रेडिंग 

अगर ट्रेडर को किसी अन्तर्निहित परिसम्पति के स्टॉक का मूल्य कम का अनुमान है तो वह निम्नलिखत स्ट्रेटजीस को इस्तेमाल कर सकता है, जिसमे अलग-अलग स्ट्राइक प्राइस (strike price in hindi) का चयन कर अपने जोखिमों को कम किया जा सकता है। 

लॉन्ग पुट :- पुट ऑप्शन खरीदने पर,  आप अन्तर्निहित परिसम्पति के स्टॉक मूल्य के  मार्केट के मूल्य से कम होने से फायदा कमाते हैं। 

पुट स्प्रेड्स:- यहाँ पर आप एक हायर स्ट्राइक प्राइस वाला पुट ऑप्शन खरीदते है और साथ ही साथ कम स्ट्राइक प्राइस वाला पुट ऑप्शन बेच देते हो।  

शार्ट कॉल :अगर स्टॉक का दाम लगातार नीचे गिर रहा हो या गिरने की आशंका हो तो वहां पर कॉल ऑप्शन को बेच कर मुनाफा कमाया जाता है


ऑप्शन ट्रेडिंग की नॉन डायरेक्शनल स्ट्रेटजीस 

जब ट्रेडर को इस बात का अंदाज़ा न हो कि मूल्य बढ़ने वाला है या गिरने वाला है तब वह न्यूट्रल या नॉन डायरेक्शनल स्ट्रेटजीस का इस्तेमाल करते हैं। 

बटरफ्लाई :- यहाँ पर बुल्ल स्प्रेड को बेयर पुट स्प्रेड के साथ जोड़ा जाता है। 

स्ट्रैडल :-ऑप्शन को एक ही स्ट्राइक प्राइस पर बेचा और ख़रीदा जाता है। 

इसको समझने के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग का उदाहरण (option trading example in hindi) लेते है। मान लेते है कि निफ़्टी इस समय 17000 पर ट्रेड कर रहा है और आप उसके ट्रेंड को लेकर असमंजस में है। अब ऐसे में आप एक 17200 का एक पुट ऑप्शन और कॉल ऑप्शन बाय करते है जिसके लिए 100 रुपये और 70 रुपये प्रीमियम का भुगतान करते है।

यानी की आपका कुल प्रीमियम 170 रुपये है। इसका मतलब अगर निफ़्टी 17030 और 17370 के बीच में ट्रेड करता है तो आपको कोई मुनाफा नहीं होगा लेकिन जैसे ही ये एक तरफ ट्रेंड कर अपने ब्रेकइवन को तोड़ता है तो आपको इस ट्रेड से मुनाफा होगा।

स्ट्रांगेल  :- ऑप्शन जिनका स्ट्राइक प्राइस ज्यादा है उन्हें खरीदा जाता है और कम स्ट्राइक प्राइस वाले पुट ऑप्शन को बेचा जाता है जिससे एक ट्रेडर दोनों तरह के कॉन्ट्रैक्ट के प्राइस के उतार चढ़ाव से मुनाफा कमा सकता है। 

अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में और जानना चाहते हैं तो आप को एंजेल वन के  नॉलेज सेण्टर पर जा सकते है। यहाँ पर स्टॉक ट्रेडिंग से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी बहुत ही आसान भाषा में समझाई गई है जिसे किसी भी तरह का ट्रेडर आसानी से समझ कर ट्रेड कर सकता है। 

एंजेल वन Streak1 के साथ भी पार्टनर है जो यूजर के लिए स्ट्रेटजिक ट्रेड की सुविधा भी देती है। यह प्लेटफॉर्म आप को बिना किसी मुश्किल के बहुत ही आसान तरीके से ट्रेड को करने और समझने में मदद करता है। 

यह पलेटफोर्म आप को न सिर्फ ट्रेडिंग स्ट्रेटजीस बनाने, बैकटेस्ट करने की और एक्सीक्यूट करने की बल्कि आप को मार्केट की रियल टाइम जानकारी भी प्रदान करता है। यूजर इससे मार्केट से संबधित अलर्ट प्राप्त कर  सकते हैं और उन अलर्ट को मैनेज भी कर सकते हैं।  

सही प्लेटफार्म और स्ट्रेटेजीज के साथ ऑप्शन ट्रेडिंग के नियम जैसे की अनुशासन, पोजीशन साइज़िंग, आदि का पालन कर ट्रेड पोजीशन ले


Option Intraday Trading Hindi

अगर आप ऑप्शन में इंट्राडे ट्रेडिंग  करना चाह रहे है तो उसके लिए स्ट्रेटेजी से ज़्यादा ज़रूरी है ऑप्शन चैन में उपलब्ध पैरामीटर की जानकारी लेना

इसके लिए ज़रूरी होता है मार्केट में ओपन इंटरेस्ट डाटा को समझना बहुत ज़रूरी होता है। वैसे तो OTM कॉल और पुट ऑप्शन इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सबसे सही होते है, लेकिन कौनसे ऑप्शन (कॉल या पुट) में ट्रेड करना है और स्ट्राइक प्राइस को चुनना है ये जानना बहुत ज़रूरी होता है।

इसके साथ इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉप लॉस का लगाना भी बहुत ज़रूरी होता है। तो इसके वैसे बहुत सी स्ट्रेटेजी है लेकिन अगर एक सबसे मुख्य और ज़रूरी पैरामीटर होता है ओपन इंटरेस्ट का विश्लेषण।

इस स्ट्रेटेजी के लिए निम्नलिखित पहलूओं को समझे: 

सबसे पहले मार्केट के सेंटीमेंट को समझने के लिए OTM स्ट्राइक प्राइस के OI डाटा का विश्लेषण करें। 

अगर OTM कॉल के OI की वैल्यू पुट OTM के अनुसार तेज़ी से बदल रहा है तो यहाँ पर तो कॉल में ज़्यादा नई पोजीशन ली जा रही है

अब आपको सबसे ज़्यादा वाले OI स्ट्राइक प्राइस के प्रीमियम को देखना है, अगर उसके साथ प्रीमियम की वैल्यू घट रही है तो ये संकेत देता है कि उस स्ट्राइक प्राइस पर कॉल ऑप्शन सेलर ज़्यादा एग्रेसिव है और प्राइस वहां से ऊपर जाने के कम चांस है। एक तरह से मार्केट बेयरिश है लेकिन अगर OI के साथ प्रीमियम भी बढ़ रहा है तो मार्केट बुलिश है।

इसी तरह से आप पुट ऑप्शन के OI से मार्केट ट्रेंड का विश्लेषण कर सकते है

अब उसके अनुसार आप कॉल या पुट ऑप्शन में ट्रेड करने का फैसला कर सकते है। कम जोखिम और ज़्यादा मुनाफा कमाने के लिए आप मार्केट ट्रेंड के अनुसार कॉल या पुट ATM में ट्रेड कर इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते है।


डिस्क्लेमर 

  • Streak, एक्सचेंज से मान्यता प्राप्त नहीं है, एवं एंजेल वन लिमिटेड एक डिस्ट्रीब्यूटर की तरह कार्य करता है। किसी भी तरह के। रेड्रेसल फोरम एवं आर्बिट्रेशन मेकेनिज़म के मुताबिक  डिस्ट्रीब्यूशन एक्टिविटी से संबधित किसी भी मसले के लिए एक्सचेंज इवेस्टर के पास एक्सेस नहीं है।
  • यह जानकारी सिर्फ शिक्षा के उदेश्य से दी गयी है। 
  • सिक्योरिटीज में निवेश मार्केट रिस्क के अधीन है, निवेश से पहले सभी डाक्यूमेंट ध्यान पूर्वक पढ़ लें।ब्रोकरेज सेबी द्वारा बताई गयी लिमिट से ज्यादा नहीं होगी। 

शेयर मार्केट में निवेश करने हेतु और उससे जुड़ी किसी भी तरह की जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दिए गए फॉर्म में अपना विवरण भरे और हम आपको आपका डीमैट खाता ऑनलाइन खोलने में मदद प्रदान करेंगे

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