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यदि आप शेयर मार्केट ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं तो आपको पता होना चाहिए कि शेयर बाजार कितने बजे खुलता है?
शेयर बाजार के समय को लेकर लोगों को हमेशा कन्फ्यूज़न रहती है। लेकिन आप परेशान मत होइए, आज इस आर्टिकल में हम शेयर बाजार के समय को लेकर डिटेल में बात करेंगें।
जैसा कि आपको पता है कि भारत में दो प्रमुख एक्सचेंज यानि कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज है।
आपको ट्रेडिंग करने के लिए इन एक्सचेंज का समय पता होना चाहिए। हम आपको बता दें कि वैसे तो इन दोनों एक्सचेंज का समय एक ही है।
ये दोनों एक्सचेंज सोमवार से शुक्रवार तक खुले रहते हैं और वीकेंड के दिनों पर पर बंद रहते हैं।
हालांकि, राष्ट्रीय छुट्टियों पर शेयर मार्केट बंद रहती है, लेकिन दिवाली के दौरान यह कुछ घंटों के लिए खुली रहती है, जिसे ‘Mahurat Trading‘ के रूप में जाना जाता है।
इस विशेष दिन के लिए ट्रेडिंग हार्स का समय दिवाली से कुछ दिन पहले ही तय किया जाता हैं।
आइए, अब हम शेयर बाजार के समय पर विस्तार से बात करते हैं।
भारत में शेयर बाजार के समय को तीन भागों में विभाजित किया गया है जो इस प्रकार है:
- प्री-ओपनिंग सेशन
- नॉर्मल सेशन
- पोस्ट क्लोजिंग सेशन
चलिए, अब हम एक एक करके इन सेशन के बारे में चर्चा करेंगे।
प्री-ओपनिंग सेशन
यह सेशन मार्केट कि स्थिरता को बनाए रखने के लिए रखा गया है। यह मार्केट में बैलन्स बना के रखता है ताकि मार्केट को उनकी शुरुआती कीमत का पता चल सके।
प्री-ओपनिंग सेशन में आप केवल निफ़्टी ५० के शेयर ही खरीद व बेच सकते हैं।
इस सेशन को आगे चलकर तीन भागों में बाँटा गया है:
सुबह 9:00 से 9:08 बजे तक (ऑर्डर एंट्री सेशन)
इस समय में कोई भी निवेशक ऑर्डर खरीद और बेच सकता है यानि ये सेशन आपको ऑर्डर खरीदने ओर बेचने की अनुमति देता है।
इसके अलावा, इस सेशन में आप अपने ऑर्डर में कोई बदलाव कर सकते हैं और आप चाहें तो इतने समय में उस ऑर्डर को रद्द भी कर सकते हैं।
आपके लिए यह जरूरी है कि 9:07 से पहले आप अपने ऑर्डर को एक्सक्यूट कर सकते हैं, क्योंकि शेयर मार्केट के काम करने के तरीके का किसी को नहीं पता कि यह कब ओर कैसे काम करता है।
अगर आप अपना ऑर्डर समय पर एक्सक्यूट नहीं करते हैं तो यह कैन्सल भी हो सकता है।
सुबह 9:08 से 9:12 बजे तक (ऑर्डर मैचिंग सेशन)
इस समय में आप अपने ऑर्डर में कोई बदलाव नहीं कर सकते और ना ही आप अपने ऑर्डर को कैन्सल कर सकते हैं।
इस सेशन का उपयोग ऑर्डर कि मैचिंग करके उनका शुरुआती मूल्य तय करने के लिए किया जाता है।
इसका मतलब यह है कि यदि अपने अपने ऑर्डर में कोई लिमिट तय कि है तो पहले उस मूल्य को मार्केट की कीमतों से मैच किया जाता है।
यदि वह कीमत मार्केट की तय कीमत से नीचे आती है तो आपका ऑर्डर एक्सक्यूट हो जाता है नहीं तो आपका ऑर्डर निष्पादित नहीं होता।
सुबह 9:12 से 9:15 बजे (बफर सेशन)
यह एक बफर सेशन है। इस सेशन में जांच पड़ताल की जाती है, मतलब यह है कि यदि शुरू के दो सेशन में यदि कोई असमानता होती है तो इस सेशन में उसकी जांच की जाती है।
इस सेशन का उपयोग आगे होने वाली प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए किया जाता है। यह इसलिए किया जाता है ताकि ट्रेडिंग आसानी से हो सके।
नॉर्मल-सेशन
इस सेशन का समय सुबह 9:15 से शाम 3:30 बजे तक होता है। इस सेशन में कोई ब्रेक नहीं होता है।
इस सेशन में ज़्यादतर ट्रेडिंग होती है, और यह वह समय होता है जब ट्रेडर या निवेशक शेयर खरीद और बेच सकते हैं।
इस सेशन के शाम 3:30 से 3:40 बजे के समय में शेयर के क्लोज़िंग प्राइस की गणना कि जाती है।
इसमें स्टॉक मार्केट इंडेक्स जैसे की सेंसेक्स और निफ्टी अपने इंडेक्स मूल्य की गणना करते है जोकि 3.00 बजे से 3.30 बजे के बीच आख़िरी के 30 मिनट में ट्रेड किये शेयर के भाव से प्राप्त किये जाते है।
पोस्ट क्लोजिंग सेशन
आखिर में पोस्ट-क्लोज़िंग सेशन आता है और यह दोपहर 3:40 से शाम 4:00 बजे तक होता है। इस सेशन को आफ्टर मार्केट ऑर्डर यानि एएमओ भी कहते हैं।
इस समय में मार्केट बंद होने के बाद भी आप अपने शेयर खरीद और बेच सकते हैं। लेकिन इन शेयर का प्राइस 3:30 बजे वाले प्राइस यानि कि क्लोज़िंग सेशन वाला प्राइस ही रहता है।
उदाहरण: जैसे कि अगर आपने 1000 शेयर खरीदने की जगह गलती से 10000 शेयर ले लिए और आपके पास डिलीवरी के पैसे नहीं है तो आप इस सेशन उन शेयर्स को बेच सकते हैं जहां शेयर्स बेचने का भाव मार्किट क्लोजिंग वाला ही रहता है।
हमें उम्मीद है कि शेयर मार्केट की टाइमिंग के बारे में आपके जितने सवाल थे उनकी जानकारी आपको मिल गई होगी।
यदि आप डीमैट खाता खोलना चाहते हैं तो कृपया नीचे दिए गए फॉर्म को देखें:
यहाँ अपना बुनियादी विवरण भरें उसके बाद आपके लिए कॉलबैक की व्यवस्था कर दी जाएगी।
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