आइये सबसे पहले हम Intraday Meaning in Hindi का सही अर्थ को समझते हैं। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है, इंट्राडे का मतलब होता है एक दिन के अंदर, और इंट्राडे ट्रेडिंग का अर्थ है एक दिन या एक ट्रेडिंग सेशन के दौरान ट्रेड को बंद कर दिया जाना।
जो ट्रेडर्स एक ही दिन में ट्रेड को शुरू और खत्म कर लेते हैं उन्हें इंट्राडे ट्रेडर्स कहा जाता है।
ऐसे ट्रेडर्स रोजाना मार्केट के बंद होने से पहले ही शेयर खरीदते हैं, बेचते हैं और उसके बाद अपनी ट्रेड को बंद कर लेते हैं। ऐसी ट्रेडिंग को स्टॉक, करंसी या कमोडिटी में किया जा सकता है।
यदि आप नहीं जानते कि share kaise kharide or beche तो फिर पूरी प्रक्रिया को समझना महत्वपूर्ण है।
इसके बाद ही इंट्राडे में आसानी से ट्रेड किया जा सकता है।
इक्विटी इंट्राडे ट्रेडिंग का अर्थ
इंट्रा-डे ट्रेडिंग के स्वरुप के कारण ट्रेड की मालिकाना सिक्योरिटी में कोई बदलाव नहीं आता। इंट्रा-डे ट्रेडिंग का उद्देश्य केवल कम समय में ट्रेडिंग करके बहुत सारा मुनाफा कमाना है।
“इक्विटी इंट्राडे ट्रेडिंग” का मतलब है एक दिन के अंदर ही ट्रेडिंग सेशन में इक्विटी को खरीदना या बेचना।
आइए उदाहरण की मदद से इंट्रा- डे ट्रेडिंग को और बारीकी से समझते हैं और जानते हैं कि यह है क्या :
4 जुलाई, 202o को, एक इंट्राडे ट्रेडर ESCORTS के 100 स्टॉक ₹461 रुपये प्रति स्टॉक की दर से खरीद लेता है। वह उसी दिन बाजार बंद होने से पहले उसे ₹470 प्रति स्टॉक की कीमत पर ट्रेडिंग करके बेच देता है।
इस तरह से उसे हर स्टॉक पर ₹9 रुपये का फायदा होता है। और वह कुल ₹900 बना लेता है।
इंट्राडे ट्रेडिंग में लगातार लाभ कमाने के लिए, ग्राहक को मार्केट मूवमेंट के ट्रेंड को फॉलो करना चाहिए।
उदाहरण के लिए, अगर ट्रेंड पॉजिटिव है तो ग्राहक को लंबा ट्रेड करना चाहिए। उसे पहले शुरुआत में कम भाव पर खरीदना चाहिए और उसके बाद ज्यादा भाव पर उसे बेच देना चाहिए।
दूसरी ओर, यदि ट्रेंड नेगेटिव लग रही है, तो उसे शॉर्टिंग करना चाहिए। यानी कि पहले ज्यादा से ज्यादा दामों में बेचकर बाद में कम से कम दाम में ज्यादा से ज्यादा प्रॉफिट उठाते हुए खरीद लेना चाहिए।
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प्रोपरिएटरी डे ट्रेडिंग का अर्थ
इंट्रा-डे ट्रेडिंग को समझने के बाद एक और तरह की ट्रेडिंग हैं जिसके बारे में आपको जरूर पता होना चाहिए : प्रोपरिएटरी डे ट्रेडिंग।
“प्रोपरिएटरी डे ट्रेडिंग” का मतलब है किसी फाइनेंशियल कंपनी या बैंक द्वारा अपने धन से नहीं, अपने ग्राहकों के धन से ट्रेडिंग करना और कमिशन लेना।
प्रोपरिएटरी डे ट्रेडर एक कॉन्ट्रैक्ट आधारित ट्रेडर होता है जो कि फर्म का प्रॉफिट बढ़ाने के लिए शेयर, फ्यूचर, ऑप्शन, कमोडिटी, करंसी इत्यादि में ट्रेडिंग करता है।
प्रोप्रिएटरी डे ट्रेडिंग में सभी ऑर्डर एक ही दिन में खत्म हो जाते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
इंट्राडे ट्रेडिंग को सीखना बहुत मुश्किल है, इसलिए इसकी तकनीक को अन्य आर्टिकल में बारीकी से बताया गया है। अगर आप शुरूआती ट्रेडर है तो ट्रडिंग गाइड (trading guide for beginners in hindi) को भी रेफेर कर सकते है।
लेकिन सही समझ के बाद सबसे ज़रूरी और महत्वपूर्ण बात जो एक ट्रेडर को ध्यान में रखनी चाहिए वह है सही इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर का उपयोग करना। इसके लिए आप रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI indicator in hindi) का उपयोग कर सकते हो, साथ ही और इंडिकेटर जैसे की मूविंग एवरेज, बोलिंगर बैंड्स आदि जो आपको ट्रेंड और वोलैटिलिटी की जानकारी देते है, उनका इस्तेमाल कर ट्रेडिंग से मुनाफा कमा सकते है।
इंट्राडे के लिए स्टॉक कैसे चुने? एक इंट्रा-डे ट्रेडर को सबसे पहले यह फैसला लेना होता है कि किस शेयर की किस कीमत पर उन्हें खरीदेगा और किस कीमत पर उन्हें बेचेगा, इसके लिए सही समझ के साथ ज़रूरी है इंट्राडे ट्रेडिंग के नियमों (intraday trading rules in hindi) का पालन करना।
इसके अलावा, इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय एक स्टॉप लॉस तय करना होता है, जिसे सभी स्थिति में सख्ती से फॉलो करना जरूरी है। स्टॉप लॉस जरूरी है ताकि अगर मार्केट का ट्रेंड उम्मीद के अलावा किसी और दिशा में चलने लगा तो बड़े घाटे से बचा जा सके।
इसके अलावा एक सबसे ज्यादा जरूरी कदम जो उठाना होता है वो ये है कि अपने फिक्स किए गए प्रॉफिट पर ट्रेड को खत्म करना, ना कि लालच में आकर आगे बढ़ जाना।
इंट्राडे ट्रेडिंग टाइम
इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है, अब ऐसे में ट्रेडिंग का सही समय एक ट्रेडर के लिए बहुत होता है। वैसे तो मार्केट में आप सुबह 9:15 से शाम 3:20 तक ट्रेड कर सकते है लेकिन किस समय में ट्रेड कर आपको सबसे ज़्यादा मुनाफा होगा उसके लिए आपको ट्रेड में अलग-अलग समय के महत्व को जानना बहुत ज़रूरी होता है।
जैसे मार्केट बंद होने के बाद कई तरह की न्यूज़ आती है जो अगले दिन उन स्टॉक को में अधिक ट्रेडिंग का कारण बनती है। ऐसे में मार्केट के पहले घंटे यानी सुबह 9:15 से लगभग 10:30 बजे तक ज़्यादा अस्थिरता देखी जाती है जो एक ट्रेडर के लिए मुनाफा कमाने का एक अवसर लेकर आती है।
इसी तरह से मार्केट में इंट्राडे ट्रेडिंग को समय के आधार पर 4 भागो में बांटा गया है:
- 9:15-10:30- अधिक वोलेटाइल
- 10:30-12:00- न्यनतम वोलैटिलिटी
- 12:00-2:30- स्टेबल मार्केट
- 2:30-3:15- स्क्वायर ऑफ के चलते अधिक वॉल्यूम और वोलैटिलिटी
इंट्राडे ट्रेडिंग टैक्स
इंट्राडे ट्रेड मुनाफा कमाने के उद्देश्य से किया जाता है और इसलिए इसमें कमाए हुए मुनाफे स्पेक्युलेटिवे बिज़नेस इनकम की तरह माना जाता है। मान लेते है की आपकी वार्षिक वेतन 10,00,000 रुपये है और आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर 3,00,000 का मुनाफा कमाते हो, तो यहाँ पर आपकी कुल इनकम 13,00,000 होगी और उसके टैक्स की गणना निम्नलिखित की जाएगी
इनकम टैक्स स्लैब | |
आय स्लैब | टैक्सेशन |
0- रु 2.5 लाख | 0 |
रु 2.5 लाख - रु 5 लाख | 5%= रु 12,500 |
रु 5 लाख - रु 10 लाख | 20% = रु 1 लाख |
रु 10 लाख और अधिक | 30% = रु 90 हज़ार |
यहाँ पर अगर आपकी वार्षिक इनकम और इंट्राडे ट्रेडिंग प्रॉफिट 2,50,000 से कम है तो आपके किसी तरह का कोई टैक्स नहीं लगाया जाता।
ये तो हुए मुनाफे की बात अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में नुकसान होता है तो आप अपने नुक्सान को चार साल तक आगे बढ़ा सकते है और इस दौरान आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में जो भी मुनाफा हो उसे अपने नुक्सान को घटा अपने टैक्स को कम कर सकते हो।
उदाहरण के लिए अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में किसी एक वर्ष 1,00,000 रुपये का नुकसान हुआ लेकिन अगले ही वर्ष 3,00,000 का मुनाफा होता है तो आप इस मुनाफे से 1,00,000 घटा सकते है।
इसके ऊपर अगर आपका वेतन 10,00,000 रुपये है तो कुल 12,00,000 (10,00,000+3,00,000-1,00,000) पर आपको टैक्स देना होगा।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
अब तक आप इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब समझ चुके हैं। अब आइए इस ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान के बारे में बात कर लेते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग के कई फायदे हैं जो नीचे बताये गए हैं:
1. कैपिटल की ब्लॉकिंग नहीं- इंट्राडे ट्रेडिंग में सभी ट्रेड को उसी दिन बंद कर दिया जाता है, इसलिए इसमें कैपिटल की कोई ब्लॉकिंग नहीं होती है। एक इंट्राडे ट्रेडर या तो फिक्स की गई कीमतों पर मुनाफा उठाता है या स्टॉप लॉस पर नुकसान सहता है।
दिन के अंत में दिन के ट्रेड का आउटपुट आसानी से देखा जा सकता है।
2. बुलिश और बियरिश सेंटिमेंट्स दोनों का फायदा – इंट्राडे ट्रेडिंग का सबसे बड़ा फायदा ये है कि ट्रेडर दोनों तरह के सेंटिमेंट का फायदा उठा सकते हैं। ट्रेडर स्टॉक मूवमेंट के अनुसार छोटी और बड़ी ट्रेडिंग, दोनों का हिस्सा बन सकते हैं।
3. बड़े गैप अप और गैप डाउन बनाने वाली न्युज के खिलाफ सुरक्षा – मार्केट के घंटों के बाद कोई भी ऐसी खबर जो दाम बढ़ा या घटा सकती है उसके कारण दूसरे निवेशकों को नुकसान होता है लेकिन इंट्रा-डे में ऐसा कोई नुकसान नहीं होता क्योंकि इंट्रा-डे ट्रेडर्स रोज अपनी ट्रेड को खत्म कर देते हैं।
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इंट्राडे ट्रेडिंग की कमियां
इंट्राडे ट्रेडिंग के कई फायदे होने के साथ ही कुछ नुकसान भी हैं। उनके बारे में नीचे बताया गया है :
1.मार्केट अगर गलत दिशा में गई तो बड़ा नुकसान सम्भव है – इंट्राडे ट्रेडिंग हर रोज मार्केट के घंटों के साथ खत्म हो जाती है इसलिए कभी कभी मार्केट के गलत दिशा में जाने पर बड़ा नुकसान हो सकता है।
2. लगातार ध्यान देने की आवश्यकता – इंट्राडे ट्रेडिंग का एक और नुकसान यह है कि इसमे ट्रेडर को लगातार ध्यान देना होता है। जब तक कोई ट्रेडर अपना पूरा दिन इंट्रा-डे ट्रेडिंग में नहीं लगा सकता, तब तक उसे इंट्रा-डे ट्रेडिंग नहीं करनी चाहिए।
3. ज्यादा कमीशन या ब्रोकरेज – इंट्राडे ट्रेडिंग में लगातार होने वाली ट्रेड के कारण, शेयर बाजार में निवेश की तुलना में ब्रोकरेज चार्ज काफी ज्यादा लगता है। एक समझदार ट्रेडर को ये ज्ञान होने जरूरी है की इंट्राडे ट्रेडिंग में चार्ज कितना लगता है (Intraday Trading Me Kitna Charge Lagta hai)| इसकी सही जानकारी होने पर ही एक ट्रेडर सही स्टॉक ब्रोकर्स का चुनाव करके अपना मुनाफा बढ़ा सकता है |
अगर आपके पास समय कि कोई कमी नहीं है और आप बाजार में अपनी मौजूदगी लंबे समय तक बना कर सकते हैं और इसी मौजूदगी के साथ आप अधिक लाभ अर्जित करना चाहते हैं तो आप पोजिशनल ट्रेडिंग ऑप्शन की मदद ले सकते हैं। अगर आप पोजिशनल ट्रेडिंग को जानना चाहते हैं तो आप Positional Trading Meaning in Hindi को पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
इंट्रा-डे ट्रेडिंग का मतलब समझना आसान है। इस ट्रेडिंग के दौरान आप ट्रेड को उसी दिन शुरू और खत्म करते हैं।
यह एक दोधारी तलवार है इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग की दुनिया में प्रवेश करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो अगले कदम उठाने में हमारी मदद और सलाह ले सकते हैं। शुरू करने के लिए नीचे अपनी बेसिक डिटेल्स भर दें।
बुनियादी विवरण भरने के बाद आपके लिए कॉल बैक का इंतजाम कर दिया जाएगा।