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शॉर्ट कॉल कॉन्डोर एक प्रभावी ऑप्शंस ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी है। इसका सबसे ज्यादा उपयोग तब किया जाता है, जब बाजार में बहुत अधिक अस्थिरता होने की उम्मीद की जाती है। यह स्ट्रैटेजी न्यूट्रल मार्केट में काम करती है और ट्रेडर को मार्केट डायरेक्शन ट्रेंड से प्रभावित होने से बचाती है। प्राइज के मूवमेंट की दिशा में भी मुनाफा कमाया जा सकता है।
इसमें सिर्फ बहुत अधिक स्टॉक अस्थिरता की होती है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर भी लॉन्ग कॉल कॉन्डोर के समान ही एक चार पैर वाली या फोर लैग्स वाली स्ट्रैटेजी है।
इसे:
- एक–इन–मनी कॉल बेचने,
- एक छोटी मीडिल स्ट्राइक वाली आईटीएम कॉल खरीद कर और
- एक ऊपरी या हाई मीडिल स्ट्राइक वाली ओटीएम कॉल को खरीद कर और
- एक हाई स्ट्राइक कॉल को बेचकर बनाया जाता है।
सभी ऑप्शन एक ही स्टॉक या शेयर पर और एक ही एक्सपायरी डेट के लिए एक साथ लिए जाते है। इस प्रकार इसे एक छोटी स्ट्राक वाली बियर कॉल स्प्रैड और बड़ी स्ट्राइक वाली पुल कॉल स्प्रैड के संयोजन या कॉम्बीनेशन से बनाया जाता है।
यह स्ट्रैटेजी सीमित नुकसान और सीमित मुनाफा वाली प्रोफाइल स्ट्रैटेजी है।
इसमें मुनाफा सभी ऑप्शंंस के एक्सपायर होने पर मिलने वाली कुल प्रीमियम तक सीमित होता है। जब स्टॉक या अंडरलेइंग की कीमत सभी स्ट्राइक प्राइज की सीमा के बाहर है। इसमें नुकसान दो मीडिल स्ट्राइक की कीमतों के बीच अंतर तक सीमित है, जबकि एकत्र की गई कुल प्रीमियम कम है।
यह तब होता है जब स्टॉक प्राइज अस्थिरता नहीं दिखाती है और स्ट्राइक प्राइज की रेंज के अंदर ही कारोबार करती है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर टाइमिंग
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर का उपयोग करने के लिए सही स्थिति तब बनती है जब निवेशक एक अपेक्षित घटना या समाचार के कारण अंतर्निहित की कीमत में तेज मूवमेंट की उम्मीद कर रहा है। निवेशक अनिश्चित है कि बाजार जानकारी को कैसे प्रतिक्रिया देगा और किस दिशा में कारोबार होगा? वह ऊपर की ओर बढ़ेगा या नीचे की ओर गिरावट में होगा।
इस स्थिति में, शॉर्ट कॉल कॉन्डोर ट्रेडर की सहायता करता है, क्योंकि यह एक डायरेक्शन न्यूट्रल या दिशा–तटस्थ स्ट्रैटेजी है।
इसलिए, जब निवेशक प्राइज में बड़े मूवमेंट या उतार–चढ़ाव की उम्मीद कर रहा है और दिशा से अनिश्चित है, तो वह एक शॉर्ट कॉल कॉन्डोर को बनाता है।
इसमें इन्वेस्टर एक न्यूनतम यानी लोअर स्ट्राइक की आईटीएम कॉल को बेचता है, एक छोटी या लोअर मिडिल स्ट्राइक की आईटीएम कॉल खरीदता है, एक उच्च या हाई मीडिल ओटीएम कॉल खरीदता है और एक हाईएस्ट या उच्चतम स्ट्राइक की ओटीएम कॉल बेचता है।
इस प्रकार की रणनीति का निर्माण यह सुनिश्चित करता है कि मुनाफा प्राप्त करवाता है, यदि मूल्य सबसे कम और उच्चतम स्ट्राइक कीमतों से आगे बढ़ता है और उच्च अस्थिरता का संकेत देता है। हालांकि, यदि कीमत बहुत अधिक नहीं मूव करती है या चलती है और यह मीडिल स्ट्राइक प्राइज की रेंज के अंदर ही रहता है, तो नुकसान उठाना पड़ेगा।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर स्ट्रैटेजी शॉर्ट कॉल बटरफ्लॉइ का एक संशोधित या बेहतर किया हुआ स्वरुप है। इनमें दोनों अंतर यह है कि शॉर्ट कॉल बटरफ्लाई के तीन पैर होते हैं और मीडिल स्ट्राइक प्राइज एक समान होता है जबकि शॉर्ट कॉल कॉन्डोर की दो मीडिल कॉलों के लिए अलग–अलग स्ट्राइक प्राइज होते हैं।
इस व्यवस्था के चलते, स्ट्रैटेजी में नुकसान की क्षमता कम हो जाती है क्योंकि मुनाफे के लिए एक बड़ी रेंज होती है। हालांकि, इसमें ट्रेडआफ का अर्थ यह होता है कि मुनाफे की क्षमता भी कम हो जाती है।
अधिकतम अस्थिरता होने पर अधिकतम मुनाफा प्राप्त होता है और एक्सपायरी के समय स्टॉक की कीमत न्यूनतम और उच्चतम स्ट्राइक प्राइज से पार होती है। इस समय, सभी ऑप्शंंस एक्सपायर हो जाते हैं और प्रीमियम के रूप में शुद्ध क्रेडिट प्राप्त होता है।
यहां अधिकतम मुनाफा संभव है।
इस स्ट्रैटेजी में अधिकतम नुकसान तब होता है जब कीमत उम्मीद के मुताबिक नहीं चलती है, और यह स्ट्राइक्स की कीमतों की रेंज अंदर रहती है। अधिकतम नुकसान की गणना स्ट्राइक कीमतों के बीच अंतर के रूप में की जाती है, जो शुद्ध क्रेडिट प्रदान करती है।
लॉन्ग कॉल कॉन्डोर के समान स्थिति को ध्यान में रखते हुए मान लीजिए कि निफ्टी 9100 अंक पर है और इन्वेस्टर को पहले से ही बाजार में बहुत अस्थिरता की उम्मीद है। ऐसी स्थिति में शॉर्ट कॉल कॉन्डोर की स्थापना की जाती है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर उदारण
इसमें प्राइज स्ट्राइक प्राइज से कम और प्राइज स्ट्राइक प्राइज से ज्यादा भी हो सकता है।
यहां इन–द–मनी कॉल को 8900 पर ₹240 के प्रीमियम पर बेचकर किया जाता है, एक इन–द–मनी (आईटीएम) कॉल को 9000 पर ₹150 के प्रीमियम पर खरीदा जाता है, एक ओटीएम कॉल को 9200 पर ₹40 की प्रीमियम पर खरीदा जाता है और एक ओटीएम कॉल को 9300 पर 10 रू. में बेचा जाता है।
इस स्ट्रैटेजी में प्राप्त कुल प्रीमियम 240-150-40 + 10 = ₹60 की है।
इस प्रकार, यह एक शुद्ध क्रेडिट स्ट्रैटेजी है।
1. परिदृश्य-1
यदि निफ्टी 9600 पर बंद हो जाता है, तो स्ट्रैटेजी ज्यादा से ज्यादा मुनाफा प्रदान करेगी, क्योंकि प्राइज 9100 के वर्तमान प्राइज से तेजी से बढ़ गया है।
इसमें सभी ऑप्शंंस का प्रयोग किया जाएगा। सबसे छोटी आईटीएम कॉल (9600-8900) = 700 के बराबर नुकसान होगा।
240 का प्रीमियम प्राप्त करने के बाद, शुद्ध घाटा 700-240 = ₹460 का होगा। निम्म मध्य या लोअर मीडिल स्ट्राइक कॉल से (9600-9000) = ₹600 का लाभ होगा और 150 के प्रीमियम का भुगतान करने के बाद शुद्ध मुनाफा 600-150 = ₹450 का हो जाएगा।
हाईएस्ट मीडिल स्ट्राइक उच्च मध्यम कॉल भी (9600-9200) = ₹400 का मुनाफा प्रदान करेगी, और ₹40 का प्रीमियम चुकाने के बाद शुद्ध मुनाफा 400-40 = ₹360 हो जाएगा। उच्चतम स्ट्राइक प्राइस कॉल के कारण (9600-9300) = ₹300 का नुकसान होगा और ₹10 का प्रीमियम प्राप्त करने के बाद, शुद्ध घाटा 300-10 = ₹290 होगा। इस स्ट्रैटेजी कुल भुगतान -460 + 450 + 360-290 = ₹60 का है। रणनीति से ₹60 का लाभ होगा।
जो अधिकतम मुनाफा है और प्राप्त कुल प्रीमियम के बराबर है।
2. परिदृश्य-2
यदि निफ्टी 9000 पर बंद हो जाता है, जो मध्यम स्ट्राइक रेंज के अंदर ही है और कम अस्थिरता को प्रदर्शित करती है, तो स्ट्रैटेजी नुकसान का कारण होगी। उच्चतम स्ट्राइक वाले ओटीएम कॉल एक्सपायर हो जाएगी और 10 रु का प्रीमियम प्राप्त होगा।
उच्च मध्यम यानी हायर मीडिल स्ट्राइक की ओटीएम कॉल भी एक्सपायर हो जाएगी और ₹40 का प्रीमियम देना होगा। निम्न मध्यम यानी लोअर मीडिल आईटीएम कॉल का उपयोग किया जाएगा और इससे ₹150 का नुकसान होगा।
सबसे कम स्ट्राइक की आईटीएम कॉल का उपयोग किया जाएगा और पैदा होने वाली नुकसान (9000-8900) = ₹100 का होगा, और ₹240 का प्रीमियम प्राप्त करने के बाद, नेट पेआॅफ 240-100 = ₹140 का मुनाफा लाभ होगा। स्ट्रैटेजी से कुल भुगतान 10-40-150 + 140 = -₹40 होगा। इस स्थिति में इस स्ट्रैटेजी से अधिकतम नुकसान होगा।
3. परिदृश्य-3
यदि निफ्टी 9240 पर बंद होता है, तो उच्चतम स्ट्राइक की ओटीएम कॉल एक्सपायर हो जाएगी और ₹10 के प्रीमियम का भुगतान करना होगा। उच्च मध्य स्ट्राइक प्राइस ओटीएम कॉल (9240-9200) = ₹40 का नुकसान देगा, जिसकी भरपाई प्रीमियम के रूप में प्राप्त ₹40 से होगी।
इस स्थिति में, शुद्ध अदायगी शून्य होगी।
निम्न मध्य स्ट्राइक की आईटीएम कॉल से (9240-9000) = ₹240 का नुकसान होगा, लेकिन ₹150 का प्रीमियम प्राप्त करने के बाद, शुद्ध नुकसान 240-150 = ₹90 का होगा।
सबसे कम स्ट्राइक प्राइस आईटीएम कॉल (9240-8900) = ₹340 का मुनाफा मिलेगा और प्रीमियम का भुगतान करने के बाद 240, शुद्ध मुनाफा 340-240 = ₹100 का होगा।
इस प्रकार, इस स्ट्रैटेजी में कुल भुगतान -10 + 0-90 + 100 = ₹0 का होगा, और यह रणनीति के ब्रेक–ईवन प्वाइंट्स में से एक है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर के फायदें
जब आप मार्केट में ऑप्शनट्रेडिंग में शॉर्ट कॉल कॉन्डोर स्ट्रैटेजी का उपयोग करते हैं, तो इससे कुछ बड़े मुनाफे भी मिलते है।
- रणनीति एक अस्थिर न्यूट्रल डायरेक्शन में मुनाफा प्रदान करने में सक्षम है।
- नेट क्रेडिट स्प्रैड के कारण, इसमें चरणीय निवेश बहुत कम है।
- बड़े और व्यापक मुनाफा होने की वजह रणनीति में नुकसान अन्य रणनीतियों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर के नुकसान
इस ऑप्शन रणनीति के कुछ नुकसान भी है, जिनकी जानकारी भी आपको होनी चाहिए।
- भुगतान किए गए प्रीमियम पैरों की अधिक संख्या के कारण अधिक हैं।
- अन्य रणनीतियों की तुलना में रणनीति की लाभ क्षमता कम है।
शॉर्ट कॉल कॉन्डोर संक्षेप में
एक बाटम लाइन या निचली रेखा के रूप में, शॉर्ट कॉल कॉन्डोर का उपयोग अत्यधिक अस्थिर बाजार की स्थिति में किया जा सकता है। हालांकि, रणनीति में मुनाफे क्षमता अत्यधिक कैप्ड है और कम नुकसान वाले ट्रेड–आफ पर्याप्त नहीं हैं।
मार्केट पोजीशन न्यूट्रल नंबर आफ पोजिशन चार ऑप्शन ट्रेडेड वन शॉर्ट आईटीएम कॉल, एक लॉन्ग आईटीएम कॉल, एक लॉन्ग ओटीएम कॉल और एक शॉर्ट ओटीएम कॉल से मिलकर बनती है और इसमें मुनाफा और नुकसान दोनों ही सीमित है।
यह एक बहुत लोकप्रिय रणनीति नहीं है क्योंकि, नेट क्रेडिट को बनाने के बजाए यह बहुत छोटा या कम रिटर्न प्रदान करती है।
यदि आप सामान्य रूप से ऑप्शन विकल्प ट्रेडिंग या शेयर बाजार निवेश के साथ शुरूआत करना चाहते हैं, तो बस नीचे दिए गए फॉर्म में कुछ बुनियादी विवरण भरें।यहां बुनियादी विवरण दर्ज करें और आपके लिए एक कॉलबैक की व्यवस्था की जाएगी!