शेयर मार्केट के अन्य लेख
क्या आप स्टॉक मार्केट में नए हैं? चलिए कोई बात नहीं, आप अभी देर न हीं हुई है। इस आर्टिकल में, हम आपके लिए Share Market Meaning in Hindi के बारे में कुछ जानकारी शेयर करेंगे।
इस मॉडर्न वर्ल्ड में लोगों को पैसा कमाने की भूख बढ़ रही है। स्वाभाविक भी है, क्योंकि पैसा हर किसी की जरुरत है।
और हर कोई ज्यादा से ज्यादा से पैसा कमाना चाहते है।
लेकिन इसके लिए तरीका क्या है?
कुछ लोग अपनी जॉब से पैसा कमा रहे तो कुछ बिज़नेस को अहमियत देते है। जबकि कुछ अपना पैसा ट्रेडिंग में लगा रहे है और अन्य सेगमेंट की तुलना में ज्यादा कमा रहे हैं।
अब सवाल ये है कि ट्रेड क्या है और इसमें कैसे ट्रेड होता है?
तो इसका सीधा सा जवाब है Share Market मतलब शेयर बाजार। अभी आपने शेयर मार्केट के बारे में सूना तो जरूर होगा लेकिन इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं होगी।
इसके संदर्भ में आप अधिक जानकरी लेने के लिए सेंसेक्स Historical Data को पढ़ सकते हैं।
इसलिए आज आपके साथ मैं आपको Share Market Meaning in Hindi के बारे में बताने जा रहा हूँ।
शेयर मार्केट वह प्लेटफॉर्म है जहाँ शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। जहाँ शेयर एक कंपनी के ओनरशिप का एक यूनिट को रिप्रेजेंट करता है, जहाँ से आप खरीदते है।
उदाहरण के लिए, आप ABC कंपनी के 10 शेयर प्रति ₹200 रुपये खरीदते है। तब आप ABC कंपनी के शेयरहोल्डर (Shareholders) बन जाते हैं।
यहाँ आप शेयर कैसे खरीदते है की पूरी प्रक्रिया समझ सकते हैं।
इसके बाद आपके पास विकल्प होगा कि आप कभी भी ABC कंपनी के शेयर अपनी मर्जी से बेच सकते हैं।
अभी आप शेयर मार्केट में निवेश करने चुके है तो इसके बारे में पूरी जानकारी भी होना चाहिए। इसके अलावा आपको शेयर मार्केट में निवेश, शेयर खरीदना या बेचने, मार्केट के प्रकार इत्यादि सभी विषयों के बारे में पता होना चाहिए। आगे हम Share Market Knowledge in Hindi के बारे में बात करेंगे।
शेयर में निवेश करके आप अपने सपनों को पूरे कर सकते है, जैसे अपनी हायर एजुकेशन(Higher Education), कार खरीदना या फिर घर बनाने के सपना को पूरा कर सकते है।
यदि आप कम उम्र से ही इन्वेस्टमेंट करना शुरु कर देते हैं तो फिर आगे चल कर लॉन्ग टर्म में रेट ऑफ रिटर्न (rate of return) हाई मिलेगा।
इसलिए, आप अपनी निवेश रणनीति (Investment Strategy) समय और पैसे के अनुसार तैयार करें।
शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए सही कंपनी में निवेश करना होता है, जिसके लिए सबसे आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करना होता है:
- स्टॉक ब्रोकर का चयन करें
- डीमैट खाता खोले
- शेयर मार्केट एप डाउनलोड करें
- स्टॉक मार्केट का विश्लेषण करें
- कंपनी का एनालिसिस करें
- एप का उपयोग कर शेयर बाय करें
शेयर खरीदने के साथ, आप अपना पैसा कंपनी में निवेश कर रहे हैं। जैसे-जैसे कंपनी की ग्रोथ होगी, आपके शेयर का प्राइस भी बढ़ता जाएगा।
आप उन शेयर को मार्केट में बेचकर प्रॉफिट बना सकते है।
मार्केट में अलग-अलग फैक्टर हैं जो शेयर प्राइस को प्रभावित करते है। कभी-कभी प्राइस बढ़ता है और कभी प्राइस कम होने लगता है। लेकिन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट, कीमतों में होने वाली गिरावट के जोखिम को दूर रखता है।
इसलिए प्राइस के उतार चढ़ाव के रिस्क से बचने के लिए लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट अच्छा ऑप्शन है।
दोस्तों जब भी हम Share Market Meaning in Hindi की बात करते हैं तो आपको यह समझना होगा कि शेयर मार्केट का वास्तविक अर्थ क्या है और कैसे प्रॉफिट कमाया जाता है।
आखिर क्यों कोई कंपनी जनता को शेयर बेचती है और कंपनी को कैसे इससे मुनाफा होता है? आगे इन सभी सवालों के जवाब पता करेंगे।
जब भी एक कंपनी को अपने विस्तार, विकास आदि के लिए कैपिटल या धन की आवश्यकता होती है, तो कंपनी धन जुटाने के उद्देश्य से पब्लिक के पास जाती है।
इस प्रक्रिया को इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO Meaning in Hindi) कहा जाता है।
आपने अक्सर लोगों को बुल मार्केट और बेयर मार्केट के बारे में बात करते सुना होगा।
बुल और बेयर मार्केट क्या हैं?
बुल मार्केट यानि जहाँ शेयर के दाम निरंतर बढ़ते रहते है और बेयर मार्केट वह है जहाँ शेयर के भाव घटने लगता है।
शेयर कैसे खरीदते है?
NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)।
निफ्टी ५० और बीएसई सेंसेक्स भारत के दो प्रमुख एक्सचेंज है, जो सेबी (सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया) द्वारा रेगुलेट की जाती है।
एक ब्रोकर, स्टॉक एक्सचेंज और इंवेस्टर्स के बीच मध्यस्थ के रूप में काम करता है।
इसलिए, इन्वेस्टिंग या ट्रेडिंग शुरू करने से पहले, आपको एक ब्रोकर के साथ ट्रेडिंग या डीमैट अकाउंट खुलवाना होता है।
आप बहुत ही आसानी से डीमैट अकाउंट खोल सकते है। यहाँ डीमैट अकाउंट खोलने की पूरी प्रक्रिया पढ़िए।
डीमैट खाता खोलने के बाद स्टॉक ब्रोकर आपको ट्रेडिंग एप प्रदान करता है जिसमे आपको मार्केट की पूरी जानकारी और स्टॉक को खरीदने और बेचने का विकल्प प्रदान किया जाता है।
शेयर खरीदने के नियम
शेयर मार्केट (share market meaning in hindi) को समझने के लिए सबसे जरूरी है कि आपको पता होना चाहिए कि शेयर कैसे खरीदते है और शेयर खरीदने के टिप्स (share market tips in hindi) क्या हैं। ये नियम आपको ऐसी कंपनी का चुनाव करने में मदद करेंगे जो आपको बेहतर रिटर्न दे सके।
चलिए, जानते हैं कि ये नियम कौन-कौन से हैं:
- शेयर खरीदने के लिए सबसे पहला नियम यह है कि आपको अपने वित्तीय उद्देश्यों को ध्यान में रखें। यानि सबसे पहले आपको यह तय करने की जरूरत है कि आपको लॉन्गटर्म में निवेश करना है या शॉर्ट टर्म में।
यदि आप लॉन्ग टर्म में निवेश करते हैं तो इसमें जोखिम कम है और रिटर्न के अवसर भी अधिक होते हैं। वहीं दूसरी ओर यदि आप शॉर्ट टर्म इनवेस्टमेंट को चुनते हैं तो इसमें प्रॉफिट तो होगा लेकिन रिस्क भी अधिक होगा।
- इसके अलावा, आपको बिना रिसर्च किये शेयर नहीं खरीदना चाहिए। सबसे पहले कंपनी का विश्लेषण करें और देखें कि कंपनी का हिस्टॉरिकल परफॉरमेंस कैसा था और क्या आने वाले समय में यह आपको रिटर्न दे सकती हैं।
- साथ ही स्टॉक का टेक्निकल एनालीसिस करें जिससे आप स्टॉक का पास्ट और फ्यूचर प्राइस मूवमेंट का पता लगा सकते हैं।
- आपको यह भी ध्यान में रखना होगा कि आप शेयर को सही कीमत पर खरीदे, और कुछ अंतराल के बाद ही शेयर की खरीददारी करें।
इन सब बातों के अलावा सबसे जरूरी है कि आप सेबी के नए नियमों का भी कड़ाई से पालन करें। इन सब चीजों को ध्यान में रखकर आप अच्छे रिटर्न वाले शेयर खरीद सकते हैं।
आपको केवल नीचे दिए फॉर्म में अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा।
इसके बाद हमारी टीम के द्वारा आपसे संपर्क किया जाएगा और कुछ मिनट में ही डीमैट अकाउंट खुल जाएगा।
डीमैट अकाउंट खुलवाने के बाद, आप अपनी इंवेस्टमेंट जर्नी को स्टार्ट कर सकते हैं। अभी तक बात Share Market Meaning in Hindi की बात हुई, लेकिन शेयर मार्केट कितने प्रकार के होते है?
चलिए अब इसका जवाब पता करते है।
शेयर मार्केट के प्रकार
जब आप Share Market Meaning in Hindi समझ चुके है तो फिर इस मार्केट के प्रकार बारे में भी समझ लेते हैं। शेयर मार्केट दो प्रकार के हैं:
- प्राइमरी मार्केट
- सेकेंडरी मार्केट
प्राइमरी मार्केट:
एक कंपनी या सरकार आईपीओ की प्रक्रिया द्वारा प्राइमरी मार्केट में शेयर जारी करके धन जुटाती है।
इश्यू पब्लिक या प्राइवेट प्लेसमेंट के माध्यम से हो सकता है।
इश्यू पब्लिक है जब शेयरों का अलॉटमेंट 200 से अधिक व्यक्तियों को किया जाता है। इश्यू प्राइवेट है जब अलॉटमेंट 200 से कम व्यक्तियों को किया जाता है।
किसी शेयर की कीमत फिक्स्ड प्राइस या बुक बिल्डिंग इश्यू पर आधारित हो सकती है। जारीकर्ता (Issuer) द्वारा फिक्स्ड प्राइस तय किया जाता है और ऑफर डॉक्यूमेंट में उल्लिखित किया जाता है।
बुक बिल्डिंग इश्यू वह है जहां निवेशकों की मांग के आधार पर किसी इश्यू की कीमत का पता लगाया जाता है।
Secondary Market in Hindi:
प्राइमरी मार्केट में खरीदे गए शेयरों को सेकेंडरी मार्केट में बेचा जाता है।
सेकेंडरी मार्केट ओवर द काउंटर (OTC) और एक्सचेंज ट्रेडेड मार्केट के माध्यम से संचालित होता है। ओटीसी मार्केट अनौपचारिक बाजार (Informal Market) हैं, जिसमें दो पक्ष भविष्य में तय किए जाने वाले एक विशेष लेनदेन पर सहमत होते हैं।
एक्सचेंज ट्रेडेड मार्केट बहुत ज्यादा रेगुलेट होते होते हैं, इसे नीलामी बाजार के रूप में कहा जाता है जिसमें सभी लेनदेन एक्सचेंज के माध्यम से होते हैं।
शेयर मार्केट क्यों महत्वपूर्ण है?
Share Market Meaning in Hindi के समझने का उद्देश्य क्या होना चाहिए? शेयर बाजार क्यों महत्वपूर्ण है। इन सभी सवालों का जवाब के बारे में आगे बात करेंगे।
शेयर बाजार कंपनियों के विस्तार और विकास के लिए पूंजी जुटाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आईपीओ के माध्यम से, कंपनियां जनता को शेयर जारी करती हैं और बदले में फंड प्राप्त करती हैं जिनका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
कंपनी आईपीओ के बाद स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड हो जाती है और इससे आम आदमी को कंपनी में निवेश करने का अवसर मिलता है।
साथ ही कंपनी की विजिबिलिटी (Visibility) भी बढ़ती है।
आप शेयर बाजार में ट्रेडर या निवेशक हो सकते हैं। ट्रेडर थोड़े समय के लिए स्टॉक रखते हैं, जबकि इन्वेस्टर लॉन्ग-टर्म के लिए स्टॉक रखते हैं।
अपनी वित्तीय जरूरतों के अनुसार, आप निवेश उत्पाद (Investment Product) का चयन कर सकते हैं।
कंपनी के निवेशक अपने लाइफ गोल को पूरा करने के लिए इस इन्वेस्टमेंट का उपयोग कर सकते हैं।
यह इन्वेस्टमेंट के लिए प्रमुख प्लेटफॉर्म में से एक है, क्योंकि यह लिक्विडिटी प्रदान करता है।
उदाहरण के लिए, आप जरूरत के आधार पर कभी भी शेयर खरीद या बेच सकते हैं। यानी फाइनेंशियल एसेट्स को कभी भी कैश में बदला जा सकता है। यह पूँजी बनाने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है।
अभी Share Market Meaning in Hindi को समझ चुके है फिर बात प्रॉफिट या कमाई की आती है। शेयर मार्केट मं प्रॉफिट के कई माध्यम है।
आप अच्छी तरह से जानते हैं कि आप शेयरों में निवेश करके पैसा कमा सकते हैं। निम्नलिखित कुछ ऐसे तरीके हैं जिनके माध्यम से आपका पैसा बढ़ता है।
- डिविडेंड (Dividend)
- कैपिटल ग्रोथ (Capital Growth)
- बाय बैक (Buyback)
डिविडेंड:
1. ये वे लाभ हैं जो कंपनी कमाती है और इसे शेयरधारकों के बीच कैश के रूप में डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है।
2. यह आपके द्वारा साझा किए गए शेयरों की संख्या के अनुसार शेयर किया जाता है।
कैपिटल ग्रोथ:
इक्विटी / शेयरों में निवेश से पूंजी की वृद्धि होती है। निवेश की अवधि जितनी लंबी होगी, रिटर्न उतना ही अधिक होगा।
शेयरों में निवेश के साथ जोखिम भी जुड़ा हुआ है। आपकी जोखिम की क्षमता आपकी उम्र, डिपेंडेंट और जरूरतों पर आधारित होगी।
यदि आप युवा हैं और आपके पास कोई डिपेंडेंसी नहीं है, तो आप अधिक प्रॉफिट बनाने के लिए इक्विटी में अधिक निवेश कर सकते हैं।
लेकिन अगर आपके पास डिपेंडेंसी और कमिटमेंट हैं, तो आप अपने अधिक पूँजी को बॉन्ड और उससे कम पूँजी को इक्विटी में निवेश करना होगा।
बायबैक:
कंपनी बाजार मूल्य से अधिक मूल्य देकर निवेशकों से अपना हिस्सा वापस खरीद लेती है। कंपनी अपने शेयर तब खरीदती है जब उसके पास पर्याप्त फंड होता है या अपनी ओनरशिप को मजबूत करना चाहती है।
निष्कर्ष
अभी आपने Share Market Meaning in Hindi में प्रकार, कमाई के तरीके, और महत्व के बारे में समझा है। मूल रूप से, शेयर बाजार आपको अन्य इन्वेस्टमेंट सेगमेंट की तुलना में अच्छा रिटर्न देता है।
लेकिन शेयर मार्केट के साथ कुछ रिस्क भी जुड़े है, जिसे आपको ध्यान में रख कर ही ट्रेड या निवेश शुरू करना होगा।
हमेशा याद रखे किसी भी सेक्टर में इन्वेस्टमेंट के लिए रिसर्च और सम्पूर्ण जानकारी होना सबसे बुनियादी जरुरत है। इन बातों को ध्यान में रखकर ही इन्वेस्टिंग शुरू करें।
हैप्पी ट्रेडिंग!
क्या आप शेयर मार्केट में ट्रेड करना चाहते हैं?
अभी ट्रेडिंग शुरु करने के लिए नीचे दिए फॉर्म में अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
जानकारी दर्ज करने के बाद आपको शीघ्र ही एक कॉलबैक प्राप्त होगी।