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क्या आप शेयर मार्केट से करोड़पति बनना चाहते है? यदि आप ट्रेडिंग के लिए आश्वश्त है तो उससे पहले कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (share market tips in hindi) के बारे में जरूर पता होना चाहिए। तो आइये शुरू करते है शेयर मार्केट की कुछ बेसिक जानकारी के साथ।
शेयर मार्केट (Share Market in Hindi) वह होती है जहां अलग-अलग कम्पनीज अपने शेयर को पब्लिक इन्वेस्टर के लिए लिस्ट करती और एक रिटेल इन्वेस्टर उन कम्पनीज के शेयरों में निवेश और ट्रेड कर मुनाफा कमाते है।
अब ट्रेड या निवेश करने के लिए मार्केट को समझना काफी ज़रूरी होता और साथ में मार्केट की जानकारी प्राप्त करने के बाद उसमे किस तरह से सही पोजीशन ली जाए उसके लिए कुछ टिप्स को फॉलो करना काफी आवश्यक होता है।
शेयर मार्केट टिप्स
अब जिन कम्पनीज के शेयर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड होती है उसमे आप शार्ट-टर्म ट्रेड और लॉन्ग टर्म निवेश कर सकते है। जिस तरह से ट्रेडिंग और निवेश के उद्देशय और मुनाफे अलग-अलग होते है उसी तरह से टिप्स भी अलग होती है।
जिन शेयर बाजार के नियम का पालन कर आप निवेश कर रहे है ज़रूरी नहीं है की ट्रेडिंग के लिए भी वो ही नियम लाभदायक हो।
भी व्यक्ति या ट्रेडर शेयर मार्केट में प्रवेश करने से पहले एक निवेश लक्ष्य निर्धारित करता है। कुछ निवेशकों को कम समय में अधिक रिटर्न की अपेक्षा करते है और कुछ लॉन्ग-टर्म प्लान बनाते है।
एक ट्रेडर को मुनाफे के लिए और निवेशकों को अधिक रिटर्न पाने के लिए शयरों के बारे में पर्याप्त जानकारी होनी चाहिए, ताकि भविष्य में किसी भी नुकसान का सामना ना करना पड़े।
यहाँ पर हम इन्वेस्टमेंट और ट्रेडिंग दोनों के लिए अलग-अलग share market tips in hindi के बारे में विस्तार में चर्चा करेंगे।
शेयर मार्केट में निवेश करने का मतलब है किसी कंपनी और उसके बिज़नेस में इन्वेस्ट करना। अब जब आप किसी बिज़नेस में अपना पैसा लगा रहे है तो उसके लिए उस कंपनी के आज तक की पूरी जानकारी होना काफी आवश्यक है, साथ ही उस कंपनी में वर्तमान में क्या चल रहा है और आने वाले समय में उस कंपनी ने ग्रोथ के लिए क्या योजनाए बना रखी है।
यहाँ पर निवेश से जुड़ी कुछ टिप्स दी गयी है जो आपको एक सही इन्वेस्टमेंट करने में मदद करेगी।
1. निवेश लक्ष्य निर्धारित करें
Share Market Tips in Hindi में पहला सुझाव यह है की एक निवेशक को सबसे पहले निवेश लक्ष्य (इंवेस्टमेंट टारगेट) करना चाहिए। किसी भी निवेश को शुरू करने से पहले, आपको निवेश के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा।
और लक्ष्य आप कब निर्धारित कर सकते है जब आपको ये जानकारी है कि वह कंपनी में जिस वजह से आप निवेश कर रहे है उससे वह कंपनी कब तक ग्रो कर सकती है। जैसे की आज का समय स्मार्टफोन्स का है तो अगर कोई कंपनी स्मार्टफोन बना रही तो वह ग्रो कर रही होगी और अपने शेयरधारको को अच्छा रिटर्न दे रही होगी।
लेकिन क्या आज से 5-10 साल बाद आप ग्रोथ अपेक्षा कर सकते है?
टेक्नोलॉजी में आये दिन कुछ न कुछ बदलाव और डिमांड आती रहती है इसके चलते जो कंपनी आने वाले 2-4 सालो में तो आप निवेश कर अच्छे रिटर्न की उम्मीद कर सकते है लेकिन उससे आगे अगर कंपनी कोई नयी तकनीक का इस्तेमाल नहीं करती है तो हो सकता है उसमे आप एक निर्धारित समय के बाद ज़्यादा मुनाफा या रिटर्न की अपेक्षा नहीं कर सकते।
दूसरी तरफ अगर ग्रीन एनर्जी जैसे कम्पनीज को देखे तो उसमे अभी हो सकता है आपको कुछ ज़्यादा अच्छा प्रदर्शन न दिखे लेकिन आने वाले समय में आप उसमे ज़्यादा रिटर्न की उम्मीद कर सकते है। तो अगर आप आज किसी ऐसे कंपनी का चयन करते है तो आपको कम से कम उससे 5 साल या उससे अधिक समय तक होल्ड करके ही अच्छा रिटर्न कमाने का मौका प्राप्त होगा।
2. न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए
लक्ष्य निर्धारित करने के साथ आप कितने पैसे के साथ शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते है वह तय करना भी काफी आवश्यक है। वैसे तो आप 100 रुपये से भी मार्केट में निवेश या ट्रेड कर सकते है लेकिन अगर आप ज़्यादा रिटर्न कमाना चाहते है तो उसके लिए एक सही मूल्य के साथ निवेश करना ज़रूरी है।
वैसे तो निवेश कब और कितने कैपिटल के साथ करना चाहिए उसके लिए कई पहलुओं पर ध्यान देना होता है लेकिन अगर आप एक सही शुरुआत चाहते है उसके लिए एक आसान सी स्ट्रेटेजी का पालन कर सकते है, जिसके अनुसार आप अपनी आयु को 100 से घटाए।
अब जो वैल्यू आपके सामने आता है अपनी नेट वर्थ के उतने प्रतिशत राशि के साथ आप शेयर मार्केट में निवेश कर सकते है।
3. फंडामेंटल एनालिसिस करें
अब हर टेक्नोलॉजी कंपनी या हर ग्रीन एनर्जी वाली कंपनी आपको एक जैसा रिटर्न नहीं दे सकती और साथ ही इन सेक्टर में आने वाली हर कंपनी लाभदायक भी नहीं हो सकती। तो इसका निर्णय कैसे ले कि किस सेक्टर की कौन सी कंपनी बेहतर है?
उसके लिए आता है कंपनी का मौलिक विश्लेषण। मौलिक यानी की फंडामेंटल एनालिसिस आपको कंपनी की सभी वैल्यू, प्रॉफिट, रेवेनुए, क़र्ज़ आदि की जानकारी प्रदान करता है। साथ ही वह कंपनी में आने वाले समय में कितने ग्रोथ की अपेक्षा है उससे भी अवगत करवाता है।
एक तरह से कंपनी के अच्छे-बुरे सभी बातो की जानकारी हासिल करने के लिए एक जरिया है।
इसके लिए आपको कंपनी और उसके बिज़नेस की डिटेल में एनालिसिस करनी होती है और अलग-अलग रेश्यो की गणना करती होती जो आपको अंत में एक सही निर्णय लेने में मदद करता है। इसको आसान बनाने के लिए आप पहले शेयर मार्केट एनालिसिस कर सकते है, यानी की इंडेक्स की जानकारी प्राप्त कर सकते है।
इससे आप किन सेक्टर में तेज़ी और मंदी चल रही है उसकी जानकारी प्राप्त कर सकते है और उसके अनुसार स्टॉक का विशेषण कर सकते है।
4. निवेश में विविधता लाएं
अब कभी भी सारा पैसा किसी एक ही स्टॉक या कंपनी में लगा देना एक निवेशक की पहचान नहीं होती है।
आपको शेयर मार्केट में अलग-अलग निवेश के ऑप्शन मिलते है जैसे की इक्विटी शेयर्स, म्यूच्यूअल फण्ड, बांड आदि। साथ ही मार्केट में इतने सारे सेक्टर है, आप अलग-अलग इन्वेस्टमेंट विकल्प को चुन सकते है या फिर जो सेक्टर आने वाले समय में आपको ज़्यादा रिटर्न दे सकते है उनके अलग-अलग स्टॉक का चयन कर उसमे निवेश करने की योजना बना सकते है।
इससे निवेशक को एक अच्छी और संतुलित पोर्टफोलियो बनाए रखने में मदद मिलती है। एक विविध पोर्टफोलियो बेहतर रूप से अस्थिरता के प्रभाव का संभाल सकता है, क्योंकि अक्सर एक सेक्टर का डाउनट्रेंड दूसरे के लिए अपट्रेंड का कारण बनता है।
अब इन्वेस्टमेंट के साथ आपको शार्ट-टर्म ट्रेड का विकल्प भी प्रदान किया जाता है, जिसमे आप कंपनी में होने वाली ग्रोथ पर कम और वर्तमान काल में जो ट्रेंड चल रहा हो उसके अनुसार एक सही पोजीशन ले मुनाफा कमा सकते है।
एक तरह से स्टॉक में होने वाली छोटी-छोटी मूवमेंट एक ट्रेडर के लिए प्रॉफिट कमाने का अवसर लेकर आती है। लेकिन ये कैसे मुमकिन है और इसमें आप किस तरह से अपने प्रॉफिट परसेंट को बढ़ा सकते है, उसके लिए यहाँ कुछ महत्वपूर्ण टिप्स दी गयी है:
1. होल्डिंग समय को निर्धारित करें
जिस तरह से लॉन्ग टर्म निवेश करने के लिए आपको एक लक्ष्य के अनुसार इन्वेस्ट करना चाहिए, ठीक उसी प्रकार स्टॉक मार्केट में ट्रेड करने के लिए भी आपको एक समय को निर्धारित करना होता है। मार्केट में ट्रेडिंग के लिए अलग-अलग विकल्प जैसे की स्कल्पिंग, इंट्राडे ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग, पोसिशनल ट्रेडिंग होते है।
इन सभी ट्रेड का उद्देश्य कम समय में ज़्यादा मुनाफा कमाना ही होता है, लेकिन होल्डिंग पीरियड अलग होता है। तो एक सफल ट्रेडर बनने के लिए आपको इन सभी तरह के ट्रेडिंग विकल्प की पूर्ण जानकारी लेनी चाहिए और उसके अनुसार मार्केट में पोजीशन लेनी चाहिए।
2. टेक्निकल एनालिसिस करें
हर तरह के ट्रेडिंग टाइप के लिए सही स्टॉक का चयन करना बहुत ज़रूरी होता है। तो इसके लिए मार्केट न्यूज़ और कम्पनीज में होने वाली और आने वाली खबरों से अवगत रहें। स्टॉक को चुनने के बाद ज़रूरी है उसमे सही समय में प्रवेश करना जिसके लिए आपको उस स्टॉक का टेक्निकल एनालिसिस करना आवयशक होता है।
टेक्निकल एनालिसिस का मतलब सही तरह के ट्रेडिंग चार्ट का चयन करना, वोलैटिलिटी और वॉल्यूम की जानकारी प्राप्त करना।
ट्रेंड एनालिसिस और मोमेंटम की जानकारी के लिए सही इंडिकेटर को चुनना और उसका सही तरह से इस्तेमाल करना। कई बार एक सही इंडिकेटर आपको गलत संकेत दे सकता है और इसका सबसे बड़ा कारण होता है सही तरह के टाइम फ्रेम को न चुनना।
एक सफल ट्रेडर बनने के लिए इसलिए ज़रूरी है की आप सही तरह से विश्लेषण कर ही मार्केट में निवेश करें।
3. बाजार के जोखिम को समझें
शेयर मार्केट टिप्स में एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुझाव है, ट्रेडर को शेयर बाजार जोखिमों के बारे में अवगत होना चाहिए। मार्केट की अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए, किसी भी ट्रेड के लिए पहले अपने जोखिम सहने की क्षमता को समझना बहुत ज़रूरी होता है। जोखिम लेने की क्षमता शेयर मार्केट में निवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हर निवेशकों से भिन्न होता है।
यह बाजार की अस्थिरता को नियंत्रण करने की क्षमता रखता है जिसका सीधा प्रभाव निवेश की मूल्यों पर पड़ता है। निवेशक की कम-जोखिम लेने की क्षमता नुकसान पर निर्भर करता है या मार्केट के अत्यधिक उतार-चढ़ाव के दौरान तनाव को सहन करने की क्षमता पर।
कम जोखिम वाले निवेशक अक्सर अपनी सिक्योरिटीज को गलत समय पर बेचने से घबराते हैं।
4. भावनाओं पर काबू रखें
शेयर बाजार निवेश के रास्ते में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक भावनाओं पर नियंत्रण करना है। कई निवेशक जरुरी निर्णय लेते समय अपने भावनाओं को नियंत्रित करने में असमर्थ होते हैं। कंपनियों के समग्र बाजार प्रदर्शन और कीमतें शार्ट-टर्म में निवेशकों की भावनाओं को दर्शाती हैं।
कई बार निवेशक का निर्णय अन्य निवेशकों के कार्यों से अत्यधिक प्रभावित होता है। इसके बजाये, निवेशक को तार्किक रूप से निर्णय लेने के लिए स्थिति का विश्लेषण करने आना चाहिए।
इसको सबसे महत्वपूर्ण शेयर मार्केट टिप्स (Share Market Tips in Hindi) में से एक मान कर चलिए.
5. लालची होने से बचें
शेयर बाजार अप्रत्याशित और अत्यधिक अस्थिर हैं। यहां तक कि कई पुराने निवेशक भी मार्केट के मूवमेंट को सही ढंग से समझने में असमर्थ होते हैं।
इसलिए, यह शुरुआती निवेशकों के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। इन्हीं कारणों से निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने निवेश करने से पहले अपनी बाजार से एंट्री और एग्जिट की कीमतें निर्धारित करें।
इसके अलावा, जब निवेशक अपना टारगेट पूरा कर लेता है तो फिर अपने पोजीशन को बंद करने की सलाह दी जाती है। इसके बाद वे अपने मुनाफे को बुक कर सकते है। शेयर मार्केट टिप्स से यह समझना आवश्यक है कि मार्केट की स्थितियों की अपेक्षाओं के साथ लालची कभी नहीं हों।
निष्कर्ष
शेयर मार्केट के फायदे और नुकसान तो काफी है लेकिन एक सही योजना और स्ट्रेटेजी आपको सफल ट्रेडर और निवेशक बनाने में काफी है। किसी भी नए निवेशक को निवेश शुरू करने से पहले कुछ आवश्यक share market tips in hindi को अपने दिमाग में हमेशा रखना चाहिए।
उपरोक्त, एक नए निवेशक के लिए बाजार में ट्रेड करने के लिए कुछ सर्वश्रेष्ठ शेयर मार्किट टिप्स बताया गया है। आप इन टिप्स को पालन कर के मार्केट से बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
यदि आप स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग या निवेश के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो आगे के कदम उठाने में हम आपकी सहायता कर सकते हैं:
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