हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड आईपीओ

अन्य IPO का विश्लेषण

इस साल निवेशकों की आईपीओ में बहुत रुचि देखने को मिल रही है। साथ ही, कंपनियों का भी आईपीओ के प्रति काफी झुकाव देखने को मिल रहा है। इस महीने प्राइमरी मार्केट में हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड आईपीओ ने अपनी दस्तक दे दी है

शेयर मार्केट में इतने सारे अपकमिंग आईपीओ आपको कंफ्यूज करने वाले हैं कि कौन सा आईपीओ आपके लिए फायदेमंद होगा।

अगर आप भी आईपीओ में निवेश करने के लिए उत्सुक हैं, तो यहाँ हम Heranba Industries IPO in Hindi के बारे में बताएंगें।

हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड आईपीओ 23 फरवरी 2021 को लॉन्च होने वाला है और इसकी क्लोज़िंग डेट 25 फरवरी 2021 है।

इसका मतलब है कि आप 3 दिनों तक इस आईपीओ की सब्स्क्रिप्शन ले सकते हैं।

आईपीओ को आमतौर पर इनिशियल पब्लिक ऑफर के रूप में जाना जाता है।  

आईपीओ को एक कंपनी द्वारा पहली बार पब्लिक के लिए लाया जाता है। ज्यादातर समय, छोटे या माध्यम स्तर के बिज़नेस होते है, लेकिन कई बार बड़े नाम भी होते है।

सरल शब्दों में बात करें तो जब कोई कंपनी अपने कुछ शेयर पब्लिक के लिए लेकर आती है, तो उसे आईपीओ कहते हैं। 

आप इन शेयर कि सब्स्क्रिप्शन ले सकते हैं और प्रॉफिट कमा सकते हैं।  

आइये, कंपनी की विस्तृत समीक्षा करें और हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ की ओपनिंग डेट, ऑफर प्राइस, सब्सक्रिप्शन, अलॉटमेंट और GMP पर बात करें। 

इसके साथ ही, यहाँ हम अन्य विवरण जैसे कि कंपनी का बैकग्राउंड, वित्तीय रिपोर्ट, प्रमोटर आदि पर चर्चा करेंगें।   


अगर आप इस आईपीओ में अप्लाई करने से चूक गए है तो आपके पास MTAR Technologies IPO के लिए अप्लाई करने का मौका अभी भी है।


Heranba Industries IPO Details in Hindi

चलिए, Heranba Industries ltd IPO के बारे में गहराई से बात करते हैं :

                     Heranba Industries ltd IPO
आईपीओ खुलने की तारीख  23 फरवरी, 2021 
आईपीओ बंद होने की तारीख  25 फरवरी, 2021 
फेस वैल्यू  ₹10 प्रति इक्विटी शेयर 
प्राइस बैंड  ₹626 से ₹627 प्रति इक्विटी शेयर 
मार्केट लॉट  23 शेयर 
फ्रेश इश्यू  ₹60 करोड़ 
आईपीओ साइज़  ₹625 करोड़ 
ऑफर फॉर सेल  90.15 लाख शेयर
इश्यू टाइप  बुकबिल्ड इश्यू
लिस्टिंग  एनएसई और बीएसई 

Heranba Industries ltd IPO 23 फरवरी, 2021 को खुलेगा और यह 25 फरवरी, 2021 को बैंड हो जाएगी। 

आप 3 दिनों तक इस आईपीओ में बिड लगा सकते हैं।

इस आईपीओ के जरिए कंपनी ₹625 करोड़ जुटाने की योजना में है। इस पैसे का उपयोग यह कंपनी अपनी जरूरतों को पूरा करने में करेगी। इस आईपीओ के लिए प्रत्येक शेयर की फेस वैल्यू ₹10 रुपये है, लेकिन आईपीओ का प्राइस बैंड ₹626 से ₹627 प्रति इक्विटी शेयर हैं। 

आईपीओ का मार्केट लॉट 23 शेयर हैं।

इसका मतलब है कि एक लॉट खरीदने के लिए आपको कम से कम ₹14,398 रुपये खर्च करने होंगें। 

हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ में 60 करोड़ के फ्रेश इश्यू जारी होंगें। वहीं 90.15 लाख शेयर ऑफर फॉर सेल के लिए रखे जाएंगे। 


हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ की अलॉटमेंट तारीख 

यहाँ हम आपको पोस्ट आईपीओ डिटेल्स के बारे में बताएंगें। जब आप आईपीओ की सब्स्क्रिप्शन ले लेते हैं तो यह उसके बाद की प्रक्रिया है।  

आईपीओ की सदस्यता लेने के बाद आपको पता होना चाहिए कि शेयर आपके अकाउंट में कब क्रेडिट किये जाएंगे। 

अलॉटमेंट, रिफन्ड, लिस्टिंग आदि जानने के लिए नीचे दिए गए टेबल को देखें:

अलॉटमेंट की फाइनल डेट 2 मार्च, 2021 
रिफन्ड की तारीख  3 मार्च, 2021 
डीमैट अकाउंट में शेयर्स क्रेडिट करने की तारीख  4 मार्च, 2021 
शेयर लिस्ट किये जाएंगे  5 मार्च, 2021 
  • आपके द्वारा आईपीओ की सब्स्क्रिप्शन लेने के बाद 2 मार्च, 2021 को ये शेयर आपको अलॉट किये जाएंगे। 
  • यदि आपको शेयर अलॉट नहीं होते हैं, तो 3 मार्च, 2021 को आपको पैसे रिफन्ड कर दिए जाएंगे।
  • जिन निवेशकों का नाम अलॉटमेंट लिस्ट में आ जाता है, फिर उनके डीमैट खाते में 4 मार्च, 2021 को शेयर्स क्रेडिट होंगें।
  • 5 मार्च, 2021 को ये शेयर एक्सचेंज (बीएसई और एनएस) पर लिस्ट हो जाएंगे।

हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड आईपीओ की सब्स्क्रिप्शन 

दिन/तारीख  QIB NII RII Empl कुल सब्स्क्रिप्शन 
पहला दिन- 23 फरवरी 
दूसरा दिन- 24 फरवरी 
तीसरा दिन- 25 फरवरी 
शेयर ऑफर किये गए हैं या नहीं किये गए 

निवेशकों के द्वारा सबस्क्राइब किये गए शेयर यहाँ अपडेट किये जाएंगे।  


हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ ग्रे मार्केट प्रीमियम

Heranba Industries ltd IPO की GMP क्या है, यह जानकारी बेहद जरूरी है। 

आप सोच रहे होंगे कि IPO में ग्रे मार्केट प्रीमियम क्या होता है?

तो चलिए, बात करते हैं।  

GMP का मतलब “ग्रे मार्केट प्रीमियम” है और उस वैल्यू या कॉस्ट को दर्शाता है, जिस पर कंपनी के शेयरों का ग्रे मार्केट में कारोबार किया जाता है।

ग्रे मार्केट टर्म, असंगठित मार्केट को दिखाता है, जहां पर स्टॉक मार्केट प्लेटफॉर्म के बिना ट्रेडिंग होती है।

हालाँकि, ग्रे मार्केट अवैध लगता है, लेकिन यह अवैध होने के बजाय अनौपचारिक (Unofficial) है। 

ऐसा इसलिए है क्योंकि बड़ी संख्या में ट्रेडर्स इसे एक बड़े अवसर के रूप में देखते हैं क्योंकि यह वर्तमान और भविष्य के आईपीओ के प्रदर्शन को दर्शाता है।

इसलिए, एक आईपीओ का जीएमपी मूल्य जितना बेहतर होगा, सेल करते समय लाभ प्राप्त करने की संभावना उतनी बेहतर होगी।

हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ जीएमपी / ग्रे मार्केट प्रीमियम की कीमत ₹200-220 रुपये है, कोस्तक रेट ₹300 रुपये है और सौदा का विषय एक्स है।

चलिए, आगे बढ़ते हैं और हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी के बैकग्राउंड के बारे में बात करते हैं।


हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी की जानकारी 

Heranba Industries ltd मैन्युफैक्चरिंग और मार्केटिंग बिज़नेस का काम करती है।

यह कंपनी गुजरात में स्थित है, जो फसलों की सुरक्षा के लिए कीटनाशक दवाई बनाती है। 

यह कंपनी सिंथेटिक पाइरेथ्रॉइड के प्रमुख डमेस्टिक प्रोडक्टस जैसे कि साइबरपेथ्रिन, अल्फाइपरपरमेथ्रिन, डेल्टामेथ्रिन, पेर्मेरिन, लैम्ब्डा साइहेलोथ्रिन आदि बनाने वाली कंम्पनियों में से एक है।

पेस्ट कंट्रोल के लिए कीटनाशकों की रेंज में कीटनाशक (insecticides), शाकनाशी (herbicides), कवकनाशी (fungicides) और पब्लिक हेल्थ प्रोडक्ट हैं। उनके बिज़नेस इस प्रकार हैं:

इनकी पूरे भारत में रिसर्च और डेवलपमेंट, मैन्युफैक्चरिंग और फसल सुरक्षा रसायनों, सार्वजनिक स्वास्थ्य और पशु स्वास्थ्य समाधानों की एक विस्तृत श्रृंखला के डिस्ट्रीब्यूशन में काम करता है।

हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड का भारत में काफी बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है जिसमें देश भर के 16 राज्यों और 1 केंद्र शासित क्षेत्र (UT) के 9,400 से ज्यादा डीलर इसके साथ जुड़े हुए हैं।

इस कंपनी के प्रोमोटर सदाशिव के शेट्टी और रघुराम के शेट्टी हैं। 

इस इश्यू के मुख्य प्रबंधक एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, बाटलीवाला और करणी सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड हैं और इसके रजिस्ट्रार बिगशेयर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड हैं। 

आपको कंपनी के बैकग्राउंड के बारे में जानकारी मिल गई है, तो चलिए अब हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी की 

फाइनेंशियल स्टेटमेंट को देखते हैं। 


हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ की फाइनेंशियल स्टेटमेंट

कंपनी के व्यवसाय की परफॉरमेंस को समझने और विकास की संभावनाओं का मूल्यांकन करने के लिए कंपनी के पिछले वित्तीय परफॉरमेंस पर एक नज़र डालें:

                                              राशि ( मिलियन में)
30-Sep-20 31-Mar-20 31-Mar-19 31-Mar-18
कुल एसेट  7,881.20 6,247.63 5,604.43 4,504.65
कुल रेवेन्यू  6,192.11 9,679.06 5,604.43 7,504.10
कुल खर्च* 8,390.63 8,897.18 6,741.03
टैक्स के बाद प्रॉफिट  663.11 977.50 754.02 468.76 

यह टेबल, हेरंबा इंडस्ट्रीज की वित्तीय रिपोर्ट को हाल के तीन वर्षों- 2018, 2019, और 2020 में दर्शाता है। नीचे दिए गए पॉइंट्स, टेबल में दिखाए गए डाटा के बारे में बताता है:

  • इस समय के दौरान, कंपनी की कुल आय ₹750.41 से ₹967.90 रुपये 8.85% के सीएजीआर पर बढ़ी।
  • इसके अतिरिक्त, कंपनी के कुल एसेट 11.52% सीएजीआर में बढ़े।
  • इसके अलावा, 2018 और 2020 तक, टैक्स के प्रॉफिट के बाद 27.76% की सीएजीआर में काफी वृद्धि देखी जा सकती है।

हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ का उद्देश्य

हेरंबा इंडस्ट्रीज कंपनी के आईपीओ के उद्देश्य हैं:

  1. वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताओं को पूरा करना।
  2. सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए खर्च को पूरा करना ; तथा
  3. आईपीओ खर्चों को पूरा करना।

इनकी बिज़नेस रणनीतियाँ भी हैं जो इस प्रकार है:

  1. उत्पादन क्षमता और ऑपरेशन को बढ़ाना और मैनेज करना।
  2. नए प्रोडक्ट डेवलपमेंट के लिए यूनिट III (सरिगम यूनिट) में एक नई आरएंडडी (R&D) सुविधा विकसित करना।
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका ( USA) और यूरोप के रेगुलेट मार्केट में प्रवेश करना।
  4. अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में फॉर्मूलेशन टेक्निकल बिज़नेस को बढ़ाना।
  5. ब्रांडेड फॉर्मूलेशन और पब्लिक हेल्थ प्रोडक्ट सेगमेंट।

हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ के फायदे

हालाँकि, आईपीओ कुछ फायदे हैं, लेकिन क्या आपको यकीन है कि हेरंबा आईपीओ पैसा निवेश करने लायक है?

आइए, हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ के फायदों पर नजर डालते हैं:

  • हेरंबा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पास मैन्युफैक्चर्ड पाइरेथ्रोइड्स के बहुत अधिक प्रोडक्ट हैं।
  • हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ की सदस्यता के अन्य लाभों में से एक यह है कि इस फर्म ने मिडल ईस्ट, सीआईएस(CIS), एशिया, दक्षिण ईस्ट एशिया और अफ्रीका में 41 देशों में 371 से अधिक तकनीकी और फार्मूलेशन के लिए पंजीकरण प्राप्त किया है।
  • हेरंबा इंडस्ट्रीज के पास 9400 से अधिक विक्रेता (Vendors) और वितरक (Distributor) हैं, जो भारत के 16 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश (UT) में फैले 21 स्टॉक टर्मिनलों द्वारा सपोर्ट किये जाते हैं, ताकि मार्केट की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
  • इस संगठन के पास एक अच्छा ग्राहक आधार है जो बहुत अच्छी स्थिरता रखता है क्योंकि मुख्य दस ग्राहक संगठन की इनकम का 20 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नहीं जोड़ते हैं।

हेरंबा इंडस्ट्रीज से संबंधित इन लाभों के अलावा, इस आईपीओ और इंडस्ट्री में सदस्यता या बोली लगाने के कुछ फायदे हैं। आइए नीचे उन पर एक नज़र डालें-

  • हेरंबा इंडस्ट्रीज द्वारा उत्पादित वस्तुओं को बहुत से लोग जानते हैं। इसलिए, इससे संबंधित लोकप्रियता और विश्वास का एक फैक्टर है, जिसके कारण इसके प्रोडक्ट की खरीद की संभावना बढ़ जाती है।
  • ₹14398 की न्यूनतम इन्वेस्टमेंट कई शेयर मार्केट के निवेशकों और ट्रेडर के लिए बहुत सस्ती और सुविधाजनक है।
  • यह संगठन अपनी निर्मित वस्तुओं को अच्छे प्रॉफिट के साथ एक्सपोर्ट कर रहा है। यह बाद में अच्छी इनकम मौका देता है।

यह हेरंबा आईपीओ के फायदे थे चलिए अब इसके नुकसान पर एक नजर डालते हैं।


हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ के रिस्क

हर सिक्के के दो पहलू होते हैं और इसी तरह यह आईपीओ होता है। हमने इसकी एक साइड देखी है, अब हमें दूसरे यानी हेरंबा इंडस्ट्रीज के आईपीओ के जोखिमों को देखना होगा।

हेरंबा इंडस्ट्रीज आईपीओ से जुड़े कुछ जोखिम इस प्रकार हैं-

  • जबकि हेरंबा के समान बिज़नेस में कोई संगठन नहीं है, यह एग्रोकेमिकल्स सेक्टर में विभिन्न संगठनों मुकाबला करता है।
  • हेरंबा द्वारा बनाए जाने वाले प्रोडक्ट में खतरनाक अपशिष्ट जेनरेट करते हैं। इसलिए, अगर ऐसी इंडस्ट्री के लिए सरकार की पालिसी में कोई बदलाव होता है, तो कंपनी को चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
  • हेरंबा कंपनी का कच्चे माल में बहुत पैसा खर्च होता है। लागतों में कोई भी विस्तार और स्टॉक में कोई भी गिरावट इसकी ट्रेडिंग को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करेगी।
  • कंपनी, प्रमोटर और कुछ डायरेक्टर सहित असाधारण प्रक्रियाएं हैं जो इसके बिसनेस, मौद्रिक स्थिति (Monetary Condition) और कार्यों के परिणामों को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं।
  • अंत में, एग्रोकेमिकल्स बिज़नेस, असाधारण रूप से इनोवेटिव कामों और आर एंड डी (अनुसंधान और विकास) के पीछे नई वस्तुओं द्वारा निर्धारित किया जाता है।

अब, इसके फायदे और नुकसान को देखकर आप सोच रहे होंगे कि आपको हेरंबा इंडस्ट्रीज के आईपीओ शेयरों में निवेश करना चाहिए या नहीं?


क्या आपको हेरंबा इंडस्ट्रीज के आईपीओ शेयरों में निवेश करना चाहिए?

आईपीओ की बिडिंग लगाने के लिए आगे बढ़ने से पहले कुछ मौलिक विश्लेषण करें।

नीचे दिया गया टेबल  तीन कंपनियों – रैलिस इंडिया लिमिटेड, सुमितोमो केमिकल इंडिया लिमिटेड, और भारत रसायन लिमिटेड को दर्शाता है:

प्रॉफिट आफ्टर टैक्स  इक्विटी रेश्यो के लिए लॉन्ग-टर्म डेब्ट नेट वर्थ पर रिर्टन
रैलिस इंडिया लिमिटेड 185.47 0.02% 13.76%
सुमितोमो केमिकल इंडिया लिमिटेड 205.63 0.01%  20.17%
भारत रसायन लिमिटेड 157.64 0.06%  32.41%
हेरंबा इंडस्ट्रीज 97.75  0% 35.61%

ऊपर दिखाई गई कंपनियां, हेरंबा इंडस्ट्रीज के डायरेक्ट कॉम्पिटिटर्स नहीं है हालाँकि ये आंकड़ें हमें इस बारे में बताता है कि कंपनी कहाँ स्टैंड करती है।

नेट वर्थ या आरओएनडब्ल्यू (RoNW) पर एक अनुकूल रिटर्न और जीरो लॉन्ग-टर्म डेब्ट पेमेंट के साथ हेरंबा इंडस्ट्रीज, एग्रोकेमिकल इंडस्ट्री में लीडिंग भूमिका निभा रहे हैं।

इसलिए, हम आपको सूचित करना चाहते हैं कि आईपीओ चुनते समय आपको कई मापदंडों, कारकों को देखना चाहिए और अपना समय और फंड लगाने से पहले गहन विश्लेषण करना चाहिए।


क्या आप भी इस आईपीओ में निवेश करने के लिए रुचि रखते है?

निवेश करने के लिए, नीचे दिए फॉर्म में अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करें।

सभी जानकारी दर्ज करने के बाद आपको शीघ्र ही एक कॉलबैक प्राप्त होगा।


आईपीओ के बारे में अन्य जानकारी के लिए नीचे टेबल पर जाएं।

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