Zerodha vs Upstox in Hindi

हम अक्सर सुनते हैं की इन्वेस्टमेंट करना जोखिम भरा काम है. जिसकी वजह से एक निवेशक या ट्रेडर को हानि का सामना करना पड़ता है। लेकिन ये इतना भी जोखिम भरा नहीं है जितना की हमे बताया जाता है अगर आपके पास एक सही ब्रोकर है तो आप अपने जोखिम को कम करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

इस चीज को और बेहतर ढंग से समझने के लिए हम एक उदाहरण की सहायता लेते हैं। 

मिस्टर निर्मल 15 साल पहले ट्रेडिंग किया करते थे और उस समय ब्रोकर की संख्या कम होने के साथ बैंक आधारित हुआ करते थे इसलिए किसी भी ट्रेडर को ब्रोकर का चयन करने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता था। 

लेकिन रिटारयमेंट के कुछ वर्षो के बाद निर्मल के मन में फिर से ये विचार आया की फिर से ट्रेडिंग शुरू करनी चाहिए लेकिन उसे ये चीज जानकर बहुत हैरानी हुई की अब बाजार में और भी कई अन्य ब्रोकर आ गए हैं जिनमे से कुछ तो काफी एडवांस लेवल की सुविधाएं दे रहे है जिनमे की ऑनलाइन ट्रेडिंग की सुविधा भी शामिल हैं। 

निर्मल ने इसके बाद अपने स्तर पर बाजार का विश्लेषण किया और ये पाया की अब बाजार में कई डिस्काउंट ब्रोकर भी मौजूद हैं जो कम ब्रोकरेज पर ट्रेडिंग की सुविधा दे रहे हैं। इन्ही डिस्काउंट ब्रोकर में से वो अंत में वो  Zerodha और Upstox पर आकर रुके और इस दुविधा में रहे की  वो इन दोनों में से किसका चयन करे। 

तो आइये इस लेख से हम जाने की निर्मल जी ने किस तरह से एक सही स्टॉकब्रोकर का चयन किया ।

  • कंपनी का बैकग्राउंड
  • अकाउंट ओपनिंग शुल्क
  • ब्रोकरेज प्लान 
  • मौजूदा ट्रेडिंग प्लेटफार्म
  • अल्गो ट्रेडिंग की सुविधा
  • मार्जिन ट्रेडिंग की सुविधा
  • अकाउंट फीचर और 
  • कस्टमर सपोर्ट

इन सभी चीजों को जाँचने के बाद ही निर्मल ने अपने लिए सही ब्रोकर का चयन किया। 

तो चलिए शुरू करते हैं। 

Zerodha vs Upstox में अंतर

Upstox की बात करें तो इसकी स्थापना मई 2011 में मुंबई में रवि कुमार, कविता सुब्रह्मण्यम् और श्री विश्वनाथ के द्वार की गयी। 

इसकी शुरुआत इस मकसद के साथ की गयी थी ये अपने सभी ग्राहकों को कम शुल्क पर बेहतरीन ट्रेडिंग की सुविधा उपलब्ध करवाएगा। 

अगर अब हम ज़ेरोधा की बात करें तो इसकी शुरुवात दो भाइयों निखिल कामत और नितिन कामत ने साल 2010 में बंगलौर में की थी। ये देश का पहला ब्रोकर है जिसने शेयर बाजार में निवेशकों के लिए डिस्काउंट ब्रोकरेज की सुविधा प्रदान की। 

लेकिन हमे एक ब्रोकर को चुनते समय और भी कई चीजों को अपने ध्यान में रखना होता है जिनमे कंपनी की विश्वनीयता, ग्राहकों को मिलने वाली सुविधाओं, कंपनी का बैकग्राउंड और वर्तमान स्थिति के साथ अन्य कई चीजों को शामिल किया जाता है।  

तो चलिए हम सबसे पहले इन दोनों ही ब्रोकर के लाभ और हानि पर एक नजर डालते हैं। जैसे की हम सभी जानते हैं की ज़ेरोधा एक बूटस्ट्रैप ब्रोकर है और इसका संचालन बाहरी फंड पर निर्भर नहीं करता है क्योंकि इसके पास ज़ेरोधा की 100% हिस्सेदारी का स्वामित्व है।  और यह उसमे किसी भी प्रकार के बदलाव का अधिकार रखता है। 

अगर दूसरी तरफ Upstox की बात की जाए तो हमे इस चीज को याद रखना चाहिए की देश के बड़े उद्योगपति श्री रतन टाटा और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट दोनों ही इसके बड़े हिस्सेदार हैं। 

वैसे तो यह दोनों ही ब्रोकर देश में सभी ट्रेडर और निवेशको के बीच काफी मशहूर हैं लेकिन फिर भी हमे यह चीज ध्यान में रखनी चाहिए की इनमे से एक ब्रोकर खुद के फण्ड से ही कम्पनी का संचालन करता है जबकि दूसरा देश के जाने-माने उद्योगपति द्वार समर्थित है।

ऐसे में इन दोनों में से किसी एक का चयन करना काफी मुश्किल काम है लेकिन आप अपनी ट्रेडिंग की जरूरत के अनुसार इन दोनों में से किसी एक का चयन कर सकते हैं। 

अब एक नजर इस कंपनी के फंडामेंटल पर डालते हैं कि आखिर इन दोनों ही कंपनी ने हाल के वर्षो में कितनी आमदनी की है 

अगर हम वित्तीय वर्ष 2019 में जहाँ  Upstox  को 13.06 करोड़ के लाभ के साथ 77.5 करोड़ की रेवेन्यू की प्राप्ति हुई लेकिन इसके साथ  ही इस कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2020 में अपने रेवेन्यू में 100% की बढ़ोतरी तो दर्ज की ही साथ ही इसको 37.05 की हानि का भी सामना करना पड़ा। लेकिन हमे इस चीज को याद रखना चाहिए की ज़ेरोधा के बाद Upstox देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रोकर है। 

अगर अब हम ज़ेरोधा की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2019 के मुकाबले में इसके नेट प्रॉफिट में काफी बड़ा बदलाव आया जहाँ ये 2019 में 442.3 करोड़ था वहीं ये 2020 में बढ़कर 1000 करोड़ हो गया।

अब अगर हम ब्रोकर की पंजीकरण की बात करें तो यह दोनों ही ब्रोकर एनएसडीएल  (NSDL) के साथ पंजीकृत (Registered) है इसके साथ ही इन दोनों ब्रोकर के पास एनएसई, बीएसई और एमसीएक्स की सदस्यता भी है। 

इसके अलावा यह दोनों ही ब्रोकर अपने निवेशकों को इक्विटी, करेंसी, कमोडिटी, आईपीओ और म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने की भी अनुमति देता हैं।

नीचे दिए गए टेबल में दोनों ब्रोकर के बारे में सभी जानकारी दी गयी है। 

इस रेस में Zerodha Upstox के मुकाबले में काफी आगे है। ज़ेरोधा न केवल अपने बड़े ब्रांड होने का फ़ायदा ले रहा है बल्कि उसकी उत्तम सेवाएं भी उसे upstox से अलग बनाने में मदद कर रहीं है। 

कंपनी के बैकग्राउंड जानने के बाद हमे इन दोनों ही ब्रोकर के  द्वारा वसूल की जाने वाली ब्रोकरेज शुल्क के बारे में भी पता होना चाहिए।


Zerodha vs Upstox शुल्क

ये दोनों ही ब्रोकर कई प्रकार के शुल्क वसूल करते हैं जिनमे डीपी शुल्क, AMC शुल्क, ट्रांजेक्शन शुल्क आदि वसूल करते हैं। जिनके बारे में इस लेख में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी है 

Zerodha vs Upstox डीमैट शुल्क

ये दोनों ही ब्रोकर डिस्काउंट ब्रोकर होने के नाते कम ब्रोकरेज शुल्क पर ट्रेड की सुविधा देते हैं। लेकिन ये दोनों ही ब्रोकर बाजार में मौजूद अन्य ब्रोकर की तुलना में भी कम शुल्क लेते हैं। इनके द्वार लिए जाने वाले अन्य शुल्कों पर एक नजर डालते हैं। 

Upstox 249 में डीमैट अकाउंट के साथ ट्रडिंग अकाउंट की सुविधा भी देता है। इसके साथ ही आपको इस ब्रोकर को AMC के रूप में प्रति माह 25+18% शुल्क का भुगतान करना होता है। ये शुल्क हर ट्रेडर जिसका Upstox के साथ खाता है देय करना होता है। 

अगर हम ज़ेरोधा की बात करें तो ये अपने ग्राहकों से खाता खोलने के लिए 300 शुल्क लेता है और इसके साथ ही अगर आप अगर इस ब्रोकर के साथ इक्विटी, करेंसी जैसे सेगमेंट में ट्रेड करना चाहते है इसके लिए आपको 200 अतिरिक्त शुल्क अदा करना होगा।

इसके साथ ही ज़ेरोधा AMC के रूप में ₹300 प्रति तीन महीने पर वसूल करता है। 

निर्मल को यहाँ पर Upstox को चुनकर फ़ायदा है क्योंकि वह कम शुल्क के साथ ट्रेड करने के बाद अधिक लाभ ले सकता है।

नोट – Upstox मात्र  ₹249 में ट्रडिंग+डीमैट अकाउंट की सुविधा देता है।


Zerodha vs Upstox ब्रोकरेज प्लान

स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले सबसे जरुरी शुल्क ब्रोकरेज के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरुरी है। 

असल में ये शुल्क ब्रोकर के द्वार हर निष्पादित ट्रेड (executed) पर वसूल किया जाता है। नीचे टेबल बना कर हर सेगमेंट के शुल्क के बारे  में जानकारी दी गयी है। 

Zerodha और Upstock दोनों ही इक्विटी डिलीवरी में ट्रेड करने के कोई भी शुल्क नहीं वसूल करते है इसके साथ ही ये दोनों ही ब्रोकर हर सेगमेंट में अधिकतम ₹20 प्रति ट्रेड ब्रोकरेज शुल्क लेते हैं।

इसके साथ ही ये दोनों ब्रोकर अधिकतम 20 प्रति ट्रेड ब्रोकरेज शुल्क के साथ ही आपको ज़ेरोधा न्यूनतम रूप में 0.05% और Upstox 0.03% शुल्क लेता है। इन दोनों को हम एक उदाहरण की सहायत से समझते हैं।


मान लो आप इंट्राडे  में ₹25,000 का ट्रेड का करते है अब इस ₹25,000 पर Zerodha और Upstox में से कौन कितना शुल्क वसूल करता है आइए देखते हैं। 

Zerodha शुल्क – ₹25,000 का 0.03%
=₹7.5

Upstox शुल्क – ₹25,000 का 0.05%
=₹12.5

न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क होने के बावजूद भी ट्रेडिंग के लिए कम ब्रोकरेज शुल्क लेने वाले ब्रोकर का चयन करना चाहिए। ताकि अधिकतम लाभ कमाया जा सके। 


आमतौर पर ट्रेडर केवल 20 का ब्रोकरेज शुल्क देख कर किसी भी ब्रोकर का चयन कर लेते है किन्तु वो न्यूनतम ब्रोकरेज शुल्क की तुलना करना भूल जाते हैं और इसको नजरअंदाज कर देते हैं। 

उपरोक्त उदाहरण से आप देख सकते हैं कि Zerodha Upstox के मुकाबले में कम ब्रोकरेज शुल्क के साथ ट्रेड करने  की अनुमति देता है। और ऐसे में जब किसी भी ट्रेडर को कम ब्रोकरेज शुल्क के साथ ट्रेड करना हो तो उसको इस मामले में Zerodha का चयन करना चाहिए। 

लेकिन हमे इस उदाहरण के आधार पर ही ब्रोकर का चयन नहीं करना चाहिए इसके अलावा हर ब्रोकर के द्वार कुछ न कुछ हिडन चार्जेज भी होते है जिनके बारे में भी हमें जानकारी होना जरुरी है। 


Zerodha vs Upstox डीपी शुल्क 

जैसे हर ट्रेड पर ब्रोकर ट्रेडर से कुछ न कुछ न कुछ  ब्रोकरेज शुल्क वसूल करता है ठीक ऐसे ही डिलीवरी सेगमेंट में ट्रेड करने के लिए डिपॉजिटरी भी शुल्क लेती है ये शुल्क डीमैट अकाउंट से शेयर के काटने पर लिया जाता है।

और आमतौर पर इन्हें हिडन चार्ज की श्रेणी में रख जाता है लेकिन आजकल ब्रोकर इन शुल्कों को निवेशकों को निवेश करने से पहले या निवेश करने के समय बता देते हैं।

डिलीवरी सेगमेंट में अगर शुल्क की बात की जाए तो Upstox 18.50+18% जीएसटी प्रति स्क्रिप शुल्क और वही दूसरी और ज़ेरोधा केवल ₹13.5+18%जीएसटी प्रति स्क्रिप लेता है इस प्रकार अगर कोई निवेशक डिलीवरी सेगमेंट में ट्रेड करने का इच्छुक होगा तो वह इस मामले में Zerodha का चयन करेगा। अगर डीपी शुल्क की बात की जाए तो Upstox Zerodha के मुकाबले में अधिक शुल्क वसूल करता है। 

शुल्क के बाद सबसे महत्वपूर्ण चीज ट्रेडिंग प्लेटफार्म के बारे में एक निवेशक को सभी जानकारी होना जरुरी है। 


Zerodha vs Upstox में मार्जिन ट्रेडिंग

एक निवेशक को हमेशा से ही ऐसे ब्रोकर की तलाश रहती है जो उसको ट्रेडिंग करने के लिए उच्च मार्जिन की सुविधा प्रदान करे ताकि अगर कभी पैसो के आभाव में ट्रेडर ट्रेड करना भी चाहे तो आपको ट्रडिंग करते समय पैसो से सम्बंधित दिक्कत का सामना न करना पड़े। 

अभी हाल ही में सेबी ने मार्जिन को लेकर अपने नए नियम बनाये है और इन्ही नए नियमो का पालन उन सभी ब्रोकर फार्म को करना है जो सभी के साथ रजिस्टर्ड है नए नियमो के अनुसार अब Upstox और Zerodha निम्नलिखित सीमा तक मर्जिन दे सकते हैं। 

 

इन्वेस्टर अपनी आवश्यकता के अनुसार मार्जिन लेकर ट्रेड कर सकता है। निवेशक Upstox और Zerodha की ऑफिसियल वेबसाइट से मार्जिन कैलकुलेटर की मदद लेकर अलग-अलग सेगमेंट में मिलने वाले मार्जिन का गणना कर सकता है।

अब जब आपके पास हर सेगमेंट में मिलने वाले मार्जिन के बारे में सभी प्रकार की जानकारी होगी तो आप अपनी सुविधा के अनुसार मार्जिन लेकर ट्रेड कर सकते हैं। 


Zerodha vs Upstox ट्रडिंग प्लेटफार्म

एक अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफार्म आपको बिना किसी परेशानी के ट्रेड करने और अच्छा लाभ कमाने में मदद करता है। 

तो ब्रोकर का चुनाव करते समय भी इस चीज को ध्यान में रखना चाहिए की  ब्रोकर ट्रेडर को ट्रेड करने के लिए किस प्रकार का ट्रेडिंग प्लेटफार्म उपलब्ध करवा रहा है और उसमे कौन-कौन से फीचर शामिल हैं साथ ही इस चीज को भी ध्यान में रखना चाहिए की क्या वह सभी फीचर आपके अनुकूल है। 

अगर ट्रेडिंग प्लेटफार्म की बात करें तो यह दोनों ही ब्रोकर मोबाइल एप्लीकेशन की सुविधा तो देते ही हैं लेकर अगर डेस्कटॉप एप्लीकेशन की बात की जाए तो Upstox, डेस्कटॉप एप्लीकेशन सुविधा भी देते है लेकिंन zerodha ऐसी कोई भी सुविधा नहीं देता है। बाकि अन्य जानकारी नीचे टेबल बना कर दी गयी है:

 

अगर हम UPSTOX के डेस्कटॉप एप्लीकेशन NEST की बात करें तो यह एप्लीकेशन  UPSTOX  पर ट्रेडर को फ्री में ट्रेड करने की अनुमति देती है। इस एप्लीकेशन का प्रयोग आप अपनी ट्रेडिंग की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकते हो साथ ही आप इस एप्लीकेशन मे अपनी सुविधा के हिसाब से बदलाव कर सकते हो।

अगर डेस्कटॉप एप्लीकेशन की बात करें तो Zerodha इस प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं देता है लेकिन अगर आप बड़ी स्क्रीन पर ट्रेडिंग का मजा लेना चाहते हैं तो आप इसकी  कुछ  वेब एप्लीकेशन जैसे Zerodha kite  web और  Zerodha Coin की  मदद से बड़े स्क्रीन पर ट्रेडिंग का आनंद ले सकते हैं साथ ही आप इसकी मदद से अलग-अलग सेगमेंट में आसानी से ट्रेड कर सकते हैं।

अब इस तुलना के बाद ये चीज साफ़ है कि ज़ेरोधा अपने ग्राहकों को ट्रेडिंग के लिए कई प्रकार की सुविधएं देता है जिनमे Zerodha मोबाइल एप्लीकेशन शामिल हैं इन एप्लीकेशन में Zerodha Kite उन ट्रेडर्स के लिए है जो सामान्य ट्रेडिंग करते हैं। Zerodha Coin म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए और Zerodha वर्सिटी जोकि नए ट्रेडर को निवेश करने सम्बन्धी शिक्षा सामग्री उपलब्ध करवाते हैं जिनमे वीडियो और ब्लॉग शामिल हैं। 


Zerodha vs Upstox अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफार्म

अल्गो ट्रेडिंग भले ही अभी बाजार में एक नया कॉन्सेप्ट है लेकिन ट्रेडिंग के लिहाज से इसकी तुलना करना भी उतना ही जरुरी है जितना की बाकि अन्य चीजों का।

यह फीचर असल में उन निवेशकों और ट्रेडर के लिए एक अच्छा विकल्प है जो सारा दिन ट्रेडिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल नहीं करते है और जिनके पास समय की अक्सर दिक्कत रहती है ऐसे भी वो निवेशक इस फीचर का लाभ ले सकते हैं। 

यह एक एडवांस ट्रेडिंग प्लेटफार्म है जिसमे निवेशक को ट्रेड करने के लिए इंडीकेटर के साथ और भी कई फीचर मिलते है जिसकी मदद से ट्रेडर आसानी से ट्रेड कर सकता है। 

ये सुविधा निर्मल जैसे उन ट्रेडर के लिए काफी लाभदायक है जो सारा दिन न तो कंप्यूटर के आगे बैठ सकते हैं और न ही जिनके पास इतना समय है। आप अल्गो ट्रेडिंग के माध्यम से इसमें सभी फ़िल्टर का इस्तेमाल करके अपने ट्रेड को बिना किसी रुकावट के आसानी से कर सकते हो। 

लेकिंन निर्मल को उस समय हैरानी हुई जब उसे इस बात की जानकारी मिली की उसे किसी अलग भाषा या किसी और प्रकार की योग्यता की जरूरत नहीं है बल्कि वह मासिक भुगतान करके भी इस सुविधा का लाभ ले सकता है। 

अब आप भी निर्मल की तरह ही सिर्फ कुछ शुल्क अदा करने के बाद भी इस सेवा ले सकते हैं:

जैसे की ऊपर टेबल बना कर इस बारे में जानकारी दी गयी है zerodha 5 अलग-अलग प्रकार के ट्रेडिंग प्लेटफार्म की सुविधा देता है जिनमे Zerodha Streak, Zerodha Kite Connect, Zerodha Pi और AlgoZ शामिल हैं।

UPSTOX अलगो ट्रेडिंग के लिए अपने निवेशकों को अपना अलग प्लॅटफॉर्म जिसका नाम Algolab है इसका अपना एपीआई डैशबोर्ड है जिसका नाम Amibroker AFL हैं। 

अगर हम ज़ेरोधा के अल्गो ट्रेडिंग प्लेटफार्म की यानी Zerodha’s streak की बात करे तो ये ट्रेडिंग प्लेटफार्म ट्रेडर्स के बीच काफी मशहूर है क्योंकि यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म इस्तेमाल करने में काफी आसान है और इसको कोई भी इस्तेमाल करके ट्रेड कर सकता है। 

क्योंकि यह ट्रेडिंग प्लेटफार्म आपको आपकी आवश्यकता के अनुसार ट्रेड करने जैसे की कब शेयर खरीदने चाहिए और कब बेचने चाहिए के बारे में सिंग्नल भी देता है।

 

ज़ेरोधा जहाँ अल्गो प्लेटफार्म इस्तेमाल करने के ₹2000 प्रति माह की दर से शुल्क लेता है वही दूसरी और Upstox केवल ₹1000 प्रति माह की दर पर अलगाव प्लेटफार्म की सुविधा देता है।

लोग अक्सर कम शुल्क देख कर किसी भी ब्रोकर का चयन कर लेते है वह काम शुल्क में मिलने वाली सुविधाओं की तरफ ध्यान नहीं देते है जिसकी वजह से उन्हें बाद में ट्रडिंग करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। यहाँ पर निर्मल ने कम ब्रोकरेज शुल्क के साथ अधिक सेवा देने वाले ब्रोकर का चयन किया।

चलिए और कुछ मत्वपूर्ण फीचर के बारे में बात करते  हैं की आखिर निर्मल ने किस ब्रोकर का चयन किया। 


Zerodha vs Upstox रिसर्च और एडवाइजरी

ये दोनों ही ब्रोकर रिसर्च टूल्स की सुविधा भी देते हैं लेकिन ये सुविधा एक्टिव ट्रेडर और उन ट्रेडर के लिए है जो रोजाना ट्रेड करते है क्योंकि इस सेवा का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेडर को शुल्क देना होता है।  इसलिए नए निवेशकों को इस सेवा को इस्तेमाल करने की सलाह  नहीं दी जाती है। 

Zerodha अपने ग्राहकों को एक स्पेशल फीचर जिसका नाम Stock Report+ है की सुविधा देता है। 

इसमें ग्राहक कको 3000 स्टॉक देखने को मिलते हैं और इन सभी की रिपोर्ट थॉमसन रायटर्स के द्वारा तैयार की जाती है। ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार इन 3000 स्टॉक में से किसी में भी निवेश कर सकता है।

इस सुविधा का लाभ लेने के लिए आपको कुछ शुल्क देना होता है जिसकी जानकारी नीचे दी गयी है। 


Zerodha vs Upstox अकाउंट फीचर

सभी जरूरी चीजों के बारे में जानने के बाद हमे इस चीज के बारे में भी पता होना चाहिए की ये दोनों ब्रोकर ऊपर लिखी सेवाओं के अलावा और कौन सी सेवाएं देते हैं। 

ये दोनों ही ब्रोकर ऑनलाइन और ऑफलाइन अकाउंट खोलने की सुविधा देता है ग्राहक अपनी सुविधा के हिसाब से अकाउंट खुलवा सकता है। 

ऑनलाइन अकाउंट खुलवाने के लिए आप अपने मनपसंद के ब्रोकर की वेबसाइट पर जाकर अपना अकाउंट खुलवा सकते हैं। 

ऑफलाइन खाता खुलवाने के लिए आपको  ब्रोकर की ऑफिसियल वेबसाइट से फॉर्म को डाउनलोड करना होगा इसके बाद आप जिस भी सेगमेंट में ट्रेड करना चाहते है उसकी जानकारी भरें साथ ही कुछ जरुरी दस्तावेज जैसे पहचान पत्र के साथ वर्तमान एड्रेस प्रूफ की फोटोकॉपी को लगाएं और कूरियर के माध्यम से इसको हेडक्वार्टर भेज दें।

वर्तमान में लगभग हर चीज इंटरनेट के माध्यम से मौजूद है। इसलिए हर कोई घर बैठ कर ही इंटरनेट की मदद से बिना किसी रुकावट के ट्रेड करने का आनंद लेना चाहता है। 

तो चलिए देखते हैं। 

अगर आप नए निवेशक है और आप इस दुविधा में है की किसी ट्रेडिंग एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके ट्रेड कैसे किया  जाता है तो आप अब Upstox के Pro Web प्लेटफार्म पर डेमो ट्रडिंग का सहारा लेकर ट्रेडिंग सीख सकते है।

ये सुविधा केवल Upstox के साथ ही मौजूद है जबकि ज़ेरोधा इस प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं देता है जिसमे निवेशक बिना किसी जोखिम के निवेश किए बिना ही ट्रेडिंग सीख सके। 

लेकिन zerodha kite नए निवेशकों को इस प्रकार की सभी जानकारी देता है जिसमे की अब कम समय में और अधिक लाभ कमा सकते हैं। 


Zerodha vs Upstox कस्टमर सपोर्ट

किसी भी ब्रोकर के साथ कोई भी निवेशक या ट्रेडर एक विश्वास के साथ जुड़ता है की अगर उस उसको कभी ट्रेडिंग के दौरन अगर किसी भी परेशानी का सामना करना पड़े तो उसका ब्रोकर उसकी मदद करे इसी चीज को ध्यान में रखते हुए हर ब्रोकर कस्टमर सपोर्ट के जरिए अपने ग्राहकों की समस्याओं का हल निकालते हैं। 

ठीक इसी प्रकार से मिस्टर निर्मल अपने ब्रोकर के साथ इसलिए जुड़े रहे क्योंकि उनका ब्रोकर उन्हें उत्तम सेवाएं देता था और साथ ही वह अगर ट्रेडिंग के दौरान कोई मुश्किल आती भी थी तो उसको कस्ट्मर सपोर्ट के जरिये सुलझा दिया करता था 

तो आइए देखते हैं की इन दोनों ब्रोकर में से को किस प्रकार से अपनी ग्राहकों की सेवा में रहता है:

वैसे तो ये दोंनो ही ब्रोकर अपने ग्राहकों की सेवा में सदैव तत्पर रहते है ताकि उनके ग्राहक बिना किसी रूकावट के ट्रेड कर सके।

अगर कस्टमर सपोर्ट एक नजर डालें तो Upstox चैट और एसएमएस के साथ-साथ फोन,कॉल और ईमेल के जरिए भी अपने ग्राहकों को कस्टमर सपोर्ट की सुविधा देता है। 

अब अगर zerodha की इस मामले में बात करें तो यह चैट, एसएमएस और फ़ोन और कॉल के माध्यम से अपने ग्राहकों को कस्टमर केयर की सुविधा देता है यह ब्रोकर ई-मेल द्वार कस्टमर सपोर्ट की सुविधा नहीं देता है। 

लेकिन इस मामले में zerodha को upstox से एक चीज अलग बनाती है वह है इसकी ऑफलाइन कस्टमर केयर की सुविधा जिसमे आप इनके सेंटर पर जाकर भी अपनी परेशानी का हल पा सकते हैं।  इस समय zerodha ऑफलाइन सर्विस सेंटर के तौर पर 75 से अधिक शहरों में अपनी 120 से अधिक ब्रांच के जरिये सेवाएं दे रहा है। 

जबकि upstox ऐसी कोई भी सेवा नहीं देता है। 


Zerodha vs Upstox में से कौन बेहतर है। 

दोनों ब्रोकर का पूरे तरीके से विश्लेषण करने के बाद नीचे दिए गए इनके रिव्यु और रेटिंग के बाद इस चीज को जानते हैं कि मिस्टर निर्मल ने किस ब्रोकर का चयन किया। 

इस पूरी तुलना को पढ़ने के बाद आप भी मिस्टर निर्मल की तरह अपने लिए बेस्ट सेवाओं के आधार पर ब्रोकर का चयन कर सकते हैं।

अगर आपके में फिर भी कोई शंका या सवाल है तो आप हमारी वेबसाइट “अ डिजिटल ब्लॉगर” पर जाकर अपने सभी सवालो के जवाब पा सकते हैं। 


अब अगर इस समीक्षा को पढ़कर अपने भी अपना मनपसंद ब्रोकर चुन लिया और आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास डीमैट अकाउंट होना चाहिए।

अभी डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए नीचे दिए फॉर्म को भरें।